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Top Gorakhpur News Of The Day, 26 March 2020 : Coronavirus : जिला अस्पताल में देखे गए 256 मरीज, 20 लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह

गोरखपुर-बस्‍ती मंडल की ताजा जानकारी के लिए पढ़ते रहिए जागरण डाट काम की खबरें। अपराध राजनीतिक कोरोना लॉकडाउन की तुरंत जानकारी के लिए कृपया हमारे साथ बने रहिए।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 07:00 PM (IST)Updated: Thu, 26 Mar 2020 07:00 PM (IST)
Top Gorakhpur News Of The Day, 26 March 2020 : Coronavirus : जिला अस्पताल में देखे गए 256 मरीज, 20 लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह

गोरखपुर, जेएनएन। जिला अस्पताल की ओपीडी से लेकर वार्ड तक सन्नाटा पसरा है। महिला आर्थो वार्ड में कुछ मरीज थीं, लेकिन पुरुष आर्थो वार्ड में सिर्फ चार मरीज और इमरजेंसी वार्ड तो लगभग खाली था। ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बहुत कम हो गई है। केवल फ्लू कार्नर ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं। बुधवार को कुल 256 मरीज देखे गए, इनमें से बाहर से आए 20 लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई। उनके हाथ पर मुहर लगा दी गई है। विदेश व देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों को एहतियातन होम क्वारंटाइन किया जा रहा है, ताकि कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सके। इसके लिए ऐसे व्यक्ति के घर के बाहर एक पोस्टर लगाया जा रहा है, जिस पर बाहर से आए व्यक्ति का नाम, पता दर्ज। पोस्टर पर यह भी लिखा है कि यह व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है। साथ ही उस व्यक्ति के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर भी लगाई जा रही है। शहर ही नहीं गांवों में भी स्थिति ठीक है। लोग जागरूक हो गए हैं। बाहर से यदि कोई आया है तो घर व गांव के लोग उसे बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर लगाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की 80 टीमें गांव-गांव जाकर ऐसे लोगों के हाथ पर मुहर लगा रही है। लॉकडाउन में भी लोगों ने रोजमर्रा की जरूरत के सामान की खरीदारी की। घर से निकले लोगों ने अपनी सुरक्षा को लेकर एहतियात भी बरता। साहबगंज, महेवा मंडी सहित विभिन्न बाजारों में खरीदारी की गई। फुटकर बाजार की तुलना में कम मूल्य होने के कारण लोगों ने महेवा स्थित थोक मंडी में फल एवं सब्जी की खरीदारी की। लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में विभिन्न थाना क्षेत्रों से 20 लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें से कुछ पान, गुटखा बेचते कुछ लोग सड़क पर अनावश्यक घूमते पकड़े गए हैं।

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20 लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह

जिला अस्पताल की ओपीडी से लेकर वार्ड तक सन्नाटा पसरा है। महिला आर्थो वार्ड में कुछ मरीज थीं, लेकिन पुरुष आर्थो वार्ड में सिर्फ चार मरीज और इमरजेंसी वार्ड तो लगभग खाली था। ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बहुत कम हो गई है। केवल फ्लू कार्नर ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं। बुधवार को कुल 256 मरीज देखे गए, इनमें से बाहर से आए 20 लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई। उनके हाथ पर मुहर लगा दी गई है। विदेश व अन्य शहरों से आए लोग कोरोना वायरस को लेकर जागरूक हो गए हैं। वे स्वयं जिला अस्पताल अपनी जांच कराने पहुंच रहे हैं। 19 मरीज अभी हाल में ही दिल्ली, मुंबई, केरल व पुणे से लौटे हैं। एक व्यक्ति विदेश से लौटा है। किसी में संक्रमण नहीं मिला। फ्लू कार्नर ओपीडी में कुल चार फिजीशियन व चार फार्मासिस्ट तैनात किए गए हैं। न्यू ओपीडी बिल्डिंग व संक्रामक रोग विभाग में फ्लू कार्नर ओपीडी बनाई गई है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके सिंह ने बताया कि अब ओपीडी में भीड़ बहुत कम हो गई है। भर्ती होने वाले मरीज भी नहीं आ रहे हैं और जो भर्ती थे वे धीरे-धीरे डिस्चार्ज हो रहे हैं। कोरोना के लिए शाही ग्लोबल हास्पिटल, तारामंडल में सात वेंटीलेटर व 50 बेड का इंटीग्रेटेड केयर यूनिट (आइसीयू) तैयार है। जब चाहे जिला प्रशासन इसका उपयोग कर सकता है। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. शिवशंकर शाही ने कहा कि आज समय आ गया है कि देश के लिए हम सभी हरसंभव योगदान दें। हमारे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ, पुलिस, दवा व्यापारी, जरूरी सामान के विक्रेता, सफाई कर्मचारी कोरोना से बिल्कुल न डरें। बहुत खुशी हो रही है कि अस्पतालों के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ बखूबी अपना काम कर रहे हैं। मैं सरकार, जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी से कहना चाहता हूूं कि जब भी चाहें मेरे हॉस्पिटल का कोरोना पीडि़तों के लिए उपयोग कर सकते हैं। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन उनसे मदद ले सकता है।

