गोरखपुर के जैतपुर में डंपिंग ग्राउंड बनाने के लिए 20 एकड़ भूमि चिह्नित, ग्रामीणों ने सहमति पत्र फाड़ा Gorakhpur News
डंपिंग ग्राउंड की जमीन का सीमांकन करने पहुंची टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। आरोप है कि कुछ लोगों ने सहमति पत्र फाड़ दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर शहर के बाहर स्थित जैतपुर में नगर निगम का डंपिंग ग्राउंड बनाने के लिए 20 एकड़ जमीन चिह्नित हो गई है। इसी के साथ वहां पर डंपिंग स्टेशन बनाने का विरोध भी शुरू हो गया है।
सीमांकन करने पहुंची टीम का विरोध
डंपिंग ग्राउंड की जमीन का सीमांकन करने पहुंची टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। आरोप है कि कुछ लोगों ने सहमति पत्र फाड़ दिया। हल्का लेखपाल की तहरीर पर तीन के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है।
निर्माण के शासन से 40 करोड़ रुपये की मांग
जानकारी के अनुसार नगर निगम ने शहर के कूड़ा निस्तारण के लिए गीडा प्रशासन से 20 एकड़ जमीन मांगी थी। गीडा प्रशासन ने जैतपुर में जमीन चिह्नित कर नगर निगम प्रशासन को बताया। जमीन के लिए नगर निगम प्रशासन ने शासन से तकरीबन 40 करोड़ रुपये की मांग की है। जमीन अधिग्रहीत करने से पहले डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन के निर्देश पर तहसीलदार सहजनवां लालजी विश्वकर्मा के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण विभाग और नगर निगम के अफसरों की टीम किसानों से बात करने पहुंची थी।
बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने सहमति पत्र फाड़ा
पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर कॉलेज में किसानों के साथ बात चल रही थी। इसी बीच कुछ किसानों ने डंपिंग ग्राउंड का विरोध शुरू कर दिया। आरोप है कि कुछ किसानों ने अफसरों के सामने सहमति पत्र फाड़ दिया। इससे अफरातफरी मच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कुछ किसानों को पकड़ लिया। सभी को गीडा थाने ले जाया गया।
इनके खिलाफ हुआ केस
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहजनवां सरनीत कौर ब्रोका के आदेश पर हल्का लेखपाल राममूरत ने जैतपुर निवासी किसान रामचंद्र शर्मा पुत्र रामकृपाल शर्मा, मंगल पुत्र टिकोरी, संजय शर्मा पुत्र रामसरन शर्मा तथा रामचंद्र शर्मा के परिवार के अन्य सदस्य के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, अभिलेख फाडऩे की रिपोर्ट दर्ज कराई। बैठक के दौरान समरपाल ङ्क्षसह, जयप्रकाश, उपेंद्र गौड़ आदि लोग उपस्थित रहे। तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने कहा कि एफआइआर दर्ज कराई गई है। गीडा के इंस्पेक्टर दिलीप सिंह ने बताया कि लेखपाल राममूरत की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इधर, नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह भी जैतपुर पहुंचे। उन्होंने जमीन देखी।
महेसरा में भी हुआ था भारी विरोध
नगर निगम की महेसरा में जमीन है। कुछ साल पहले नगर निगम ने शहर का कूड़ा महेसरा में डंप करना शुरू किया था। लगातार कूड़ा गिराने और निस्तारण न होने के कारण महेसरा इलाके में गंदगी और बदबू से लोगों की परेशानी बढऩे लगी। पिछले साल लोगों ने नगर निगम की कूड़ा गाडिय़ों को भगाना शुरू कर दिया। कई दिनों तक हंगामा चला। इसके बाद नगर निगम ने महेसरा में कूड़ा गिराना बंद कर दिया।