...तो रोबोट चेक करेंगे आपके ई-मेल, सुनाएंगे समाचार
वो दिन दूर नहीं जब रोबोट हमारे ईमेल चेक करेंगे। रोबोट हमें हर उस जगह काम करते मिलेंगे, जहां अभी हम इंसानों को देख रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का विस्तार क्रांति जैसा होगा।
गोरखपुर, (जेएनएन)। सूचना-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नित हो रहे नए प्रयोगों से साफ है कि आने वाले समय में हमारे सामान्य जीवन में मशीनों की उपयोगिता और बढ़ेगी। वो दिन दूर नहीं जब रोबोट हमारे ईमेल चेक करेंगे और समाचार सुनाएंगे। रोबोट हमें हर उस जगह काम करते मिलेंगे, जहां अभी हम इंसानों को देख रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का विस्तार मानव जीवन में एक नई क्रांति जैसा होगा।
यह वक्तव्य दिया भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के प्रो. जीसी नंदी ने। वह मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के आखिरी दिन मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मशीन इंटेलीजेंस के क्षेत्र में निरंतर प्रयोग हो रहे हैं। ऐसे सॉफ्टवेयर विकसित किए जा रहे हैं, जो बिना डॉक्टर के एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन की इमेज को देखे और बता दें कि व्यक्ति को क्या बीमारी है। इंसान की इच्छा और सोच को समझने वाले, भावनाओं की अनुभूति करने वाले स्मार्ट रोबोट विकसित हो रहे हैं। आखिरी दिन अलग-अलग सत्रों में कई व्याख्यान हुए, जिनमें प्रो. भीम सिंह ने पॉवर क्वालिटी इंप्रूवमेंट इन सोलर ग्रिड इंटरफेस सिस्टम विषय पर जानकारी दी तो राइक्यूस विश्वविद्यालय जापान के प्रो. टामोहिसा वाडा ने मोबाइल नेटवर्किंग की नवीनतम तकनीक के विषय में जानकारी दी।
उत्कृष्ट शोध कार्यों को मिला पुरस्कार
एमएमएमयूटी और राइक्यूस विश्वविद्यालय, जापान की साझा मेजबानी में आयोजित इस संगोष्ठी के समापन समारोह में आए आइआइटी दिल्ली के प्रो. भीम सिंह ने सर्वश्रेष्ठ पीएचडी थीसिस का पुरस्कार दिया। प्रथम पुरस्कार डॉ. अनीश अहमद पीएचडी, आइआइटी, बीएचयू को मिला, जबकि आइआइटी दिल्ली के डॉ. सुमित तिवारी को द्वितीय और आइआइटी कानपुर के डॉ. अभिषेक कुमार को तृतीय पुरस्कार मिला। इसके लिए बेस्ट पेपर के लिए भी विभिन्न छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। मेजबान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसएन सिंह ने बताया कि अब अगले वर्ष आइईईईई यूपीकॉन संगोष्ठी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में होगी। उन्होंने कहा कि एमएमएमयूटी यूपीकॉन के बाद अब इंडियाकॉन की मेजबानी के लिए तैयार है।