युवक की गला रेतकर हत्या, सड़क के किनारे मिला शव Gorakhpur News
सुबह मार्निंग वाक पर निकले लोगों ने शव देखकर पुलिस को इसकी सूचना दी। युवक की उम्र 30 वर्ष के आसपास होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। सहजनवां इलाके में नियामतगंज गांव के पास गोविंदपुर-लोनिया मार्ग पर 30 वर्षीय सहेंद्र निषाद नामक युवक की हत्या कर फेंका गया शव मिला है। गला रेतकर उसे मौत के घाट उतारा गया था। चेहरे और सिर पर भी गहरे जख्म के निशान मिले हैं। वह पीपीगंज थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव का निवासी था। मंगलवार को दोपहर बाद वह सहजनवां किसी मित्र से मिलने के लिए गया हुआ था। घटना की छानबीन में जुटी पुलिस फिलहाल, युवक की हत्या किसने कब और क्यों की, जैसे सवालों का जवाब ढूंढने में उलझी हुई है।
मार्निंग वाक पर निकले लोगों ने पुलिस को दी जानकारी
जानकारी के अनुसार युवक की हत्या रात में की गई थी। सुबह मार्निंग वाक पर निकले लोगों ने शव देखकर पुलिस को इसकी सूचना दी। युवक की उम्र 30 वर्ष के आसपास होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वह नीला जिंस, नीली जैकेट और सफेद-पीली धारी की शर्ट पहने था। शव के पास से टूटकर गिरा बाइक का एक इंडीकेटर, छोटी सी कंघी, पांच रुपये का सिक्का और सूर्ती रखने वाली डिब्बी मिली है।
संघर्ष के मिले निशान, शव को घसीट कर किया गया था किनारे
हत्या सड़क के बीच में गई थी। आसपास हत्यारों से संघर्ष किए जाने के निशान मिले हैं। बाद में शव को घसीटकर सड़क के किनारे लाया गया था। माना जा रहा है कि धोखे से युवक को नियामतगंज गांव के पास लाकर हत्या की गई है। जनपद के अन्य थानों के साथ ही पड़ोस के संतकबीरनगर जिले की पुलिस से संपर्क कर सहजनवां पुलिस, मृतक की शिनाख्त करने के लिए उसकी कद-काठी के किसी युवक के लापता होने की सूचना मिलने के बारे में जानकारी जुटा रही थी। क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज दिनेश सिंह ने बताया कि युवक की पहचान हो गई है। अब पता चल पाएगा कि हत्या किसने और क्यों की?
युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
शहर के गुलरिहा क्षेत्र के हरसेवकपुर नंबर एक, झझवा टोला निवासी अंकित चौहान ने मंगलवार की रात घर में फांसी लगाकर खुदकशी कर ली है। परिजनों के मुताबिक फोन पर किसी से बात करने के बाद उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया। जानकारी के मुताबिक अमेरिका चौहान के पुत्र अंकित चौहान (22) रात में खाना खाने के बाद कमरे में सोने चले गए। परिजनों के मुताबिक कुछ देर बाद ही उनके मोबाइल की घंटी बजी। फोन पर वह काफी देर तक बात करते रहे। इस बीच परिवार के लोग गहरी नींद में सो गए। बुधवार को सुबह नौ बजे तक उनके कमरे का दरवाजा न खुलने पर परिजनों का शक हुआ। कई बार आवाज लगाने के बाद भी कमरे में कोई हलचल न होने पर परिजनों ने दरवाजा तोड़ा तो छत के कुंडे में बंधी रस्सी से लटकी उनकी लाश दिखाई दी।