इन्होंने पहली बार किया धरना-प्रदर्शन, जानिए क्या हैं इनकी मांगें
वाहन मिस्त्रियों की दुकान नहीं चल रही है। जहां वे दुकान लगाते थे, वह जमीन आरटीओ को दे दी गई। इससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।
गोरखपुर, (जेएनएन)। आम, खास या निजी मामले को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए लोगों ने देखा है। लेकिन अभी तक वाहन मिस्त्रियों द्वारा धरना-प्रदर्शन करते हुए नहीं देखा गया था। गोरखपुर में पहली बार वाहन मिस्त्रियों ने धरना प्रदर्शन किया और गंभीर आरोप भी लगाया। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण गीडा के सेक्टर 22 में ट्रांसपोर्ट नगर बनाया गया है।
ट्रांसपोर्ट नगर बनने के बाद दर्जनों की संख्या में वाहन बनाने वाले मिस्त्री अपने रोजी-रोटी के लिए यहां आकर गाड़ियों की मरम्मत करने का काम करने लगे। ट्रांसपोर्ट नगर में बने पार्क और सड़क के किनारे वाहनों को खड़ा कर मिस्त्री उसे बनाते हैं और मजदूरी प्राप्त करते हैं। इधर गीडा प्रशासन की तरफ से ट्रांसपोर्ट नगर में स्थित उक्त पार्क को आरटीओ के नाम से आवंटित कर दिया है। आरटीओ को पार्क देने से ट्रांसपोर्ट नगर में कार्य करने वाले वाहन मिस्त्रियों के लिए कोई जगह नहीं बच रही है। जगह के अभाव में उनको काम मिलना मुश्किल हो जाएगा और आने वाले दिनों में भूखमरी का संकट खड़ा हो जाएगा।
रोजी-रोटी पर खड़े संकट को हल करने की मांग को लेकर वाहन मिस्त्रियों ने धरना-प्रदर्शन किया। ट्रांसपोर्ट नगर के वाहन मिस्त्रियों ने कहा कि गीडा में वर्षों से कार्य करने वाले मिस्त्री अब कहां जाएंगे, इसके बारे में गीडा के अधिकारी सही जवाब नहीं दे रहे है। मजबूर होकर विरोध में सड़क पर उतरना पड़ रहा है। उनका कहना है कि यह मुख्यमंत्री का शहर है और इसी शहर में इस तरह की अंधेरगर्दी हो रही है। ऐसा कतई नहीं होने दिया जाएगा। जरूरी हुआ तो मुख्यमंत्री से इस संबंध में मुलाकात की जाएगी।
उनका कहना है कि कार्यरत मिस्त्रियों के लिए या तो जगह की व्यवस्था की जाए अन्यथा आरटीओ के लिए किसी अन्य स्थान पर जमीन चिह्नित कर गीडा प्रशासन से दें, जिससे समस्या का समाधान हो सके। मांगों पर यदि ध्यान नहीं दिया गया तो हक को लेकर विरोध जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में जय हिंद, संजू, दीपू, विनोद, मोनू, सूरज, बबलू, राजन, संदीप, नीरज, हनुमान, सिकंदर, उमेश सहित अन्य शामिल रहे।