नगर निगम में तेल का खेल, शहर में जलभराव से व्यवस्था फेल Gorakhpur News
कॉलोनियों को जलभराव से बचाने के लिए नगर निगम प्रशासन 40 से ज्यादा स्थानों पर पंप चला रहा है। मेडिकल कॉलेज रोड किनारे की कॉलोनियों में ही 15 से ज्यादा पंप लगाए गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। तेल चुराने के चक्कर में कुछ पंप ऑपरेटर नागरिकों को जलभराव के बीच छोड़ दे रहे हैं। पानी जब नागरिकों के घरों में घुसना शुरू हो रहा है तो पंप चलाए जा रहे हैं। आदेश है कि पानी निकलने तक पंप चलाना है लेकिन हकीकत यह है कि पानी भरने के बाद थोड़ी-थोड़ी देर के लिए पंप चलाए जा रहे हैं।
मोहल्लों में पानी भरने के बाद भी नहीं चला रहे पंप
महुई सुघरपुर वार्ड के मोहल्लों में बारिश का पानी भरने लगा तो नागरिकों को हैरानी हुई। सड़क पर घुटने भर से ज्यादा पानी इकट्ठा हुआ तो नागरिकों ने पार्षद को जानकारी दी। पार्षद कटनिया स्थित पंपिंग स्टेशन पहुंचे तो देखा कि पंप ही नहीं चल रहा है। ऑपरेटर की जमकर ऐसी की तैसी की तब कहीं जाकर पंप चला और पानी निकला। शहर का पानी निकालने के लिए इलाहीबाग और डोमिनगढ़ में महापंप लगा हुआ है। एक घंटे में लाखों लीटर पानी निकाला जा सकता है लेकिन पंप तब चलाया जाता है जब नागरिकों के घरों में पानी घुसने लगता है। पिछले दिनों महापौर के निरीक्षण में भी डोमिनगढ़ के 12 में से सिर्फ दो पंप चलते मिले थे। महापौर ने फटकार लगाई तक पंप चलाए गए। शहर के बाहरी हिस्से में बने बांध पर रेग्युलेटर के साथ पंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं। राप्ती नदी में पानी बढऩे के साथ ही रेग्युलेटर को बंद कर दिया जाता है। इसके बाद पंप चलाया जाता है। बारिश और घरों से निकले पानी को इसी पंप के माध्यम से राप्ती नदी में डाला जाता है।
75 लीटर से ज्यादा मिलता है तेल
नगर निगम प्रशासन पंप चलाने के लिए प्रति पंप 75 लीटर से ज्यादा तेल रोजाना दे रहा है। इन पंप को चलाने में प्रति घंटा तीन लीटर से ज्यादा तेल खर्च होता है। यदि ऑपरेटर ने एक पंप को पांच घंटे बंद रखा तो 15 लीटर तेल बचा लेगा। यानी सिर्फ पंप से प्रति माह 450 लीटर तेल ऑपरेटर बचाकर बेच देगा। कटनिया पंङ्क्षपग स्टेशन के चार पंपों के लिए नगर निगम प्रशासन रोजाना तीन सौ लीटर तेल दे रहा है।
कॉलोनियों में भी नहीं चल रहे पंप
कॉलोनियों को जलभराव से बचाने के लिए नगर निगम प्रशासन 40 से ज्यादा स्थानों पर पंप चला रहा है। मेडिकल कॉलेज रोड किनारे की कॉलोनियों में ही 15 से ज्यादा पंप लगाए गए हैं। लेकिन नागरिकों का आरोप है कि रात में पंप नहीं चलाए जा रहे हैं। दिन में भी पंप उसी समय चलाए जाते हैं जब अफसरों के आने की उम्मीद रहती है। इस कारण कॉलोनियों का पानी नहीं निकल पा रहा है।
बारिश से इकट्ठा पानी निकलने तक पंप चलाने का है आदेश
महापौर सीताराम जायसवाल का कहना है कि पंपिंग स्टेशनों पर तेल की पर्याप्त उपलब्धता कराई गई है। नागरिकों की सुविधा के लिए सभी पंपिंग स्टेशन पानी निकलने तक चलाने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कहीं पंप नहीं चल रहा है तो नागरिक शिकायत करें। संबंधित ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।