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Top Gorakhpur News, 29 August 2020: गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना से अब तक 308 की मौत, 23911 संक्रमित Gorakhpur News

गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना समेत अन्‍य सभी महत्‍वपूर्ण जानकारी के लिए पढ़ते रहें जागरण डाट की खबरें। अपडेट रहने के लिए कृपया बने रहें हमारे साथ---

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 08:00 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 08:00 PM (IST)
Top Gorakhpur News, 29 August 2020: गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना से अब तक 308 की मौत, 23911 संक्रमित Gorakhpur News
Top Gorakhpur News, 29 August 2020: गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना से अब तक 308 की मौत, 23911 संक्रमित Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना संक्रमण के साथ मरने वालो की संख्‍या लगातार बढ़ रही है। दोनो मंडलों में कोरोना से अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक कुल 23911 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यदि जिलेवार आंकड़े पर नजर दौड़ाई जाए तो गोरखपुर जिले में कोरोना से मरने वाले और संक्रमितों की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के पुण्‍यतिथि समारोह में शामिल होने के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ रविवार की सुबह गोरखपुर पहुंचेंगे। 31 अगस्‍त से शुरू होने वाले सात दिवसीय पुण्‍यतिथि समारोह से एक दिन पूर्व शुरू होने वाली श्रीराम कथा यज्ञ के शुभारंभ कार्यक्रम में वह सम्‍मलित होंगे। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शुक्रवार की रात नौ बजे से 31 अगस्त की सुबह पांच बजे तक के लिए फिर से पाबंदी रहेगी। पीडब्लूडी के एक सहायक अभियंता को हटाने को लेकर जनप्रतिनिधियों के बीच छिड़ी राजनीतिक जंग एकतरफा ही सही, जारी रही। अन्य जनप्रतिनिधियों की तो कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन नगर विधायक डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल फेसबुक पर अपनी पोस्ट को लेकर पूरे दिन चर्चा में बने रहे। बस्‍ती जनपद के कलवारी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में एक परिवार सांप के डर से दहशत में है। परिवार के सभी सदस्य सांप का ध्यान आते ही सिहर उठते हैं। खास बात यह है कि सांप परिवार के एक किशोर को बार-बार डंसता है। अब तक वह आठ बार सर्पदंश का शिकार हो चुका है।

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गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना से अब तक 308 की मौत

गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में कोरोना संक्रमण के साथ मरने वालो की संख्‍या लगातार बढ़ रही है। दोनो मंडलों में कोरोना से अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है और अब तक कुल 23911 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यदि जिलेवार आंकड़े पर नजर दौड़ाई जाए तो गोरखपुर जिले में कोरोना से मरने वाले और संक्रमितों की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है। जहां तक बस्‍ती मंडल की बात है तो वहां पर बस्‍ती जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है। केवल बस्‍ती जिले में 57 लोगों की मौत हो चुकी है। गोरखपुर-बस्‍ती मंडल के जिलों में बस्‍ती ऐसा पहला जिला है जहां पर सबसे पहले कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई थी। यहीं से संक्रमण की शुरुआत भी हुई थी। उसके बाद संक्रमण फैलता रहा और बाकी जिलों में भी पहुंच गया।

गोरखपुर मंडल के गोरखपुर जिले में कोरोना से अब तक 128 लोगों की मौत हो चुकी है और 8434 लोग संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि इस पर अंकुश लगाने के लिए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है, पर कोई ऐसा नहीं दिन नहीं है जिस दिन कोरोना से मौत न हुई हो। यही हाल देवरिया जिले का है। यहां भी कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसी के साथ मौत का सिलसिला भी बढता जा रहा है। जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 29 हो गई है। इसी तरह से संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 3684  हो गई है। वहीं कुशीनगर में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 2808 हो गई है। संक्रमण के मामले में महराजगंज जिला भी कम नहीं है। इस जिले में भी कोरोना से मौत का ग्राफ बढ़ता ही रहा है। प्रत्येक दिन कोरोना से किसी न किसी की जान जा रही है। महराजगंज में कोरोना से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्‍या बढ़कर 2681 हो गई है। हालांकि गोरखपुर मंडल का यह सबसे छोटा जिला है बावजूद इसके कोरोना से मरने वालों की संख्‍या गोरखपुर के बाद दूसरे स्‍थान पर है। 

