गोरखपुर के आकाशवाणी केंद्र के रिले सेंटर का ट्रांसमीटर स्विच आफ, अब कभी नहीं होगा आन Gorakhpur News
गोरखपुर आकाशवाणी केंद्र के रिले सेंटर का हाइपावर ट्रांसमीटर (100 किलोवाट) शनिवार की दोपहर 12 बजे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया।इस स्विच के बंद होने के बाद अब रेडियो के मीडियम वेब पर गोरखपुर आकाशवाणी की आवाज कभी सुनने को नहीं मिलेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। भटहट के बरगदही स्थित गोरखपुर आकाशवाणी केंद्र के रिले सेंटर का हाइपावर ट्रांसमीटर (100 किलोवाट) शनिवार की दोपहर 12 बजे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया। इसके साथ ही कर्मचारियों की एक टीम रिले सेंटर पर लगे मशीनों एवं उपकरणों की सूची तैयार करने में जुटी रही।
विभागीय अधिकारी की मानें तो जो मशीनें कार्य कर रही हैं उन्हें अन्य रिले सेंटरों पर स्थापित किया जाएगा। वहीं निष्क्रिय पड़े उपकरणों की सूची निदेशालय को भेज दी जाएगी। वहीं रिले सेंटर को बंद करने की कार्यवाही के विषय में कर्मचारी व अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते रहे। इससे पहले प्रतिदिन रात्रि 12 बजे ट्रांसमीटर के स्विच को आफ किया जाता था और सुबह 5:50 बजे स्विच ऑन किया जाता था। इस स्विच के बंद होने के बाद अब रेडियो के मीडियम वेब पर गोरखपुर आकाशवाणी की आवाज कभी सुनने को नहीं मिलेगी।
महानिदेशालय के निर्देश पर इस सेंटर को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए केंद्राध्यक्ष राहुल सिंह की ओर से ट्रांसमीटर को पूर्णतया बंद करने के लिए आकाशवाणी के सहायक निदेशक (अभियांत्रिकी) राकेश कुमार शुक्ला के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम बनाई गई थी जो शनिवार की सुबह करीब 11 बजे आकाशवाणी केंद्र पहुंच गई। एक कार में पहुंचे चार से पांच लोग भटहट केंद्र पहुंचे और मेन गेट से अंदर जाने के बाद गेट को बंद करा दिया। इसके बाद किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई।
सेंटर को बंद करने की प्रक्रिया के दौरान मीडियाकर्मी भी बाहर ही रहे, उन्हें गार्ड ने अंदर जाने की अनुमति नहीं दी। इस दौरान परिसर के अंदर टीम की चहल-पहल बाहर से ही नजर आ रही थी। करीब एक घंटे की प्रक्रिया के बाद इसे बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि मीडियम वेब ट्रांसमीटर बंद होने के बाद एफएम बैंड पर प्रसारण को जारी रखने की तैयारी चल रही है। प्रसार भारती एफएम के माध्यम से रेडियो को लोगों तक पहुंचाना चाहता है। प्रसार भारती का मानना है कि रेडियो लोगों के घरों से गायब हो चुके हैं। अगर कुछ सुना जा रहा है तो वह एफएम रेडियो। ऐसे में पुराने ट्रांसमीटर के नवीनीकरण से बेहतर है कि एक बड़े केंद्र की जगह कई छोटे-छोटे केंद्र बना दिए जाएं। इसकी शुरुआत देवरिया, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज और आजमगढ़ जैसे जिलों में एमएम केंद्र के निर्माण से हो चुकी है। गोरखपुर में भी एक ऐसा ही एमएम केंद्र जल्द स्थापित स्थापित होने जा रहा है।
सपा नेता ने दी आंदोलन की चेतावनी
समाजवादी पार्टी के नेता कालीशंकर ने आकाशवाणी केंद्र गोरखपुर से प्रसारण बंद किये जाने के विरोध में आकाशवाणी केंद्र गोरखपुर के केंद्राध्यक्ष श्री राहुल सिंह से वार्ता कर तत्काल प्रसारण चालू करने की माँग का ज्ञापन महानिदेशक आकाशवाणी नई दिल्ली को प्रेषित किया। ज्ञापन में महानिदेशक आकाशवाणी नई दिल्ली और सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार को भी कॉपी करते हुए तत्काल प्रसारण शुरू किये जाने की माँग किया अन्यथा हम जन आंदोलन को बाध्य होंगे।