दशहरा, दीपावली और छठ में फुल हो चुकी हैं ट्रेनें, दिल्ली के लिए 'नो रूम' Gorakhpur News
छठ दीपावली के लिए ट्रेनें अभी से बुल हो गई हैं। गोरखपुर से दिल्ली के लिए तो अभी से नो रूम हो गया ह।
गोरखपुर, जेएनएन। दशहरा, दीपावली और छठ पर्व पर दिल्ली और मुंबई से आने वाले लोगों की मुश्किलें अभी से बढ़ गई हैं। एक तो नियमित ट्रेनें निरस्त हैं। गिनती की जो स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, वह भी फुल हो चुकी हैं। कंफर्म टिकट के लिए लोग परेशान हैं।
25 अक्टूबर को दशहरा है। लेकिन 20 अक्टूबर से ही ट्रेनों में जगह नहीं है। नवंबर की स्थिति तो और खराब है। 14 नवंबर को दीपावली और 20 को छठ है। सबसे अधिक परेशानी छठ पर्व पर है। स्थिति यह है कि दिल्ली से आने वाली स्पेशल ट्रेनों में 15 से 18 नवंबर तक नो रूम की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, गोरखपुर से जाने वाली ट्रेनें पूरी तरह खाली हैं। दरअसल, नियमित ट्रेनें 12 अगस्त तक निरस्त हैं। स्पेशल ट्रेनें एक जून से चल रही हैं। गोरखपुर से रोजाना एक दिल्ली के लिए, तीन मुंबई के लिए तथा एक अहमदाबाद के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना होती है।
अहमदाबाद की स्पेशल फुल, मुंबई वाली खाली
गिनती की स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन उन्हें भी पर्याप्य यात्री नहीं मिल पा रहे। गोरखपुर से चलने वाली पांच ट्रेनों में अहमदाबाद स्पेशल को छोड़ दिया जाए तो किसी भी ट्रेन की बोगियां भर नहीं पा रहीं। रक्षाबंधन पर्व के बाद भी दिल्ली के रास्ते हिसार जाने वाली 02555 गोरखधाम स्पेशल भी फुल नहीं हो पा रही। मुंबई जाने वाली ट्रेनों की की स्थिति और खराब है। लखनऊ पहुंचने पर इन ट्रेनों की सीटें भरती हैं। सामान्य दिनों में औसतन 16 से 17 सौ सीटों वाली इन ट्रेनों में एक सीट के लिए यात्रियों को दिनभर लाइन में बैठना पड़ता था। शाम को 4.30 बजे रवाना होने वाली गोरखधाम के लिए तो सुबह 10 बजे ही लाइन लग जाती थी।
नहीं दिख रही नियमित ट्रेनों के चलने की संभावना
नियमित ट्रेनें 12 अगस्त तक निरस्त हैं। स्पेशल ट्रेनें एक जून से चल रही हैं। लेकिन स्पेशल ट्रेनों की स्थिति को देखते हुए नहीं लग रहा कि नियमित ट्रेनों को चलाने की अनुमति मिलेगी। जानकारों का कहना है कि गोरखपुर से मुंबई के लिए तो गोरखपुर से तीन ट्रेनें हैं। लेकिन दिल्ली के लिए सिर्फ एक गोरखधाम है। वह भी फुल नहीं हो पा रही। फिलहाल, गोरखपुर से दिल्ली के लिए एक, मुंबई के लिए तीन व अहमदाबाद के लिए एक स्पेशल ट्रेन चल रही है।
गोरखपुर से चलने वाली ट्रेनों की स्थिति
सोमवार को : गोरखधाम में 922, कुशीनगर में 457, एलटीटीटी में 543, अवध में 598 और अहमदाबाद में 1036 यात्री सवार हुए।
मंगलवार को : गोरखधाम में 1194, कुशीनगर में 524, एलटीटीटी में 662, अवध मुजफ्फरपुर से चली और अहमदाबाद में 1131 यात्री सवार हुए।
बुधवार को : गोरखधाम में 1085, कुशीनगर में 537, एलटीटीटी में 682, अवध में 663 और अहमदाबाद में 1284 यात्री सवार हुए।
10 को भटनी-औंड़िहार रेलमार्ग पर दौड़ेगी सीआरएस की इलेक्ट्रिक ट्रेन
भटनी से औंड़िहार 125 किमी रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा हो गया है। दस अगस्त को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) विद्युतीकरण का निरीक्षण कर स्पीड ट्रायल करेंगे। उनकी हरी झंडी मिलते ही गोरखपुर-भटनी-वाराणसी रेलमार्ग पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। विद्युतीकरण का कार्य जून में ही पूरा हो गया था। रेलवे के इंजीनियरों ने 18 जून को भटनी-किड़िहरापुर के बीच तथा 19 को औड़िहार-इन्दारा के बीच इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल किया था। ट्रायल पूरा हो जाने के बाद रेल संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण का इंतजार था। अब सीआरएस की संस्तु्ति के बाद भटनी-औंडिहार रेलमार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचलन का रास्ता साफ हो जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे में पूरा हो चुका है 1967 किमी रेल लाइन का विद्युतीकरण
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में पूर्वोत्तर रेलवे में विद्युतीकरण के कार्य में तेजी आई है। वर्ष 2016-17 में 159.20 किमी, 2017-18 में 167.14 किमी तथा 2018-19 में 431.23 किमी रेल खण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूरा हुआ। पूर्वोत्तर रेलवे में अभी तक दो हजार किमी रेल लाइन का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है।
गोरखपुर-नौतनवां व बढ़नी-गोंडा रूट पर भी विद्युतीकरण शुरू
गोरखपुर-आनंदनगर-नौतनवां तथा बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग का भी विद्युतीकरण शुरू हो चुका है। गोरखपुर-नौतनवां रूट पर खंभे गड़ने शुरू हो चुके हैं। बढ़नी-गोंडा मार्ग पर सर्वे चल रहा है। आने वाले दिनों में सभी रूटों पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलेंगी। बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा, गोरखपुर-नरकिटयागंज और छपरा-बलिया-वराणसी रूट पर पहले से ही इलेक्ट्रिक ट्रेनें चल रही हैं।