बस्‍ती मंडल में तीन जिले हैं। तीन जिलों में कोरोना से मरने वालों की संख्‍या बढ़कर जहां 98 हो गई है वहीं संक्रमितों की संख्‍या 6304 हो गई है। इसमें सबसे ज्‍यादा खतरनाक स्थिति बस्‍ती जिले की है। यहां पर कोरोना से मरने वाले और संक्रमित होने वालों की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है। बस्ती जिले में कोरोना वायरस का कहर जारी है। शुक्रवार को कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई। सक्रियता के बाद भी संख्‍या में लगातार इजाफा हो रहा है। बावजूद इसके बस्‍ती में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है। जिले में अब तक 2271 संक्रमित मिल चुके हैं। यही हाल सिद्धार्थनगर की है। यहां पर भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है। इस जिले में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमित की संख्या 2146 हो गई है। संत कबीरनगर में भी प्रतिदिन कोरोना के नए मरीज मिलते जा रहे हैं। यहां पर अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि संक्रमितों की संख्‍या 1887 हो गई है। हालांकि कोरोना पर रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग लगातार लगा हुआ है। लोगों को घरों से बेवजह न निकलने की हिदायत भी काम नहीं आ रही है। संख्‍या लगातार बढ़ रही है।

कल गोरखपुर आएंगे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ

ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के पुण्‍यतिथि समारोह में शामिल होने के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ रविवार की सुबह गोरखपुर पहुंचेंगे। 31 अगस्‍त से शुरू होने वाले सात दिवसीय पुण्‍यतिथि समारोह से एक दिन पूर्व शुरू होने वाली श्रीराम कथा यज्ञ के शुभारंभ कार्यक्रम में वह सम्‍मलित होंगे। छह अगस्‍त को पुण्‍यतिथि समारोह के समापन से एक दिन पूर्व रामकथा का समापन होगा। रामकथा यज्ञ में सम्‍मलित होने के बाद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ पुण्‍यति‍थि समारोह की तैयारियों का जायजा लेंगे। इस दौरान मंदिर प्रबंधन और आयोजन समिति के साथ उनकी बैठक भी होगी। 31 अगस्‍त से समारोह की आनलाइन शुरुआत कराने के बाद मुख्‍यमंत्री के लखनउ लौटने कार्यक्रम है। मंदिर प्रबंधन ने मुख्‍यमंत्री के आने के कार्यक्रम की पुष्टि की है, लेकिन लौटने के बारे में कोई स्‍पष्‍ट जानकारी नहीं है।

मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में स्थापित व्यासपीठ पर कथावाचक के रूप में अयोध्या के स्वामी श्रीराघवाचार्य विराजमान होंगे। कथा की शुरुआत 30 अगस्त को दोपहर 2ः30 बजे कथा शोभायात्रा के साथ होगी। शोभायात्रा गुरू श्रीनाथ जी के मंदिर से निकलकर कथा स्थल पर जाकर समाप्त होगी, जहां अखंड ज्योति की स्थापना के बाद कथाव्यास व्यासपीठ पर प्रतिष्ठित होंगे। कथा शाम तीन से छह बजे के बीच सुनाई जाएगी। सभी आयोजनों का लाइव प्रसारण मंदिर के फेसबुक पेज और यूट्यूब से होगा। मंदिर प्रबंधन ने इसे लेकर तैयारी पूरी कर ली है।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के क्रम में श्रद्धांजलि सभा और श्रीराम कथा में सीधे तौर पर सिर्फ 80 लोग ही मौजूद रहेंगे। इसके लिए दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में छह-छह फीट की दूरी पर कुर्सियां लगाई जाएंगी। इन कुर्सियों पर बैठने वालों के नाम भी तय होंगे। पुण्यतिथि समारोह के दौरान श्रद्धाजलि सभा के पहले दिन से पूरे विधि-विधान से रामचरित मानस के अखंडपाठ की परंपरा है। अखंड पाठ का आयोजन दोनों ब्रह्मलीन महंतों के समाधि स्थल पर किया जाएगा। 31 अगस्त: श्रीराम जन्मभूमि का निर्माण नए युग का आरंभ- महत्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश शुक्ल व भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के निदेशक डाॅ. ओमजी उपाध्याय। 01 सितंबर: स्वच्छ भारत अभियान व हमारा स्वास्थ्य- पूर्व औषधि महानियंत्रक डाॅ. जीएन सिंह। 02 सितंबर: सामाजिक समरसता और संत समाज- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसर कार्यवाह डाॅ. कृष्ण कुमार व उच्चतर सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा। 03 सितंबर: संस्कृत व भारतीय संस्कृति- उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित व उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. सदानंद गुप्त। 04 सितंबर: भारतीय संस्कृति व गो-सेवा- उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम नंदन सिंह व गीता प्रेस के उत्पाद प्रबंधक लालमणि तिवारी। 05 सितंबर: ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ का श्रद्धांजलि समारोह। 06 सितंबर: ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का श्रद्धांजलि समारोह।

