गोरखपुर में व्यापारियों की मांग- एक साथ हो साप्ताहिक और कोरोना बंदी
गोरखपुर में व्यापारियों ने साप्ताहिक बंदी को लेकर पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की है। व्यापारियों ने कहा है कि शनिवार और रविवार की बजाए बंदी के लिए पूर्व की व्यवस्था लागू की जाए। इससे व्यापार की धीमी पड़ चुकी गति में तेजी आयेगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में व्यापारियों ने साप्ताहिक बंदी को लेकर पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की है। उनका कहना है कि सही प्रबंधन के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बेहद कम हो गई है। इसलिए शनिवार और रविवार की बजाए बंदी के लिए पूर्व की व्यवस्था लागू की जाए। इससे व्यापार की धीमी पड़ चुकी गति में तेजी आयेगी तथा अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। शहर का 80 फीसद बाजार मंगलवार और शेष रविवार को बंद होता था।
व्यापारियों की यह है समस्या
शहर के अली नगर, रेती, पांडेयहाता, शाहमारुफ, सराफा बाजार, गीता प्रेस रोड, गोरखनाथ आदि प्रमुख बाजार मंगलवार को बंद होते थे, जबकि गोलघर, बैंक राेड, मोहद्दीपुर, सिनेमा रोड के दुकानदारों की रविवार को बंदी होती थी, लेकिन अब शहर के सभी बाजार शनिवार और रविवार को बंद हो रहे हैं। मंगलवार बंदी वाले बाजारों में सबसे ज्यादा भीड़ रविवार को हाेती है। आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में ग्राहक रविवार को ही खरीदारी करने आते हैं, जबकि मंगलवार को ग्राहक आते ही नहीं है। इस समस्या को देखते हुए व्यापारी चाहते हैं कि रविवार वाली बंदी हटाकर मंगलवार कर दिया जाए।
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए शनिवार व रविवार को वीकेंड कर्फ्यू समाप्त किया जाना चाहिए। सरकारी कर्मचारी बंदी के कारण शनिवार व रविवार को खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। वहीं मंगलवार को दुकानें खुलने के बावजूद ग्राहक नहीं आते। - संजीव रस्तोगी, इलेक्ट्रिक कारोबारी, मियां बाजार।
कोरोना काल की भयानक स्थिति से हम सब गुजर चुके हैं। अब प्रशासन को व्यापार को पहले की तरह व्यवस्थित करना चाहिए। शनिवार व रविवार के बजाए पहले की तरह मंगलवार को बंदी की जाए। अधिकांश व्यापारी मंगलवार को बंद रखना चाहते हैं और रविवार को दुकानें खोलना चाहते हैं। - शैलेश अग्रहरी, तेल-घी थोक विक्रेता साहबगंज।
गोरखपुर से कस्बों में स्थित बाजार की बंदी रविवार को हाेती है और वे शहर आकर जरूरत का सामान खरीदते थे। अब महानगर रविवार को बंद होने से बाजार अव्यवस्थित हो गया है। मंगलवार को बाहर के दुकानदार गोरखपुर नहीं आ पाते। स्थानीय दुकानदारों के लिए शनिवार व रविवार की तरह मंगलवार भी एक तरह से बंदी हो जाता है। - प्रमोद कुमार गुप्ता, बिस्कुट-टाफी कारोबारी, कोतवाली रोड।
कोरोना से हुए नुकसान से अब तक व्यापारी उबर नहीं पाए हैं। शनिवार एवं रविवार की बंदी से अासपास के कस्बों एवं जिलों से ग्राहक नहीं आते, इससे व्यापारियों को दोहरी मार झेलनी पड़ती है। प्रशासन से अनुरोध है कि मंगलवार बंदी वाले बाजार को उसी दिन बंद रखा जाए। - मयंक केडिया, कपड़ा कारोबारी कालीबाड़ी।