अब घरों पर लगाए जाएंगे होम क्वारंटाइन के पोस्‍टर

विदेश व देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों को एहतियातन होम क्वारंटाइन किया जा रहा है, ताकि कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सके। इसके लिए ऐसे व्यक्ति के घर के बाहर एक पोस्टर लगाया जा रहा है, जिस पर बाहर से आए व्यक्ति का नाम, पता दर्ज। पोस्टर पर यह भी लिखा है कि यह व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है। साथ ही उस व्यक्ति के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर भी लगाई जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि मुहर व पोस्टर इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि आसपास के लोग उस घर में न जाएं। लोगों से उसका मिलना-जुलना न हो। इससे कोरोना के फैलने पर आसानी से नियंत्रण हो सकेगा। उन्हें किसी तरह की परेशानी होने पर कंट्रोल रूम को सूचित करने को भी कहा जा रहा है। हाथ में मुहर लगा व्यक्ति यदि मोहल्ले में घूमता है, अथवा वह कहीं जा रहा है तो आसपास के लोग उसे मना करेंगे। यदि वह नहीं मानेगा तो पुलिस या कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे। इस संबंध में लोगों को बताया भी जा चुका है। पिपराइच क्षेत्र में बाहर से आए करीब दो सौ लोग पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती बन रहे हैं। प्रशासन के होम क्वारंटाइन के आदेश के बाद भी तमाम लोग घरों के बाहर निकल रहे हैं। ऐस लोगों को समझाने के लिए चिकित्सकों ने पुलिस की मदद ली। क्षेत्र में बाहर से आने वाले दो सौ लोगों में से करीब 42 विदेश से आए हैं। सीएचसी अधीक्षक डॉ.नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि क्षेत्र की एक वृद्ध महिला भिलाई से चार दिन पहले आई हैं। मनाही के बावजूद घर के बाहर घूम रही हैं। मुंबई से लौटे दो लोगों के गांव में घूमने की शिकायत ग्रामीणों ने की है। गांव में दो बार पुलिस भेजनी पड़ी। सउदी से लौटे एक व्यक्ति को समझाने के लिए पुलिस तीसरी बार गई थी। सीएचसी अधीक्षक ने स्वयं क्षेत्र के अगया, कुसम्ही, माड़ापार व जगदीशपुर गांव का दौरा किया। डॉक्टरों की पांच टीम लगाई गई है। पिपराइच क्षेत्र में अब तक 29 गांवों का भ्रमण कर 91 लोगों को होम क्वारंटाइन की मुहर लगाकर चिह्नित किया गया और घर में रहने की हिदायत दी गई।

