UP Budget 2020 : पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण को मिलेगी गति Gorakhpur News
UP Government Budget 2020 लिंक एक्सप्रेस वे के लिए छह सौ करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। यह धन 91 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेस-वे पर खर्च किया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के चल रहे निर्माण को प्रदेश सरकार ने और गति दे दी है। 2020-21 के बजट में लिंक एक्सप्रेस वे के लिए छह सौ करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। यह धन 91 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेस-वे पर खर्च किया जाएगा। साथ ही प्रथम चरण में औद्योगिक गलियारा के विकास पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, इसका भी बजट में प्रावधान किया गया है।
सीएम की प्राथमिकता में है एक्सप्रेस वे
लिंक एक्सप्रेस-वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में है। निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सड़क की ऊपरी लेयर की सफाई चल रही है। निर्माण की जिम्मेदारी दो एजेंसियों को मिली है। कुल 91 किमी दूरी को दो पैकेज में बांटकर काम कराया जा रहा है। साथ ही लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा बनाया जाना है, इसके लिए एक हजार हेक्टेयर भूमि की जरूरत है। जिसमें से प्रथम चरण में 500 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। कार्यदायी संस्था यूपीडा ने जिला प्रशासन से औद्योगिक गलियारे का प्रस्ताव मांगा है। इसे विकसित करने के लिए सरकार ने इस बजट में 200 करोड़ का प्रावधान किया है।
लिंक एक्सप्रेस-वे का रूट
सोनवल, कालेसर फोरलेन से शुरू होकर लिंक एक्सप्रेस-वे खजनी, हरनही, सिकरीगंज, बेलघाट, कम्हरियाघाट होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से मिलेगा।
पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे : एक नजर
कुल लंबाई- 91 किमी
कुल लागत- 5876 करोड़
छह लेन का स्ट्रक्चर बनेगा
चार लेन की सड़क बनेगी
सरयू नदी पर छह लेन का पुल बनेगा।
पुल की लंबाई- 1.4 किमी।
पुल की चौड़ाई- 35 मीटर।
पुल की लागत- 6500 करोड़।
कार्यदायी संस्था- एप्को व दिलीप बिल्डकॉन।
वनटांगिया व मुसहरों के जीवन में आएगी खुशहाली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवास के लिए वनटांगिया व मुसहरों को 369 करोड़ रुपये की सौगात दी है। इस धनराशि से उनके सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। मंडल में गोरखपुर के अलावा महराजगंज में वनटांगिया व कुशीनगर में मुहसरों की बड़ी आबादी है। आवास के लिए बजट आवंटित होने से प्रत्येक वनटांगिया व मुहसरों के आवास का सपना पूरा होगा। इससे इनके जीवन में खुशहाली आएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बतौर सांसद रहते भी पांच वनटांगिया (आमबाग, रामगढ़ खाले, रजही, चिलबिलवा व तिनकोनिया) गांवों की सूरत बदलने की कोशिश की। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद तो वनटांगिया व मुहसरों की दुनिया ही बदल गई। इन्हें न केवल राजस्व गांव का दर्जा मिला बल्कि आवास, सड़क, पानी व स्वास्थ्य समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं भी मिलनी शुरू हो गईं। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद वनटांगिया गांवों की तस्वीर लगातार बदल रही है। दीपावली पर मुख्यमंत्री वनटांगियों के बीच रहते हैं। लगभग पांच हजार की आबादी वाले वनटांगिया गांव में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत कुल 818 आवास बनाए गए हैं। मुहसरों के लिए 76 आवास बनने हैं जिसमें 45 पूर्ण हो चुके हैं। 31 का निर्माण शेष है।
बरस रही मुख्यमंत्री की कृपा
राममनोहर, देवानंद, प्रवीण, विवेक व सरयू आदि वनटांगिया व मुसहरों ने खुशी जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की कृपा बरस रही है। कुछ साल पहले तक यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाती थी अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। लगभग हर परिवार को पक्के मकान समेत शौचालयों की सुविधा मिल रही है।
बजट आवंटित होने से इनका सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। वनटांगिया गांवों को राजस्व गांव दर्जा मिलने के बाद यहां के लोगों को शासन की योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास और स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों का लाभ सभी परिवारों को दिया गया है। पात्र लाभार्थियों को पेंशन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वनटांगिया और मुसहरों के लिए स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों का भी इंतजाम कराया जा रहा है। - हर्षिता माथुर, मुख्य विकास अधिकारी।