कूड़ा उठाने के नाम पर लोगों से रुपये वसूल रहा था ड्राइवर- नगर आयुक्त ने दिया मुकदमा दर्ज करने का आदेश
नगर निगम में कूड़ा गाड़ियों के माध्यम से कूड़े का उठान किया जाता है। नगर आयुक्त को शिकायत मिली कि सिविल लाइंस वार्ड में ड्राइवर लोगों से कूड़ा उठान के नाम पर वसूली कर रहा है। नगर आयुक्त ने ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। वार्ड नंबर 69 सिविल लाइंस में दिवाली की सुबह वसूली का बड़ा मामला पकड़ में आया है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह की जांच में नगर निगम का ड्राइवर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने के नाम पर लोगों से वसूली करता पकड़ा गया है। नगर निगम की गाड़ी और नगर निगम के ही तेल का इस्तेमाल कर ड्राइवर नागरिकों से वसूली कर रहा था। नगर आयुक्त ने ड्राइवर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दे दिए हैं।
यह है मामला
नगर निगम में कूड़ा गाड़ियों के माध्यम से कूड़े का उठान किया जाता है। छोटी मैजिक गाड़ियों में जगह-जगह इकट्ठा कूड़ा उठाया जाता है और इसे डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाया जाता है। नगर आयुक्त को शिकायत मिली थी कि सिविल लाइंस वार्ड में एक ड्राइवर लोगों से कूड़ा उठान के नाम पर वसूली कर रहा है। नगर आयुक्त ने सफाई इंस्पेक्टर राम विजय को पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए। गुरुवार सुबह नगर निगम की टीम ने वसूली करते हुए ड्राइवर को रंगे हाथ पकड़ लिया। पकड़े गए ड्राइवर का नाम आस मोहम्मद है। आस मोहम्मद आउटसोर्सिंग पर नगर निगम में काफी समय से ड्राइवर है।
सौ रुपये की वसूली, रसीद भी देता है
सिविल लाइन वार्ड में डीएम आवास से लगायत कई अफसरों का आवास और महत्वपूर्ण कार्यालय है। इसी वार्ड में रेलवे स्टेशन और रेलवे बस स्टेशन भी आते हैं। रेलवे स्टेशन और रेलवे बस स्टेशन के सामने सैकड़ों दुकानें हैं। कूड़ा उठान के नाम पर इन दुकानों और मकानों से प्रति महीने 100 से ₹200 तक वसूले जाते हैं। नागरिकों का कहना है कि ड्राइवर उन्हें नगर निगम की रसीद भी देता है। रसीद मिलने के कारण उन्हें लगता था कि पैसे नगर निगम के खाते में जाते हैं। वसूली के मामले में ड्राइवरों के ठीकेदार आलोक चौधरी का भी नाम सामने आ रहा है। नगर निगम प्रशासन आलोक चौधरी के खिलाफ भी कार्यवाही करेगा।
सिविल लाइन वार्ड में दुकानदारों और घरों से कूड़ा उठान के नाम पर वसूली का मामला सामने आया है। ड्राइवर, ठेकेदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नागरिकों से अपील है कि यदि कोई उनसे नगर निगम के नाम पर रुपये मांगता है तो वह तत्काल इसकी सूचना अफसरों को दें। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।
ड्राइवरों ने रखे हैं ड्राइवर
नगर निगम में ड्राइवरों की तैनाती और उन से काम कराने में काफी समय से खेल होता आया है। कई ड्राइवरों ने खुद के ड्राइवर रख लिए हैं। यह ड्राइवर नगर निगम के वाहनों का इस्तेमाल कूड़ा उठान और अन्य जरूरी कार्यों में कम, दूसरे के कार्यों में ज्यादा करते हैं। नगर निगम के वाहन और तेल से वह दूसरे कार्य कर अच्छी खासी कमाई करते हैं। पिछले दिनों नौसढ़ में नगर निगम की ट्राली से एक व्यक्ति के प्लाट में मिट्टी भराई का पर्दाफाश हुआ था। हालांकि इस मामले में ड्राइवर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।