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गोरखपुर मं इस कारण लगता है प्रतिदिन जाम, रोडवेज को प्रतिदिन हो रहा दस लाख का नुकसान

गोरखपुर शहर में सड़कों पर अवैध रूप से प्राइवेट बसों के खड़ा होने से आए दिन जाम लगता है। यही नहीं यह डग्गामार बसें रोडवेज को प्रतिदिन दस लाख रुपये का नुकसान कर रही हैं। अधिकारियों की लापरवाही से समस्या दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 07:30 AM (IST)
गोरखपुर मं इस कारण लगता है प्रतिदिन जाम, रोडवेज को प्रतिदिन हो रहा दस लाख का नुकसान
गोरखपुर में आए दिन जाम की समस्या गंभीर हो रही है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। डग्गामार बसों के चलते परिवहन निगम (रोडवेज) को प्रतिदिन दस लाख रुपये की चपत लग रही है। शहर जाम से कराह रहा है, आबोहवा में प्रदूषण है, दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके बाद भी परिवहन विभाग (आरटीओ) को डग्गामार बसें नहीं दिख रहीं। गोरखपुर परिक्षेत्र (गोरखपुर और बस्ती मंडल) में चलने वाली रोडवेज की कुल 700 बसों से अधिक सिर्फ गोरखपुर के विभिन्न रूटों पर डग्गामार बसें चल रही हैं। लेकिन आमजन और रोडवेज की समस्याओं पर डग्गामार बसों से अवैध वसूली भारी पड़ रही है।

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परिवहन विभाग की सह पर शहर के सिविल लाइंस की सड़कों पर डग्गामार बसों का कब्जा

डग्गामार बसों की मनमानी का आलम यह है कि विश्वविद्यालय-रेल म्यूजियम रोड से किसी तरह हटाई गईं तो सिविल लाइंस की सड़कों पर कब्जा जमा लिया। शिकायत के बाद सड़कों पर डग्गामार बसों की संख्या और बढ़ती ही गई। परिवहन विभाग आंख मूंदे रहा। जानकारी के बाद भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। जानकारों के अनुसार कोविड काल से ठीक पहले परिवहन निगम (रोडवेज) ने गोरखपुर के विभिन्न रूटों पर चलने वाली करीब 700 बसों का चिन्हित किया था। आज यह संख्या लगभग एक हजार तक पहुंच गई है। इसके बाद भी कहीं कोई नोटिस लेने वाला नहीं है। यहां जान लें कि गोरखपुर परिक्षेत्र से रोडवेज को लग्न और त्योहार के महीनों में एक करोड़ तथा सामान्य महीनों में 75 से 80 लाख रुपये की कमाई होती है।

स्टेशन परिसर में घुसकर जबरदस्ती बैठाते हैं यात्री

डग्गामार बस चालक रोडवेज के स्टेशन परिसर में घुसकर यात्रियों को जबरदस्ती बैठाते हैं। पिछले सप्ताह गोरखपुर स्टेशन परिसर में कर्मचारियों ने डग्गामार बस को पकड़ा था। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एके मिश्रा के अनुसार देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सोनौली, बस्ती, सिद्धार्थनगर के अलावा बिहार जाने वाली सैकड़ों अनधिकृत बसें गोरखपुर स्टेशन परिसर के आसपास मंडराती रहती हैं। विरोध करने पर चालक कर्मचारियों से मारपीट करने में भी संकोच नहीं करते। इससे रोडवेज की कमाई प्रभावित हो रही है। डग्गामार बसों के संचालन पर रोक लगाने के लिए परिवहन विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन से गुहार लगाई गई है। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं है।

आरटीओ रोड बना डग्गामार बसों का ठिकाना, 20 का चालान

आरटीओ रोड डग्गामार बसों के खड़ा होने का नया ठिकाना बन गया है।अधिकारियों की चेतावनी के बाद भी बस मालिक रोजाना इसी रोड़ पर गाड़ी खड़ी कर सवारी भरते हैं। जिसकी वजह से जाम लग रहा है। एसपी ट्रैफिक ने कार्रवाई करते हुए 20 बसों का चालान काटा। बस मालिक व चालक को चेतावनी दी कि निर्धारित स्थान पर ही बस खड़ी करें तो सीज कर दी जाएगी। विश्वविद्यालय चौराहा, पैडलेगंज, बस स्टेशन रोड पर डग्गामार बसों के खड़ी होने की वजह से शहर में रोजाना जाम लगता था।अधिकारियों के निर्देश पर आरटीओ ने ट्रैफिक पुलिस के साथ अभियान चलाकर कार्रवाई की। बसों का चालान काटने के साथ ही सड़क से हटाया गया।

बस मालिक व चालकों को यातायात पुलिस के सिपाहियों ने बता दिया था कि हास्टल के बगल में निर्धारित स्थल पर ही गाड़ी खड़ी करें। लेकिन निर्देश को उन्होंने दर किनार कर दिया। मनमानी करते हुए आरटीओ रोड पर बस खड़ी करके सवारी भरना व उतरना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से अब आरटीओ रोड पर जाम लगने लगा है। रास्ते से गुजरने वाले लोग परेशान होते हैं। एसपी ट्रैफिक डा. एमपी सिंह ने बताया कि आरटीओ रोड पर खड़े 20 डग्गामार बसों का चालान किया गया है। चालकों को चेतावनी दी गई है कि निर्धारित स्थान के अलावा अगर कहीं पर बस खड़ी करके किसी ने सवारी भरी तो कड़ी कार्रवाई होगी।


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