गोरखपुर के कौवाबाग अंडरपास से आवागमन शुरू, आधे शहर को जाम से मिलेगी निजात Gorakhpur News
सोमवार को कौवाबाग अंडरपास आमजनता के लिए खोल दिया गया। अंडरपास खुलने की जानकारी होते ही बड़े संख्या में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई।
गोरखपुर, जेएनएन। लंबे इंतजार के बाद सोमवार को कौवाबाग अंडरपास आमजनता के लिए खोल दिया गया। अंडरपास खुलने की जानकारी होते ही बड़े संख्या में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई। इसके खुल जाने से महानगर के उत्तरी छोर के हजारों वाशिंदों को जाम से राहत मिले गई है। अंडरपास का निर्माण पिछले दो सालों से चल रहा था। इसे फरवरी के अंतिम सप्ताह में खोला जाना था लेकिन अंडरपास का कार्य तय समय से पहले ही पूरा हो जाने के कारण सोमवार को इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया।
सोमवार को शाम को खुला अंडरपास
सोमवार की शाम 4.45 बजे जैसे ही अंडरपास खुला तो रेल अधिकारियों, कर्मचारियों व आम जनता के चेहरे खिल उठे। अभी तक लोगों के पास धर्मशाला व मोहद्दीपुर ओवरब्रिज के रास्ते ही आने-जाने का विकल्प था। इन दोनों जगहों पर ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण जाम की समस्या बनी रहती है। कौवाबाग अंडरपास के शुरू होने से धर्मशाला व मोहद्दीपुर मार्ग पर लोड कम होगा और लोग आसानी से इस पार से उस पार जा सकेंगे। महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे ने एक माह पूर्व अंडरपास का निरीक्षण कर इसे फरवरी में खोलने का निर्देश दिया था। इसके बाद अंडरपास के निर्माण में काफी तेजी आ गई थी।
चित्रकारी से बढ़ा अंडरपास का आकर्षण
अंडरपास की दीवारों पर पेंटिंग कराई जा रही है जो लोगों को स्वच्छता के साथ ही सामाजिक समरसता का संदेश दे रही है। रेलवे प्रशासन दीवारों का उपयोग पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का संदेश देने के लिए कर रहा है। दीवारों पर चित्रकारी से अंडरपास का आकर्षण काफी बढ़ गया है।
यहां परेशानी : रास्ता को लेकर गीडा के अधिकारियों से मिले ग्रामीण
उधर, पिपरौली ब्लाक के ग्राम सभा बडग़हन के दलित बस्ती में जाने के लिए रास्ता के अभाव होने से ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। गीडा की तरफ से रास्ता की व्यवस्था करने की मांग को लेकर ग्रामीण सोमवार को गीडा के अधिकारियों से मिले। सीईओ को पत्र देकर रास्ता उपलब्ध कराने की मांग की, जिस पर आश्वासन दिया गया। ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे डा. शिव शंकर पांडेय ने कहा कि गीडा क्षेत्र में स्थित ग्राम सभा बडग़हन में वर्तमान समय में रास्ता का अभाव है, जिससे गांव की जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है। गीडा की तरफ से रास्ता देने के लिए गांव के लोग गुहार लगा चुके है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। गीडा प्रशासन गांव में स्थित एक आश्रम की दक्षिणी दीवार से सटकर 20 फीट चौड़ा मार्ग बडग़हन गांव से होते हुए गीडा कार्यालय तक बना दें, जिससे ग्रामीणों को नवजीवन मिलेगा। साथ ही बड़ी समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। ग्रामीणों ने पत्र मुख्य कार्यपालक अधिकारी गीडा संजीव रंजन को दिया, जिस पर उन्होंने समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर शिव नारायण दुबे, सोनू पांडेय, राजू मौर्या, संजय यादव, परशुराम, भास्कर पांडेय, बिट्टू, रविकांत उर्फ लालू, दुर्गेश, श्रवण, झिनक, अभिमन्यू आदि उपस्थित रहे।