इस सिस्टम से चौबीस घंटे कनेक्ट रहेंगे जेलकर्मी, 54 जेलों में होगी व्यवस्था
सरकार ने जेल की सुरखा के लिए अब नई संचार व्यवस्था करने जा रही है। आधुनिक उपकरण लगाए जा रहे हैं। होली से पहले यह कार्य संपन्न हो जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। संचार व्यवस्था व आंतरिक सुरक्षा मजबूत करने के लिए जेल में जल्द की इंटरकाम सिस्टम चालू हो जाएगा। देवरिया जेल में 24 लाइन लगाने की मंजूरी मिल गई है। आधुनिक उपकरण जिला कारागार पहुंच भी गया है। होली से पहले काम होने की उम्मीद जताई जा रही है। इंटरकाम सिस्टम तीन केंद्रीय कारागार के साथ ही यूपी के 54 जेलों में लगना है। आने वाले दिनों में बंदियों से मुलाकात के लिए इंटरकाम सिस्टम का ही प्रयोग किया जाएगा।
उपलब्ध कराए गए उपकरण
जेलों में बंदियों की बढ़ती संख्या और मारपीट की घटनाओं को देखते हुए शासन ने यूपी के जेलों में इंटरकाम सिस्टम लगाने का फैसला लिया था। इसके लिए यूपी शासन ने दिसंबर में ही धन अवमुक्त कर दिया था। उसके बाद कार्यदायी संस्था की ओर से उपकरण खरीद कर सभी जेलों में भेजा गया।
ऐसे काम करेगा यह सिस्टम
इंटरकाम सिस्टम वायस संचार प्रणाली है, जो सार्वजनिक टेलीफोन नेटवर्क से स्वतंत्र रूप से काम करता है। जेल में हाई फ्रीक्वेंसी के जैमर लगने के कारण जेल के अंदर मोबाइल बंद हो जाएगा। ऐसे में इंटरकाम सिस्टम से चौबीस घंटे जेलकर्मी एक-दूसरे से कनेक्ट रहेंगे। अंदर किसी भी वारदात की जानकारी जेलकर्मियों को तत्काल मिल जाएगी। मुलाकात के दौरान बंदियों तक प्रतिबंधित सामान रोकने के लिए भी यह सिस्टम काम करेगा। आने वाले दिनों में इंटरकाम सिस्टम से मुलाकात कराई जा सकती है। इसके लिए बाकायदा जेल में अलग से शीशे का केबिन बनेगा। तिहाड़ जेल में इंटरकाम सिस्टम से बंदियों की मुलाकात कराई जाती है। जेल अधीक्षक डीके पांडेय ने कहा कि जेल में इंटरकाम सिस्टम से संबंधित सामान पहुंच गए हैं। जल्द ही इसे व्यवस्थित कर आंतरिक सुरक्षा को चाक-चौबंद किया जाएगा। उपकरणों में हूटर भी आया है, जो आपात स्थिति में बजने लगेगा।