बांग्लादेश, भूटान व म्यांमार में बिकती थीं गोरखपुर से चोरी हुईं गई गाडिय़ां Gorakhpur News
गोरखपुर से चोरी गई गाडिय़ां बांग्लादेश भूटान व म्यांमार में बिकती थीं। असम और पश्चिम बंगाल के रहने वाले वाहन लिफ्टरों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर से चोरी गई गाडिय़ां बांग्लादेश, भूटान व म्यांमार में बिकती थीं। असम और पश्चिम बंगाल के रहने वाले वाहन लिफ्टरों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है। आरोपितों को वारंट बी पर गोरखपुर लाने के लिए कैंट पुलिस सोमवार को गोपालगंज सिविल कोर्ट में प्रार्थना पत्र देगी।
वाहन लिफ्टरों से पूछताछ में हुआ खुलासा
गोपालगंज के टाउन थानाक्षेत्र में पकड़े वाहन लिफ्टरों से कैंट पुलिस ने पूछताछ की। जिसमें पता चला कि गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, वाराणसी, प्रयागराज तक उनका नेटवर्क सक्रिय है। चार पहिया वाहन चोरी करने के बाद बिहार और पश्चिम बंगाल के रास्ते असम, सिक्किम व मणिपुर में स्थित ठिकाने पर पहुंचते हैं। नंबर प्लेट बदलकर गाडिय़ों को भूटान व म्यांमार ले जाकर बेचते हैं। बांग्लादेश जाने वाली गाडिय़ों को पश्चिम बंगाल में रखते हैं। गैंग में उनके अलावा 10 अन्य लोग हैं।
काल डिटेल जुटा रही है पुलिस
वाहन लिफ्टरों के पकड़े जाने के बाद गोरखपुर पुलिस वर्ष 2019 में चोरी हुए चार पहिया वाहनों की डिटेल जुटा रही है। वारंट बी पर आरोपितों को गोरखपुर लाने के बाद इस संबंध में पूछताछ होगी। सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि गोपालगंज में पकड़े गए वाहन लिफ्टरों से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है।
ऐसे शिकंजे में आए वाहन लिफ्टर
इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के कमलेशपुरम निवासी सौरभ यादव की दरवाजे पर खड़ी फा'र्यूनर गाड़ी पांच फरवरी की रात में चोरी हुई थी। एसएसपी ने गाड़ी बरामद करने के लिए इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज चौकी प्रभारी दीपक सिंह के नेतृत्व में टीम लगा दी थी। कुशीनगर में टोला प्लाजा पर लगे सीसीटीवी की फुटेज देखने पर पता चला कि चोर गाड़ी लेकर बिहार की तरफ निकले हैं। शुक्रवार को गोपालगंज पुलिस की मदद से चौकी प्रभारी ने दाहूबाजार के पास घेराबंदी कर गाड़ी के साथ असोम व बंगाल के रहने वाले चोर को पकड़ लिया। जिन्हें गाड़ी समेत गोपालगंज पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया।