सीबीएसई की तर्ज पर ही छात्रों को प्रमोट करने के बारे में निर्णय लेगा यूपी बोर्ड Gorakhpur News
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट दोनों ही परीक्षाओं को कराने व न करा पाने की स्थिति में छात्रों को प्रमोट करने की अपनी तैयारी पूरी कर चुका है। लेकिन अब उसकी नजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के निर्णय पर टिक गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर यूपी बोर्ड की नजर अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के निर्णय पर टिक गई है। हालांकि अभी तक यूपी बोर्ड ने न तो हाईस्कूल न ही इंटर की परीक्षा को कराने व रद्द करने को लेकर ही कोई घोषणा की है। लेकिन विभागीय अधिकारियों व अभिभावकों का कहना है कि इंटर की परीक्षाओं को लेकर जैसे ही सीबीएसई कोई फैसला लेगा यूपी बोर्ड भी परीक्षाओं की घोषणा कर देगा।
छात्रों को प्रमोट करने की तैयारी पूरी
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट दोनों ही परीक्षाओं को कराने व न करा पाने की स्थिति में छात्रों को प्रमोट करने की अपनी तैयारी पूरी कर चुका है। बोर्ड पहले विद्यालयों से दसवीं की छमाही व प्री-बोर्ड का नंबर तथा नौंवी के वार्षिक परीक्षा का नंबर मांग कर हाईस्कूल के छात्रों को प्रमोट करने का संकेत दे चुका है। इसके बाद बोर्ड द्वारा 11वीं के छमाही व वार्षिक परीक्षा तथा 12वीं के प्री-बोर्ड के नंबर मांगें गए हैं। जिसे अपलोड करने की अंतिम तिथि 28 मई थी। बोर्ड की इस तैयारी को देखते हुए विभागीय अधिकारियों व शिक्षकों द्वारा यह कयास लगाए लाने लगा है कि यदि किसी कारणवश परीक्षा रद्द होती है तो बोर्ड मांगें गए नंबरों के आधार पर हाईस्कूल व इंटर के छात्रों को प्रमोट कर देगा।
जिले में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या
हाईस्कूल में कुल 74603 छात्र-छात्राएं हैं। इनमें संस्थागत छात्र-छात्राओं की संख्या 74490 है। इसमें व्यक्तिगत छात्र-छात्राओं की संख्या 0247 हैं। इसी तरह से इंटरमीडिएट में कुल 68569 विद्यार्थी हैं। इनमें संस्थागत की संख्या 66176 और व्यक्तिगत छात्रों की संख्या 1393 हैं।
देर रात स्कूलों ने अपलोड किए नंबर
सचिव यूपी बोर्ड द्वारा गत 24 मई को मांगें गए 11वीं के छमाही व वार्षिक परीक्षा तथा 12वीं के प्री-बोर्ड के नंबर निर्धारित तिथि को देर रात्रि तक स्कूलों ने अपलोड कर दिए। शुरू में दो दिन वेबसाइट नहीं खुलने के कारण स्कूलों को परेशानी उठानी पड़ी, लेकिन इसके बाद स्कूलों ने लगातार मेहनत कर जनपद के 302 स्कूलों ने अपने नंबर अपलोड कर दिए। प्रभारी डीआइओएस आरएन भारती का कहना है कि बोर्ड द्वारा अब तक मांगें गए सभी नंबर वेबसाइट पर अपलोड हो चुके हैं। आगे जो भी दिशा-निर्देश मिलेगा उसका पालन सुनिश्चित कराया जाएगा।