अभी से कर लीजिए तैयारी, इस बार ज्यादा कंपाएगी ठंड, खिंचेगा जाड़े का मौसम Gorakhpur News
टीम का नेतृत्व कर रहे मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि यदि अध्ययन सही साबित हुआ तो इस बार बीते 20 वर्ष से की सर्वाधिक ठंड पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतम जिलों में पड़ेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और उसके आसपास के जिलों के लोगों को अबकी बार भीषण ठंड से मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा। इस बार ठंड ज्यादा सताएगी। साथ ही जाड़े का मौसम मार्च के पहले पखवारे तक खिंच सकता है। यह विश्लेषण है गोरखपुर इन्वायरमेंटल एक्शन गुप के मौसम शोध टीम का।
दिसंबर और जनवरी के 22 दिन रहेंगे कोल्ड-डे
टीम के मुताबिक इस बार दिसंबर और जनवरी के 22 दिन कोल्ड-वेब और कोल्ड-डे के दायरे में रहेंगे। जबकि इन दोनों महीनों में कोल्ड-वेब और कोल्ड-डे के दिनों की औसत संख्या 12 मानी जाती है। यहां यह बताना जरूरी है कि कोल्ड वेब उस दिन को कहा जाता है, जिस दिन न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे होता है जबकि कोल्ड-डे के दायरे वह दिन आते हैं, जिस दिन का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे होता है।
वर्ष 2003 में थी सर्वाधिक ठंड
टीम का नेतृत्व कर रहे मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि यदि अध्ययन सही साबित हुआ तो इस बार बीते 20 वर्ष से की सर्वाधिक ठंड पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतम जिलों में पड़ेगी। इससे पहले 2003 में 20 दिन कोल्ड-डे व कोल्ड वेब वाले रहे थे।
इन वजहों से बढ़ेगी ठंड
अध्ययन टीम के मुताबिक इस बार वर्ष भर आद्रता का प्रतिशत औसत से अधिक रहा है। साथ ही ठंड शुरू होने से ठीक पहले सितंबर महीने में औसत से 107 प्रतिशत से अधिक बारिश ने नमी को और बढ़ा दिया। उधर पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपरी वायुमंडल में 1800 फीट की ऊंचाई पर हवा की गति तेज होना और निम्न वायुदाब क्षेत्र का बना होना है। ऐसे में ठंडी हवाएं निचले वायुमंडल की ओर आएंगी और यहां का तापमान गिराएंगी। चूंकि इसको निचले वायुमंडल मेंं पहले से जमी आद्र्रता का साथ मिलेगा, सो कुहेसा भी जमकर पड़ेगा और ठंड का मौसम लंबा खिंचेगा।