गोरखपुर दो दिनों के लिए बंद

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शुक्रवार की रात नौ बजे से 31 अगस्त की सुबह पांच बजे तक के लिए फिर से पाबंदी रहेगी। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन का कहना है कि सड़क से लेकर चौराहों तक पर कड़ी निगरानी रहेगी। सभी कार्यालय, शहरी व ग्रामीण हाट, बाजार, गल्ला मंडी और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। लोग घरों में ही रहें और इमरजेंसी की दशा में ही बाहर निकले। बेवजह घर से निकलने पर परेशानी होगी। डीएम के निर्देश के बाद से ही शहर से लेकर देहात तक सभी दुकानें बंद हैं। दुकान खुलने पर कार्रवाई तय है।  दुकानदार भी दुकान नहीं खोलें हैं। इसलिए गोरखपुर में पूर्ण बंदी है।  डीएम ने कहा कि आम आदमी के लिए भी स्वास्थ्य संबंधी इमरजेंसी और रेलवे व एयरपोर्ट आने-जाने की छूट रहेगी। हालांकि उन्हें अपने पास टिकट रखना होगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य जरूरी सेवाओं से जुड़े विभाग खुले रहेंगे। इनके अलावा सभी सरकारी-गैर सरकारी विभाग बंद रहेंगे। आवश्यक सेवाओं से जुड़े व्यक्तियों, कोरोना वारियर, स्व'छता कर्मी व डोर स्टेप डिलीवरी से जुड़े व्यक्तियों के आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। उनका आइडी कार्ड ही उनका पास होगा।

नगर विधायक की एकतरफा फेसबुक जंग जारी, भाजपा और संघ को साधने की कोशिश

पीडब्लूडी के एक सहायक अभियंता को हटाने को लेकर जनप्रतिनिधियों के बीच छिड़ी राजनीतिक जंग एकतरफा ही सही, जारी रही। अन्य जनप्रतिनिधियों की तो कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन नगर विधायक डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल फेसबुक पर अपनी पोस्ट को लेकर पूरे दिन चर्चा में बने रहे। पोस्ट के माध्यम से उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को साधने की कोशिश की, तो विरोधियों को अपनी मानसिक और राजनीतिक मजबूती का अहसास भी कराते रहे। एक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने सदर सांसद रवि किशन पर भी तंज कसा। उन्हें जनप्रतिनिधि बनाने में अपनी छोटी सी भूमिका की याद दिलाई। एक पोस्ट के माध्यम से उन लोगों का मजाक उड़ाया, जो छोटी-छोटी बातों को तिल का ताड़ बना रहे हैं। सरकार के लिए जातिसूचक शब्दों वाले वायरल ऑडियो को लेकर जारी पोस्ट से नगर विधायक ने इस मामले में एक बार फिर सफाई देने की कोशिश की।

जहां-जहां जा रहा युवक, वहां पहुंच रहा सांप, आठ बार डंसा

बस्‍ती जनपद के कलवारी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में एक परिवार सांप के डर से दहशत में है। परिवार के सभी सदस्य सांप का ध्यान आते ही सिहर उठते हैं। खास बात यह है कि सांप परिवार के एक किशोर को बार-बार डंसता है। अब तक वह आठ बार सर्पदंश का शिकार हो चुका है। 17 वर्षीय यश मिश्र उर्फ राज को सांप ने पहली बार पांच जुलाई को डंसा। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। उपचार के बाद वह घर आया तो सात जुलाई को फिर सांप ने उसे डंस लिया। फिर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद तो सांप के डंसने और जिला अस्पताल ले जाने का सिलसिला ही शुरू हो गया।

बाद में यश के पिता ने उसे अपने साढू रामजी शुक्ल के घर बहादुरपुर भेज दिया। वहां कुछ दिन तक वह सुरक्षित रहा, मगर इस दौरान उसके घर वाले सांप को घर में आते जाते देखते रहे। इसी बीच 10 दिन बाद बहादुरपुर में भी सांप पहुंच गया और उसने वहां भी यश को डंस लिया। उसे फिर जिला अस्पताल ले जाया गया। थक हार कर परिवार के लोग उसे घर लेकर आ गए। इसी बीच सांप ने उसे आठवीं बार 25 अगस्त को पैर में डंस लिया। इस बार उसने सांप को डंडे से मारने की कोशिश की, मगर वह डंडा लेकर गिर गया और सांप निकल भागा। परिवार वाले उसे जिला अस्पताल ले गए। जहां से मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया। इलाज के बाद वह घर आ गया। इसके बाद परिवार के लोग अब झाड़-फूंक, तंत्र मंत्र के चक्कर में लग गए हैं। पिता चंद्र मौलि मिश्र ने बताया कि उनके बेटे को जब तीसरी बार सांप ने डंसा तो सपेरों को बुलाया गया। सपेरों ने घर के अंदर से दो जहरीले सांप निकले थे। कुछ दिन बाद चौथी बार भी सांप ने डंस लिया। उसके बाद भी सर्पदंश का सिलसिला बंद नहीं हुआ। समझ में नहीं आ रहा क्या करें। 


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