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लाखों लोगों को राहत देने के ल‍िए बदलेगी गोरखपुर की महायोजना 2031, जीडीए ने शुरू की तैयारी

जीडीए में महायोजना 2031 को तैयार करने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। नियोजन विभाग द्वारा महायोजना का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। नई महायोजना लागू होने से जिले के बड़े क्षेत्र पर प्रभाव पड़ेगा। कई स्थानों के भू उपयोग बदल सकेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 12:23 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 06:19 PM (IST)
गोरखपुर स्‍थ‍ित गोरखपुर व‍िकास प्राध‍िकरण का कार्यालय। - फाइल फोटो

गोरखपुर, उमेश पाठक। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) में महायोजना 2031 को तैयार करने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। नियोजन विभाग द्वारा इस महायोजना का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। नवंबर महीने में इसे आपत्तियों के लिए प्रकाशित भी किया जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी साल महायोजना 2031 को लागू कर दिया जाएगा। नई महायोजना लागू होने से जिले के बड़े क्षेत्र पर प्रभाव पड़ेगा। कई स्थानों के भू उपयोग बदल सकेंगे।

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जीडीए की सीमा में शामिल हुए नए गांवों में भी निर्धारित होगा भू उपयोग

महायोजना 2031 को अगले 10 साल के लिए तैयार किया जा रहा है। इस महायोजना के बाद कई पुरानी समस्याओं का निराकरण होने की उम्मीद जतायी जा रही है। वर्तमान महायोजना में कई क्षेत्रों में सड़क आदि का प्रस्ताव था। वहां का भू उपयोग आवासीय होने के कारण कई लोगों ने मकान बनवाना शुरू कर दिया है लेकिन उस क्षेत्र में सड़क का प्रावधान होने के कारण उनके मानचित्र पास नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में वर्चुअल सभी सड़कों को हटाने की योजना है। जीडीए का मानना है कि 20 साल में सड़कों का निर्माण नहीं हो सका और वहां आबादी बस गई है तो उसे हटाना उचित होगा। कई प्रमुख मार्गों को व्यावसायिक करने की भी तैयारी चल रही है।

जीडीए वीसी ने की महायोजना की समीक्षा

पुरानी महायोजना में ये क्षेत्र आवासीय रह गए थे और विकास के क्रम में पूरे क्षेत्र का व्यावसायिक उपयोग हो रहा है। नई महायोजना में शहर की कई अनधिकृत कालोनियों के नियमित होने का रास्ता भी साफ हो सकेगा। कालोनियों को नियमित किया गया तो इससे जीडीए को अच्छी आय भी होगी। जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने शुक्रवार को भी नियोजन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर महायोजना की प्रगति की समीक्षा की है। हर हाल में इस महायोजना को इसी साल लागू करने की तैयारी चल रही है। जीडीए में शामिल हुए 250 से अधिक नए गांवों में भी भू उपयेाग निर्धारण हो सकेगा। इसके बाद वहां भी निर्माण के लिए मानचित्र पास कराना होगा।

महायोजना 2031 बनाने का काम अंतिम चरण में है। नियमित रूप से इसकी समीक्षा की जा रही है। प्रयास है कि नवंबर महीने तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाए। महायोजना में आम लोगों की सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। - प्रेम रंंजन सिंह, उपाध्यक्ष जीडीए।


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