बाहर से आने वालों को घर से निकलने नहीं दे रहे गांव वाले

शहर ही नहीं गांवों में स्थिति ठीक है। लोग जागरूक हो गए हैं। बाहर से यदि कोई आया है तो घर व गांव के लोग उसे बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर लगाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की 80 टीमें गांव-गांव जाकर ऐसे लोगों के हाथ पर मुहर लगा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने खजनी क्षेत्र के कई गांवों का भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि गांवों में लोग बहुत जागरूक हैं। जो लोग बाहर से आए हैं, उन्हें घर में ही एक कमरे में अलग कर दिया गया है। गांवों में भी कहीं भीड़ नहीं है। एक-दो लोग अपने दरवाजे पर बैठे मिले। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजी पीजीआइ), लखनऊ के डॉक्टरों ने बुधवार को हर जिले के स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना के बारे में प्रशिक्षित किया। गोरखपुर के पांच डॉक्टर, पांच स्टॉफ नर्स, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक उपस्थित थे। उन्हें कोरोना वार्ड में जाने के पूर्व बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत कराया गया। जिला अस्पताल में मास्क की कमी होने से कपड़े मंगाकर दो वार्ड ब्वायों को सिलने के लिए लगा दिया गया है। प्रतिदिन 50 मास्क तैयार किए जा रहे हैं। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके सिंह ने बताया कि शीघ्र ही मास्क की कमी दूर हो जाएगी। दो दिन में 100 मास्क तैयार कर लिए गए हैं। अभी कोरोना का कोई मरीज जिला अस्पताल में नहीं आया है, लेकिन यदि कोई मरीज आया तो उसकी देखरेख करने वाले डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को घर नहीं जाने दिया जाएगा। उनके लिए जिला अस्पताल के सामने एक आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। जिला महिला अस्पताल के बगल में बने 100 बेड मैटरनिटी विंग को कोरोना वार्ड बनाया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को पत्र भेजकर उसे खाली रखने का निर्देश दिया है। सीएमओ ने बताया कि तीन युवकों का सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजा गया था। पहली तीनों जांच रिपोर्ट की मिलान पुणे भेजकर कराई गई। रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिले में अभी तक कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला है। सैनिटाइजर की कमी को देखते हुए जिला अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में ही स्प्रिट, ग्लीसरीन व नार्मल सलाइन से सैनिटाइजर बनवाना शुरू कर दिया है। आधा लीटर के डिब्बे में हर जगह ये सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे। डिब्बे खरीद लिए गए हैं।

