LokSabha Elections 2019 : इस सीट पर हर रोज बन बिगड़ रहा समीकरण
LokSabha Elections 2019 सीट बंटवारे के फैसले पर पुनर्विचार के दिए गए आश्वासन से बस्ती में प्रत्याशी बदले जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
बस्ती, एसके सिंह। बस्ती में सपा-बसपा गठबंधन ने पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी पर तो भाजपा ने सांसद हरीश द्विवेदी पर ही दांव लगाया है। कांग्रेस ने यह सीट बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार को देने का ऐलान किया तो विरोध शुरू हो गया। राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्वी जोन के प्रभारी सचिन नाइक को एक सप्ताह पहले यहां कांग्रेस दफ्तर में बंधक बनाए जाने की गूंज केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंच चुकी है। सीट बंटवारे के फैसले पर पुनर्विचार के दिए गए आश्वासन से बस्ती में प्रत्याशी बदले जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। तीसरा प्रत्याशी कौन होगा इसको लेकर पार्टी के दफ्तर से लेकर गांव और कस्बे में चर्चा छिड़ी है। सोशल मीडिया में कांग्रेस से सपा के एक कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री पर दांव आजमाने की खबर सुर्खियों में है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप नरायण पांडेय का कहना है प्रत्याशी विरोध के बारे में कांग्रेस नेतृत्व को पूरी जानकारी है। इस मुद्दे पर कोई भी फैसला पार्टी हाईकमान को ही करना है।
बस्ती लोकसभा सीट पर चुनावी तस्वीर साफ होने के बाद भी माहौल जोर नहीं पकड़ रहा है। सोशल मीडिया में सपा के कद्दावर नेता के जल्द पार्टी छोड़ने की खबरें तैर रही हैं । सपा के कद्दावर नेता के चुनाव लड़ने की चर्चा यूं ही नहीं है। इन दिनों बदले माहौल में वह समर्थकों और करीबियों से चुनाव लड़ने के बारे में मंत्रणा कर रहे हैं। यह बात बाजार में चर्चा में आने के बाद हर रोज दुकान,चौराहे से लेकर राजनीतिक दलों के दफ्तरों में तीसरा समीकरण बन और बिगड़ रहा है। सपा के कद्दावर नेता के समर्थक भी कमर कस कर तैयार है,बस हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
सपा-बसपा का गठबंधन होने के बाद पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं को पूरी उम्मीद थी यह सीट सपा के खाते में आएगी। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी बृजकिशोर सिंह डिंपल 324118 मत पाकर दूसरे स्थान पर थे। भाजपा ने हरीश द्विवेदी को मैदान में उतारा था। द्विवेदी 357680 मत पाकर चुनाव जीत गए थे। तीसरे नंबर पर बसपा के राम प्रसाद चौधरी रहे। इनको 283747 मत मिले थे।