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प्रधानपति करा रहा था बालू का अवैध खनन, जांच करने पहुंचे अधिकारी को पीटा

ट्रैक्टर-ट्राली से बालू ले जाने का खनन अधिकारी वीडियो रिकार्डिंग करने लगे। इससे आक्रोशित चपरा के प्रधान पति हरिराम यादव ने उन्हें अपशब्द कहते हुए अपने एक दर्जन सहयोगियों के साथ उन्हें घेर लिया और पिटाई शुरू कर दी।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 08:37 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 09:54 AM (IST)
प्रधानपति करा रहा था बालू का अवैध खनन, जांच करने पहुंचे अधिकारी को पीटा
खनन स्थल का निरीक्षण करते एसडीएम गुलशन कुमार, सीओ अंबरीश भदौरिया, तहसीलदार वंदना पांडेय।

गोरखपुर, जेएनएन। संतकबीर नगर जनपद के धनघटा तहसील क्षेत्र के चपरा पूर्वी में बालू का अवैध खनन रोकने के लिए पहुंचे खनन अधिकारी की प्रधान पति हरिराम यादव और उसके समर्थकों ने बुरी तरह पिटाई कर दी। खनन अधिकारी की तहरीर पर धनघटा पुलिस ने सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

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खनन अधिकारी सुनील कुमार मौर्य धनघटा थानाक्षेत्र में बुधवार को सुबह के करीब दस बजे भ्रमण कर रहे थे। इस बीच उन्हें सूचना मिली कि चपरा पूर्वी के पास बालू का अवैध खनन किया जा रहा है। मौके पर जब वह पहुंचे तो देखा कि कुछ लोग खनन करके ट्रैक्टर-ट्राली से बालू ले जा रहे हैं। इसकी वह वीडियो रिकार्डिंग करने लगे। इससे आक्रोशित हुए चपरा के प्रधान पति हरिराम यादव ने उन्हें अपशब्द कहना शुरू कर दिया। इसके बाद भी जब वह वीडियो बनाने से नहीं रुके तो वह अपने करीब एक दर्जन सहयोगियों के साथ उन्हें घेर लिया और पिटाई शुरू कर दी। उनका मोबाइल भी छीन लिया। थानाध्यक्ष-धनघटा आरके गौतम ने कहा कि खनन अधिकारी की तहरीर पर चपरा के प्रधान पति हरिराम यादव के खिलाफ लूट, जान-माल की धमकी देने, खनन अधिनियम के अलावा सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित व्यक्ति की गिरफ्तारी में पुलिस जुटी है।

सत्ता से जुड़े हैं खनन माफियाओं के तार

खनन माफियाओं के तार जिले के एक जन प्रतिनिधि व उनके परिवार से जुड़े हुआ है। सत्ताधारी दल से मजबूत संबंध का ही परिणाम है कि माफिया धनघटा तहसील क्षेत्र के सरयू व कुआनो नदियों के भोतहा, शंकरपुर, नारायणपुर,छपरामगर्बी ,चपरापूर्वी, सेमरौना, सरायघाट, कटार मिश्र आदि घाटों पर धड़ल्ले से बालू का अवैध खनन करते हैं। यह धंधा काफी समय से चल रहा है। तहसील के अधिकारी व पुलिस से लेकर जनपद के आला अधिकारियों तक को इसकी पूरी जानकारी है। खनन माफिया के इस करतूत से सरकारी राजस्व को काफी क्षति होती है। इसके बाद भी अधिकारी और पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय खामोश रहते हैं। यदि शुरू में ही सख्ती की गई होती तो शायद खनन अधिकारी के साथ यह घटना नहीं घटती।

बिना परमिट का खनन अवैध

अपर जिलाधिकारी संजय कुमार पांडेय का कहना है कि अवैध खनन की सूचना पर पहुंचे खनन अधिकारी को कुछ लोगों ने घेर लिया। उनका मोबाइल छीन लिया और उनके साथ दुर्व्‍यवहार किया। बिना किसी परमिट के बालू निकल रहा है, तो यह गंभीर मामला है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया है।


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