प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने की खरीदारी

लॉकडाउन में भी लोगों ने रोजमर्रा की जरूरत के सामान की खरीदारी की। घर से निकले लोगों ने अपनी सुरक्षा को लेकर एहतियात भी बरता। साहबगंज, महेवा मंडी सहित विभिन्न बाजारों में खरीदारी की गई। फुटकर बाजार की तुलना में कम मूल्य होने के कारण लोगों ने महेवा स्थित थोक मंडी में फल एवं सब्जी की खरीदारी की। बाहर से माल आने के कारण फल एवं सब्जी की मंडी में कोई कमी नहीं थी। ऐसी स्थिति में नवरात्र को देखते हुए आलू की खूब बिक्री हुई। कोरोना वायरस को लेकर मंगलवार की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई अपील का साफ असर दिखा। बाहर निकले लोगों ने संक्रमण से बचने के लिए दूरी बनाने का प्रयास किया। जरूरी सामान खरीदने के लिए लोग बाजार में आए लेकिन अपनी सुविधा का ख्याल भी रखा। दुकानदारों ने भी लोगों से दूर-दूर खड़े होने की अपील की। महेवा स्थित मंडी में व्यापारियों ने सैनिटाइजेशन कराने को जरूरी बताया। उनके अनुसार सब्जियों एवं फल की कीमत में कोई खास अंतर नहीं आया है। महेवा मंडी में बुधवार को संतरा 30 से 35 रुपये प्रति किलो, सेब 60 से 80 रुपये, पपीता 20 से 22 रुपये व अंगूर 30 से 40 रुपये प्रति किलो की दर से बिका। सब्जी के फुटकर दाम में कुछ खास अंतर नहीं आया है। फल व्‍यवसायी रमेश सोनकर का कहना है कि बाजार में फल की कोई कमी नहीं है। बाहर से आपूर्ति जारी होने के कारण नवरात्र के कारण भी कीमत सामान्य है। इसी तरह राजेंद्र कुमार सोनकर का कहना है कि फल की पर्याप्त उपलब्धता है। लोगों को बाजार आने का समय कम मिल रहा है, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। जिस तरह से सब्जी की आपूर्ति कराई जा रही है, वैसे ही फल की आपूर्ति भी होनी चाहिए। मंडी को भी सैनिटाइज कराना होगा। वहीं अब्दुल हमीद का कहना है कि लोग बाजार में आए और सतर्कता बरतते हुए खरीदारी की। कोरोना को लेकर हर व्यक्ति जागरूक हो रहा है। समय थोड़ा और मिलना चाहिए। दिनेश साहू का कहना है कि थोक मंडी में सुबह-सुबह खरीदार आ रहे हैं। बाजार में सब्जी की कीमत भी नियंत्रित है और उसकी उपलब्धता भी पर्याप्त है। लॉकडाउन का पालन करना हो और भीड़ भी न रहे, इसके लिए जरूरी सामान खरीदने के लिए लोगों की पहली पसंद मोहल्ले की दुकानें बनीं हुईं हैं। घर से निकलकर लोग पड़ोस की दुकान पर जा रहे हैं और जरूरी सामान लेकर वापस चले आ रहे हैं। दाउदपुर में खरीदारी करने गए गणेश ने बताया कि चीनी व आलू लेना था। सुबह आठ बजे गया, आराम से दोनों सामान मिल गया। दुकान पर लोग दूर-दूर खड़े थे। रोजमर्रा के जरूरी सामान शहरवासी ऑनलाइन ऑर्डर कर भी मंगा सकेंगे। ऑर्डर के दो घंटे के भीतर सामान घर तक पहुंचा दिया जाएगा। इसके लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है। इसमें ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था भी होगी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व एसडीएम सदर गौरव सिंह सोगरवाल ने घर पर सामान आपूर्ति को देखते हुए तहसील सभागार में ई-कॉमर्स कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में फैसला किया गया कि सभी दुकानदारों को सूचीबद्ध कर ई-कॉमर्स के माध्यम से सामानों की आपूर्ति कराई जाएगी। इसमें फल, सब्जी, किराना के सामान, दूध सहित सभी जरूरी सामग्री शामिल की जाएगी

लाॅक डाउन तोडऩे वाले गोरखपुर में 20 लोग गिरफ्तार

लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में विभिन्न थाना क्षेत्रों से 20 लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें से कुछ पान, गुटखा बेचते कुछ लोग सड़क पर अनावश्यक घूमते पकड़े गए हैं। कैंट इलाके से लॉकडाउन तोडऩे के आरोप में पकड़े गए लोगों के हाथ में पुलिस ने 'मैं समाज का दुश्मन हूं, मैं घर में नहीं रह सकता हूं लिखी तख्तियां पकड़ाकर उनका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया है।लोगों की आवाजाही रोकने के लिए जिले में विभिन्न स्थानों पर 220 बैरियर लगाए गए थे। दिन भर अभियान में 2473 वाहनों को चेक किया गया। इनमें से 604 वाहनों को चालान कर 3 लाख 44 हजार 900 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। चार वाहन सीज किए गए। कैंट पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने और बीड़ी, सिगरेट, पान, गुटखा बेच रहे मुसाफिर खाने के पास से राना सिंह व शकर दयाल राय, जलकल गेट, गोलघर से दिनेश, बेतियाहाता से अतुल कुमार, सिविल लाइंस से लकी, सिंघडिय़ा से झम्मन शर्मा, बेतियाहाता टेलीफोन कालोनी के पास से बृजेश साहनी, सिविल लाइंस से पवन कुमार चौधरी तथा मोहद्दीपुर चारफाटक के पास से तेज प्रकाश को गिरफ्तार किया। तिवारीपुर पुलिस ने अलग-अलग स्थान से रतन यादव, शिवाजी गुप्त, देवेंद्र कुमार सैनी और श्याम कुमार चौरसिया को गिरफ्तार किया है। छह आरोपित ग्रामीण इलाकों से गिरफ्तार किए गए हैं।  


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