Top Gorakhpur News Of The Day, 17 February 2020 : कांग्रेस ने कहा, सामूहिक दुष्कर्म की आरोपियों को बचा रही है सरकार
Top Gorakhpur News of the Day 17 February 2020 17 February 2020 सोमवार की गोरखपुर की टॉप खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर और गोरखपुर के आसपास के जिलों की 17 February 2020 सोमवार की प्रमुख खबराें में कांग्रेस ने कहा, सामूहिक दुष्कर्म की आरोपियों को बचा रही है सरकार खबर चर्चा में रही। इसके अलावा तिलक समारोह से वापस जा रहे मोटरसाइकिल सवार तीन युवक ट्रक से भिड़े, तीनों की मौत, सिद्धार्थनगर में स्कूली बस पलटी, 14 बच्चे घायल ; CM ने लिया संज्ञान, गोरखपुर के माेहल्ले : नाम मुरब्बा गली, बिकते हैं कपड़े और यहां है किताबों का संसार, अध्ययन के साथ ही चलता था बहस-मुबाहिसों का दौर खबर भी चर्चा में रही।
कांग्रेस ने कहा, सामूहिक दुष्कर्म की आरोपियों को बचा रही है सरकार
गोरखपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजलाल खावरी ने कहा कि देश में दलितों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। दलितों की आवाज दबाई जा रही है। जिला अस्पताल में भर्ती दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। उन्होंने सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण के सही खुलासे के लिए सीबीआइ जांच की मांग भी की।
तिलक समारोह से वापस जा रहे मोटरसाइकिल सवार तीन युवक ट्रक से भिड़े, तीनों की मौत
गोरखपुर। कुशीनगर जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्रामसभा मेहड़ा में रविवार की रात तिलक समारोह में गए अवरही कृतपुरा गांव के तीन युवकों की घर वापस जाते समय रास्ते मे गन्ना लदे ट्रक से भिड़ंत हो गई। हादसे में तीनों की मौत हो गई। मृतकों में औराही कृतपुरा निवासी अशोक पुत्र श्रीकांत, प्रिंस सिंह पुत्र राम अधीन, गणेश सिंह पुत्र अयोध्या सिंह शामिल हैं।
सिद्धार्थनगर में स्कूली बस पलटी, 14 बच्चे घायल ; CM ने लिया संज्ञान
गोरखपुर। सिद्धार्थनगर जनपद के शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के बोहली गांव के पास सरस्वती शिशु मंदिर एवं विद्या मंदिर शोहरतगढ़ की बस ड्राइवर की लापरवाही से सुबह नौ बजे पलट गई। बस में सवार 14 बच्चे घायल हो गए हैं। दो बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। ड्राइवर बस छोड़ कर फरार गया। सभी घायल बच्चों का इलाज सीएचसी पर कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोहरतगढ़ में हुई बस दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर बच्चों को अस्पताल ले जाने का निर्देश दिया।
गोरखपुर के माेहल्ले : नाम मुरब्बा गली, बिकते हैं कपड़े
गोरखपुर। उर्दू बाजार के दायरे में यूं तो कई गलियां हैं लेकिन मुरब्बा गली की अपनी अलग ही पहचान है। वहां की हर दुकान के शाइन बोर्ड पर मुरब्बा गली तो लिखा हुआ है लेकिन नाम की लाज रखने की जिम्मेदारी सिर्फ एक दुकान ने संभाल रखी है। यह दुकान है युवा प्राणनाथ की, जिन्होंने पूर्वजों की परंपरा कायम रखने की जिद पाल रखी है। आज की तारीख में यह संकरी गली में ज्यादातर कपड़े की दुकानों से गुलजार है।
यहां है किताबों का संसार, अध्ययन के साथ ही चलता था बहस-मुबाहिसों का दौर
गोरखपुर। एक दौर था, जब किसी शहर की बौद्धिकता, वहां मौजूद लाइब्रेरियों की तादाद और उसके स्तर से मापी जाती थी। लाइब्रेरियों के सदस्यों की संख्या से इसका अंदाजा भी लगाया जाता था कि शहर में कितने बौद्धिक हैं। नई पीढ़ी शायद नहीं जानती कि उस दौड़ में अपना गोरखपुर भी अगली पंक्ति में था। प्राचीनता और बौद्धिक समृद्धि दोनों लिहाज से। प्राचीनता की बात करें तो गोरखपुर के बुद्धिजीवियों को होम क्लेन के रूप में पहली लाइब्रेरी का तोहफा 1925 में ही मिल गया था।