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MMMUT में अब नहीं होंगी सेमेस्टर परीक्षाएं, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News

कुलपति के अनुसार अध्ययनरत छात्रों का कोर्स नियमित रहे और अंतिम वर्ष के छात्रों की आगे की पढ़ाई या नौकरी का सिलसिला समय से शुरू हो सके इसके लिए उन्‍हें प्रोन्नत किया जाएगा।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 12:11 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 02:08 PM (IST)
MMMUT में अब नहीं होंगी सेमेस्टर परीक्षाएं, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने इस बार नियमित सेमेस्टर परीक्षा न कराते हुए विद्यार्थियों को प्रोन्नत करने का फैसला किया है। विश्वविद्यालय की स्टेयरिंग कमेटी ने इस फैसले पर मुहर लगा दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मुख्यमंत्री और शासन से भी इसे लेकर मौखिक अनुमति ले ली है। 19 जून को विद्या परिषद और 26 जून को प्रबंध बोर्ड की बैठक में बारी-बारी से इस फैसले को औपचारिक रूप दे दिया जाएगा।

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सत्र को समय से शुरू किए जाने को लेकर तैयार थे दो विकल्प

विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस सत्र को पूरा करने और अगले सत्र को समय से शुरू किए जाने को लेकर दो विकल्प तैयार किए थे। पहला विकल्प समय सीमा के दायरे में परीक्षा कराकर परिणाम घोषित करना था, लेकिन यह तभी संभव था जब शासन से जुलाई में विश्वविद्यालय खोलने की अनुमति मिल जाती। दूसरा विकल्प परीक्षा न हो पाने की स्थिति में छात्रों को प्रोन्नत करना था। विश्वविद्यालय ने प्रोन्नत करने का एक फुलप्रूफ फार्मला भी तैयार कर लिया था। इतना ही नहीं प्रोन्नत प्रक्रिया को लोकतांत्रिक रूप देते हुए कुलपति ने एक ऑनलाइन प्रोफार्मा जारी कर विद्यार्थियों की सहमति भी हासिल कर ली थी। कोरोना संक्रमण न थमने के चलते अब जब जुलाई में विश्वविद्यालय खुलने की उम्मीद नहीं दिख रही है, विश्वविद्यालय ने दूसरे विकल्प को अपनाने की तैयारी कर ली है। प्रोन्नत व्यवस्था के तहत परिणाम की घोषणा जुलाई के दूसरे सप्ताह में करने की विश्वविद्यालय प्रशासन की योजना है।

यह है विश्वविद्यालय का प्रोन्नत फार्मूला

सिद्धांत आधारित विषयों के लिए कुल अंक : 100 है। लघु परीक्षा के लिए 30 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), आंतरिक मूल्यांकन के लिए 20 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), ऑनलाइन क्विज के लिए 20 अंक और पिछले सेमेस्टर के लिए 30 अंक हैं।

प्रयोग आधारित विषय के लिए

इसके लिए कुल अंक  100 है। इसमें मौखिक कार्य पर 20 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), प्रायोगिक कार्य पर 20 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), उपस्थिति या रिकार्ड  पर 10 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), ऑनलाइन क्विज पर 20 अंक और पिछले सेमेस्टर पर 30 अंक है।

सिद्धांत और प्रायोगिक आधारित विषय के लिए

इसके लिए कुल अंक 100 है। इसमें लघु परीक्षा पर 20 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), आंतरिक मूल्यांकन पर 10 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), मौखिक परीक्षा पर 10 अंक (प्रक्रिया पहले संपादित), ऑनलाइन प्रायोगिक परीक्षा पर 10 अंक, ऑनलाइन क्विज पर 20 अंक और पिछलाे सेमेस्टर पर 30 अंक है।

हरहाल में मिलेंगे पिछले सेमेस्टर के 12 अंक

विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले सेमेस्टर परीक्षा के आधार पर दिए गए अंकों में किसी भी छात्र को 12 अंक से कम नहीं देने का निर्णय लिया है। ऐसे में हर छात्र को अनिवार्य रूप से 30 अंक का 40 फीसद अंक जरूर दिया जाएगा। यदि किसी विद्यार्थी ने पिछले सेमेस्टर की परीक्षा नहीं दी है तो उसके 30 अंकों का निर्धारण पिछले के पिछले सेमेस्टर में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्री निवास सिंह के अनुसार अध्ययनरत छात्रों का कोर्स नियमित रहे और अंतिम वर्ष के छात्रों की आगे की पढ़ाई या नौकरी का सिलसिला समय से शुरू हो सके, इसके लिए उन्हें प्रोन्नत करने का फैसला किया गया है। तय फार्मूले से प्रोन्नत देने पर किसी विद्यार्थी को अकादमिक रूप से कोई नुकसान नहीं होगा। बावजूद इसके जो विद्यार्थी इस फार्मूले से सहमत नहीं होंगे, उन्हें विश्वविद्यालय खुलने पर परीक्षा का अवसर दिया जाएगा। ऐसे विद्यार्थियों के लिए सेमेस्टर के सभी विषयों में परीक्षा देने की अनिवार्यता होगी।


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