सीएम सिटी की इस मोहल्ले की यह सड़क तो गांव से भी बदतर Gorakhpur News
मोहल्ले में प्रवेश मार्ग पर काफी पहले लगा खड़ंजा टूटकर बिखर चुका है। आगे थोड़ी दूर तक खड़ंजा सलामत है लेकिन इससे आगे बढऩे पर छह फीट गड्ढे से होकर लोगों को गुजरना पड़ता है।
गोरखपुर, जेएनएन। वार्ड नंबर 30 के महेवा मंडी के पीछे बनी भारद्वाजपुरम कॉलोनी में लोग बसते गए लेकिन 15 साल बाद भी सड़क नहीं बन सकी। नेता, अफसर से कई बार गुहार लगाई गई लेकिन सब बेकार साबित हुआ। नगर निगम का हिस्सा होने के बाद सड़क न बनने से मोहल्ले के लोग खुद को शहरी नहीं मान पाते। रिश्तेदारों को अपने घर बुलाने में भी लोगों को शर्म महसूस होती है।
यहां की बिजली बांस-बल्ली के सहारे
महेवा मंडी के पिछले गेट पर मछली मंडी है। इस गेट को पार करने पर भारद्वाजपुरम मोहल्ला शुरू हो जाता है। मोहल्ले में प्रवेश मार्ग पर काफी पहले लगा खड़ंजा टूटकर बिखर चुका है। आगे थोड़ी दूर तक खड़ंजा सलामत है लेकिन इससे आगे बढऩे पर छह फीट का गड्ढा मिलता है। इसी गड्ढे से होकर लोगों को गुजरना पड़ता है। काफी प्रयास के बाद मोहल्ले में बिजली का पोल तो लगा लेकिन दूसरे हिस्से तक आपूर्ति के लिए बांस-बल्ली की जरूरत पड़ती है। गड्ढा होने के कारण हल्की सी बारिश में भी कमर तक पानी इकट्ठा हो जाता है। जैसे-जैसे आसपास की कॉलोनियों का विस्तार हो रहा है जलभराव आए दिन की समस्या होती जा रही है।
क्या कहते हैं मोहल्ले के लोग
भारद्वाजपुरम निवासी परशुराम मौर्य कहते हैं यहां पर 15 साल से रह रहे हैं लेकिन अब तक सड़क नहीं बन सकी। बरसात के दिनों में तो बच्चों को रिश्तेदारों के घर भेजने की नौबत आ जाती है। इंदु देवी कहती हैं कि जब जमीन खरीदी तो लगा कि शहर में बसने का सपना साकार हो गया है लेकिन समय बीतने के साथ हकीकत समझ में आने लगी। सड़क बन जाए तो हम भी शहरी कहलाएं। रणधीर का कहना है कि हमने भविष्य को देखते हुए घर तो ऊंचाई पर बनवा लिया लेकिन सामने सड़क न होने के कारण रिश्तेदारों को बुलाने से पहले सोचना पड़ता है। सड़क तो बननी ही चाहिए। माधुरी पांडेय का कहना है कि जितने भी जिम्मेदार लोग हैं सभी को समस्या के बारे में पता है। सभी आश्वासन ही देते हैं। देखते-देखते 15 साल बीत गया लेकिन सड़क और नाली अब तक नहीं बन सकी।
पार्षद ने सड़क के लिए दिया है प्रस्ताव
वार्ड नंबर 30 महेवा पार्षद रामभुआल कुशवाहा का कहना है कि भारद्वाजपुरम में सड़क बनाने के लिए नगर निगम को प्रस्ताव दिया हूं। अफसरों को जनता की समस्या के बारे में भी बता चुका हूं लेकिन अब तक सड़क के लिए बजट नहीं जारी हो सका है। सड़क के लिए फिर नगर आयुक्त से मुलाकात करूंगा।