अयोध्या पर फैसला आने से पहले सोशल मीडिया पर लग सकता है प्रतिबंध : एडीजी Gorakhpur News
एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने कहा है कि अयोध्या पर फैसला आने के बाद अफवाहों को रोकने के लिए डीएम और एसएसपी की रिपोर्ट पर सोशल मीडिया पर भी वैन लगाया जा सकता है।
गोरखपुर, जेएनएन। कानून-व्यवस्था की स्थिति आंकलन करने गोरखपुर आए नोडल पुलिस अधिकारी और एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने कहा है कि अयोध्या पर फैसला आने के बाद के हालात से निपटने की पुलिस पूरी तरह से तैयार है। फैसले के बाद अफवाहों को रोकने के लिए डीएम और एसएसपी की रिपोर्ट पर सोशल मीडिया पर भी वैन लगाया जा सकता है। उन्होंने हाल की कुछ घटनाओं को छोड़कर जिले में अपराध पर नियंत्रण होने की बात कही है। साथ ही इस स्थिति को बनाए रखने के लिए अपराधियों पर लगातार दबाव बनाए रखने की जरूरत पर बल दिया।
नए के पहले पुरानी विवेचनाओं को खत्म करने के निर्देश
दो दिवसीय दौरे पर एडीजी एटीएस सोमवार को गोरखपुर आए थे। दूसरे दिन राजघाट थाने का निरीक्षण और अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से उन्होंने कहा कि लंबित विवेचानाओं की फेहरिश्त काफी लंबी है। नए साल में जाने से पहले पुरानी विवेचनाओं को खत्म करने के निर्देश दिए गए हैं। चार्जशीट और फाइनल रिपोर्ट समय से कोर्ट में दाखिल करने की हिदायत दी गई है। थाने में लावारिस रखे वाहनों को उनके मालिकों के सुपुर्द करने तथा दूसरे जिले में तैनात पुलिसकर्मियों से आवास खाली कराने का उन्होंने निर्देश दिया है।
वर्चस्व की लड़ाई में हुआ था जेल में विवाद
एडीजी ने बताया कि जेल का निरीक्षण करने के दौरान बंदियों से उन्होंने बवाल का कारण पूछा था लेकिन कोई बोलने को तैयार नहीं हुआ। अधिकारियों ने बताया कि दो गुटों में वर्चस्व कायम करने को लेकर चल रहे संघर्ष की वजह से विवाद हुआ था। जेल की क्षमता 822 बंदियों की है, लेकिन इस समय 1800 से अधिक बंदी रखे गए हैं। प्रदेश की सभी जेलें क्षमता से अधिक बंदियों की समस्या से जूझ रही हैं।