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Top Gorakhpur News 7 October 2020: दशहरा पर यूपी-बिहार के यात्रियों के लिए राहत, इन रूटों पर पांच पूजा स्‍पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी- पढ़ेंं, गोरखपुर की प्रमुख खबरें

Top Gorakhpur News दशहरा और दीपावली पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। गोरखपुर से यूपी के अन्‍य शहरों और बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए कई ट्रेनें चलाने की तैयारी चल रही है। - गोरखपुर की प्रमुख खबरें-

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 03:00 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 09:42 PM (IST)
त्‍योहारों को देखते हुए रेलवे कई स्‍पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। Top Gorakhpur News 7 October 2020: यहां पढ़ें, गोरखपुर और आसपास के जिलों की प्रमुख खबरें। 

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दशहरा पर यूपी-बिहार के यात्रियों के लिए राहत, इन रूटों पर पांच पूजा स्‍पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी

गोरखपुर। गोरखपुर से यूपी और बिहार की राजधानी की यात्रा करने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर के रास्ते चलने वाली लखनऊ-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस को पूजा स्पेशल के रूप में चलाने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेज दिया है। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही 15 अक्टूबर से इस ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा। 

जिस पर था दुष्‍कर्म का आरोप, उसे बचाने खुद थाने पहुंच गई पीड़िता- जानें फ‍िर क्‍या हुआ  

महराजगंज। महराजगंज जिले के कोठीभार थाना परिसर में उस समय असमंजस की स्थिति पैदा हो गई। जब दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार युवक को छुड़ाने के लिए पीड़ित किशोरी थाने पहुंच गई। किशोरी प्रेमी को छोड़ने की जिद करते हुए थाना प्रभारी पर दबाव बनाने लगी। थाना प्रभारी ने किशोरी को समझा-बुझाकर उसके स्वजनों के साथ घर भेज दिया। 

गोरखपुर की सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे हैं एक लाख से अधिक वाहन

गोरखपुर। इसे विभागीय उदासीनता कहें या वाहन स्वामियों की लापरवाही। जिले में 102547 वाहन अपनी उम्र खो चुके हैं। जिसमें 76618 दो पहिया, 14726 कार और 8303 ट्रैक्टर शामिल हैं। 15 वर्ष की उम्र पूरी करने के बाद भी जर्जर हो चुके यह वाहन सड़कों पर दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। हालांकि, इनमें से बहुत कबाड़ हो चुके हैं या दरवाजे पर खड़े हैं। लेकिन न वाहन मालिक इसको लेकर गंभीर हैं और न ही विभाग। 

धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा जीवन, सड़कों पर उतरे लॉकडाउन में सरेंडर वाहन

गोरखपुर। जनजीवन सामान्य होने के साथ सड़कों पर भी चहल-पहल बढ़ने लगी है। लगभग छह माह से दरवाजों पर खड़ी व्यावसायिक गाड़ियां भी सड़क पर दौड़ने लगी हैं। लॉकडाउन के दौरान टैक्स से बचाने के लिए जिन वाहन स्वामियों ने परिवहन विभाग में अपना वाहन समर्पित (सरेंडर) किया था। वह भी अब अपनी गाड़ियों को अवमुक्त कराने लगे हैं। 

अक्टूबर माह में मई, जून का आभास करा रही गर्मी, 35 डिग्री से ऊपर पहुंचा पारा 

गोरखपुर। अक्टूबर माह में गर्मी मई, जून जैसा आभास करा रही है। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री रहा। 10 बजे के बाद धूप लोगों से असहनीय होने लगी। मौसम विशेषज्ञ ने बुधवार को भी उसम भरी गर्मी के आसार जताया है। पारा अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 27.2 डिग्री सेल्सियस रहने का आसार है। 

इन समुदायों को नहीं मिल रही सरकार मदद, जानें- क्‍या है कारण

गोरखपुर। अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की आेर से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ सिख व ईसाई समुदाय तक नहीं पहुंचता। आवेदन की प्रक्रिया की सही-सही जानकारी न मिलने के कारण ये दोनों समुदाय का गरीब परिवार योजनाओं लाभ लेने से वंचित रह जाता है। खासकर शादी अनुदान योजना में मुस्लिम समुदाय काे छोड़कर अन्य समुदायों की भागीदारी जीरो है। पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों से पता चलता है कि इस योजना के तहत सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ही आवेदन किया है और उन्हीं को लाभ मिला है। 

स्कूलों की मनमानी की भेंट चढ़ा आरटीई, नामांकन नहीं कर रहे स्कूल

गोरखपुर। संविधान में समानता के अधिकार को लेकर सरकार के सभी प्रयास विफल हो रहे है। इसकी वजह निजी विद्यालय हैं। स्कूलों की मनमानी का आलम यह है कि बीएसए द्वारा आरटीई के तहत स्कूल आवंटित किए जाने के बाद भी अन्नया, अमृता, परी, यश और हर्ष जैसे बच्चों काे स्कूल में दाखिला नहीं मिल पा रहा। ये बच्चे तो महज बानगी हैं। ऐसे सैकड़ों बच्चों हैं, जिन्हें नामांकन के लिए स्कूलों की बेरुखी का सामना करना पड़ रहा है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि वापस करने के लिए मारामारी, जानें- क्‍या है कारण

गोरखपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ बड़ी संख्या में अपात्र किसानों को मिल रहा था। पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही अपात्र लाभार्थियों की शिकायत होने के बाद अब इस योजना से मिली रकम लौटाने की होड़ मच गई है। गोला इलाके में योजना का लाभ ले रहे दो अपात्र किसानों के विरुद्ध पिछले सप्ताह मुकदमा दर्ज हो गया था। इसके बाद से ही योजना से लाभान्वित अपात्र किसान, सम्मान निधि में मिली धनराशि लौटाने का तरीका जानने के लिए परेशान हैं। एक सप्ताह के अंदर 22 किसानों ने कृषि विभाग में प्रार्थना पत्र देकर इस योजना के तहत मिली धनराशि लौटाने की इच्छा जताई है।

जमाकर्ताओं का लाखों रुपये लेकर फरार हुई कंपनी, मुकदमा दर्ज

सिद्धार्थनगर। लोकहित भारती क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड नाम की कंपनी तहसीलक्षेत्र के एक गांव से लाखों की रकम लेकर चंपत हो गई है। बस्ती जिला अस्पताल रोड पर स्थित इस कंपनी का आफिस बंद होने के व एजेंट के टालमटोल से जमाकर्ताओं में खलबली मची है।  स्थानीय एजेंट आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बताई जा रही है।

पराली जलाने वालों की सेटेलाइट से हो रही निगरानी, धुआं देखते ही खेत में पहुंच जाएगी टीम

संतकबीर नगर। धान फसल का अवशेष यानी पराली न जलने पाएं, इसलिए इसकी निगरानी सेटेलाइट के जरिए हो रही है। आनलाइन अक्षांश (लेटीट्यूड) व देशांतर (लांगीट्यूड) के साथ तस्वीर प्राप्त की जा सकती है। इसके आधार पर किस तहसील के किस गांव के खेत में पराली जली है ? इसकी तुरंत जानकारी मिल जाती है। जांच में पराली जलाने का मामला सच मिलने पर दोषी किसान के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।


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