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आश्‍चर्य : इस गांव में 103 शौचालयों का अस्तित्व ही नहीं, जानें-प्रधान ने कितने लाख का किया घोटाला Gorakhpur News

सरया तिवारी में एडीओ (पंचायत) की तरफ से की गई स्थलीय जांच में 103 शौचालयों का कोई अस्तित्व नहीं मिला है। ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा 12.36 लाख रुपये निकाल लिए गए।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 10:00 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 10:00 PM (IST)
आश्‍चर्य : इस गांव में 103 शौचालयों का अस्तित्व ही नहीं, जानें-प्रधान ने कितने लाख का किया घोटाला Gorakhpur News
आश्‍चर्य : इस गांव में 103 शौचालयों का अस्तित्व ही नहीं, जानें-प्रधान ने कितने लाख का किया घोटाला Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। विकास खंड खजनी के सरया तिवारी गांव में शौचालय निर्माण में लाखों रुपये का घोटाला सामने आने पर जिलाधिकारी के.विजयेंद्र पाण्डियन ने ग्राम प्रधान गोरख का वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारी सीज कर दिया है। ग्राम पंचायत में कार्यों के निष्पादन के लिए त्रिसदस्यीय समिति का गठन किया गया है। प्रकरण के निस्तारण होने तक समिति व संबंधित सचिव संयुक्त रूप से कार्यों का संपादन करेंगे।

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12.36 लाख का हुआ गोलमाल, प्रधान के पास हिसाब ही नहीं

स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में कराए जा रहे शौचालय निर्माण में नित नए घोटाले सामने आ रहे हैं। सरया तिवारी में एडीओ (पंचायत) की तरफ से की गई स्थलीय जांच में 103 शौचालयों का कोई अस्तित्व नहीं मिला है। इस तरह ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा 12.36 लाख रुपये बिना किसी काम के ही निकाल लिए गए। विभाग ने प्रधान व सचिव दबाव बनाया तो तीन लाख रुपये वापस कर दिया।

ऐसे हो रहा बिना आनॅलाइन फीडिंग में घपला

विभाग के मुताबिक शौचालय की धनराशि के लिए पहले एमआइएस पर ऑनलाइन फीडिंग जरूरी है। फीडिंग के उपरांत लाभार्थी को छह हजार रुपये दिए जाते हैं। कार्य पूरा होने पर छह हजार रुपये की दूसरी किश्त भी जारी कर दी जाती है। इसके बाद शौचालय निर्माण का फोटो भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड करना होता है। लेकिन सरया तिवारी में 973 शौचालय निर्माण के लिए 1.16 करोड़ रुपये मिले इसमें 798 शौचालयों की ही ऑनलाइन फीडिंग की गई जबकि 175 शौचालयों का एमआइएस भी नहीं हुआ। विभाग ने जांच कराई तो 103 शौचालयों की धनराशि के गबन का मामला प्रकाश में आया।

प्रधान का अधिकार सीज, होगा मुकदमा

जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर का कहना है कि ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी ने मिलीभगत कर 103 ऐसे शौचालयों का पैसा निकाल लिया जो अस्तित्व में ही नहीं है। दोनों ने 12.36 लाख रुपये का गबन किया है। ग्राम प्रधान का अधिकार सीज कर ग्राम विकास अधिकारी लाल बहादुर से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जल्द ही दोनों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। 


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