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काल डिटेल से दबोचे जाएंगे पूर्वांचल के 'वीरप्पन', पुल‍िस ने शुरू की घेराबंदी

पूर्वांचल के जंगलों को खोखला कर रहे यहां के वीरप्‍पनों को खोजनेे के ल‍िए पुल‍िस ने अलग तरीका खोजा है। पुल‍िस अब जंगल में आने जाने वाले लोगों खासकर अपराध‍ियों के काल डीटेल से तसकरों तक पहुंचेगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 10 Jun 2022 01:28 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jun 2022 01:28 PM (IST)
पुल‍िस ने जंगलों की अवैध कटाई करने वालों की घेराबंदी शुरू कर दी है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जितेन्द्र पाण्डेय। अवैध कटान से जंगल को खोखला करने वाले पूर्वांचल के 'वीरप्पन' को लेकर अब पुलिस भी गंभीर हो गई है। वह जंगल में काम करने वाले लोगों की काल डिटेल निकलवाएगी और पेड़ की अवैध कटान करके देवरिया, कुशीनगर व बिहार लकड़ियों की सप्लाई देने वाले वीरप्पन को गिरफ्तार करके जेल भेजेगी।

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अवैध कटान से खोखला हो रहा कुसम्ही जंगल-देवरिया व कुशीनगर से बरामद हो सागौन के बोटे

अवैध कटान को लेकर खोराबार थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने अपनी छानबीन तेज कर दी है। पुलिस का मानना है कि जंगल में अवैध कटान का मामला नया नहीं है। नामजद आरोपितों के जरिये वह पूरे रैकेट का पर्दाफाश करेगी। साथ ही यह जानने की कोशिश की जाएगी कि सिर्फ तिनकोनियां रेंज के रजही बीट में ही क्यों हजारों की संख्या में पेड़ क्यों गिर रहे हैं। इसके पीछे कहीं तस्करों व वनकर्मियों का गठजोड़ तो नहीं है। पुलिस का यह संदेह निर्मूल नहीं है।

जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे

जंगल में 12 पेड़ों की कटान के बाद वन विभाग की टीम ने छानबीन शुरू की तो उसे 18 बोटे सागौन देवरिया जिले के गौरी बाजार स्थित एक भट्ठे के पास से मिला है। वहां से कुछ ही दूरी पर वन निगम के आरोपित ठीकेदार विजय पुत्र भीम सिंह का घर है। कहीं वही तो नहीं जंगल से अवैध कटान करा रहा है। इसमें वन विभाग की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। सागौन के बोटे सिर्फ देवरिया में ही नहीं, बल्कि कुशीनगर के माढ़ापार ढाबे में भी मिले हैं। ढाबे से बुधवार को वनविभाग की टीम को चार बोटे मिले हैं। वन विभाग की टीम का दावा है कि चारो बोटे उसी पेड़ के हैं, जो जंगल से काटे गए थे।

बड़े खेल का हो सकता है पर्दाफाश

अवैध कटान को लेकर वन विभाग की टीम जंगल में छानबीन कर रही है। प्रथम दृष्टया ही कुछ और पेड़ों के कटान का मामला सामने आया है। हालांकि अभी वन विभाग इस दिशा में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह रहा है।

यह था मामला

सप्ताह भर से डीएफओ विकास कुमार को जंगल में अवैध कटान की सूचना मिल रही थी। इसे लेकर उन्होंने चार दिनों तक जंगल में कैंप भी किया। रविवार की रात उन्होंने रजही बीट के कंपार्टमेंट नंबर सात का निरीक्षण किया तो वहां से 12 सागौन के पेड़ कटे हुए थे। इसे लेकर उन्होंने फारेस्टर को निलंबित कर दिया। वाचर को बर्खास्त कर दिया। निलंबन के लिए तिनकोनिया रेंजर का अनुग्रह पत्र लखनऊ भेज दिया। वन निगम के ठीकेदार सहित तीन व्यक्तियों के विरुद्ध खोराबार थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

जंगल में पेड़ काटने वाले तस्करों के गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा। पुलिस सभी बिंदुओं पर काम कर रही है। इसमें सर्विलांस की भी मदद ली जाएगी। - कृष्ण कुमार विश्नोई, पुलिस अधीक्षक नगर।


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