अमन का परचम लेकर निकला शाही जुलूस
मोहर्रम की पांचवीं तारीख को शहर का माहौल गमगीन रहा। जुलूस निकलने का सिलसिला सुबह से शाम तक चलता रहा।
गोरखपुर (जेएनएन) : मोहर्रम की पांचवीं तारीख को शहर का माहौल गमगीन रहा। रविवार की सुबह से लेकर देर रात तक जुलूसों को सिलसिला चलता रहा, लेकिन इनमें सबसे खास रहा इमामबाड़े इस्टेट से निकलने वाला रवायती शाही जुलूस। करीब 315 वर्षो से अमन का परचम लेकर निकलने वाले इस जुलूस में आम व खास सभी शामिल हुए। इस्टेट के सज्जादानशीं अददान फर्रुख शाह 'मियां साहब' की अगुवाई में पूरे शान व शौकत के साथ शाही जुलूस निकला।
जुलूस का जगह-जगह जोरदार इस्तकबाल हुआ तथा महिलाओं ने छतों से पुष्पवर्षा की। सुबह 9:30 बजे जुलूस इमामबाड़ा इस्टेट के पश्चिमी फाटक से निकला। कमाल शहीद की मजार पर फातिहा पढ़ने के बाद जुलूस बक्शीपुर की तरफ मुड़ गया। जुलूस को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह था। जुलूस के सबसे आगे इमामबाड़ा स्टेट का परचम और उनके पीछे सफेद और आसमानी वर्दी में अंगरक्षक चल रहे थे। शहनाई और बैंडबाजे जुलूस की शोभा बढ़ा रहे थे। सफेद लिबास में अपने हमराहियों के साथ चल रहे मियां साहब जैसे दिखे, शोर उठा मियां साहब आ गए। आहिस्ता-आहिस्ता कदम बढ़ा रहे मियां साहब को देखने के लिए भीड़ बेताब हो उठी। जैसे-जैसे जुलूस आगे बढ़ा रहा कारवां भी बढ़ता गया।
छतों पर मौजूद महिलाएं जुलूस पर फूलों की वर्षा कर रही थीं। चरणलाल चौक, बेनीगंज, जाफरा बाजार होते हुए जुलूस कर्बला पहुंचा। फातिहा पढ़ने के बाद मियां साहब ने 30 मिनट तक विश्राम किया। करीब एक बजे जुलूस कर्बला से निकलकर घासीकटरा चौराहे पर पहुंचा। कुछ देर बाद मिर्जापुर चौराहा, साहबगंज, खूनीपुर, नखास होते हुए जुलूस कोतवाली पहुंचा जहां मियां साहब ने बुजुर्गो की कब्र पर फातिहा पढ़ा। वहां से जुलूस मान चौराहा होते हुए इमामबाड़ा इस्टेट के दक्षिण फाटक से अंदर दाखिल हुआ। इसके बाद मियां साहब ने जुलूस में शामिल लोगों, पुलिस और प्रशासन का शुक्रिया अदा करते हुए जुलूस की समाप्ति की घोषणा की।
जगह-जगह हुआ स्वागत
थवई के पुल पर सपा नेता आफताब अहमद के नेतृत्व में कुमार गौरव, चंदन अग्रवाल, सौरभ सिंह, शक्ति पांडेय, दिलशाद अहमद, शकील अहमद आदि ने मियां साहब को माला पहनाकर स्वागत किया। जाफरा बाजार में इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी के अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद ने अपने साथियों के साथ मियां साहब का इस्तकबाल किया। नखास रोड पर शाही जुलूस का इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के संयोजक कलीम अहमद फरजंद ने गर्मजोशी से स्वागत किया। अध्यक्ष अब्दुल्लाह ने शांति का प्रतीक कबूतर को उड़ाकर सदभावना का संदेश दिया। इस दौरान हाफिज बदरूद्दीन, मुर्तजा हुसैन रहमानी, आबिद अली, शकील अहमद अंसारी, जियाउद्दीन अहमद मौजूद रहे। जाफरा बाजार सब्जी मंडी में गुलाम रसूल उर्फ सनी ने शर्बत पिलाकर जुलूस का स्वागत किया।
जुलूस में इनकी रही मौजूदगी
मंजूर आलम, सैयद शहाब अहमद, जुल्फिकार अहमद, तौकीर आलम, शकील अंसारी, आदिल अमीन, आबिद अली, ख्वाजा शमशुद्दीन, आवेश खान, कुर्बान अली, शकील शाही, मनीष सिंह, राम प्रकाश, गुलरेज, दिलशाद अहमद आदि।
सभी धर्मो के लोग जुलूस में हुए शामिल
अमन और भाईचारा का परचम लेकर निकले जुलूस में सभी धर्मो के लोग शामिल रहे। मियां साहब के करीबियों एवं दोस्तों के अलावा बड़ी संख्या में आम लोग भी जुलूस में नजर आए। साहबगंज के बहुत से व्यापारियों ने जुलूस में शामिल होकर एकता और मोहब्बत का संदेश दिया।
चप्पे-चप्पे पर था पहरा
जुलूस को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जुलूस के साथ-साथ फोर्स चल रही थी। जबकि जुलूस मार्ग में पड़ने वाले प्रमुख चौराहों पर पुलिस के जवानों को लगाया गया था। अधिकारी लगातार गश्त कर रहे थे। शोर-शराबा ज्यादा न हो इसलिए डीजे पर प्रतिबंध लगाया गया था।
लाठी फेंक प्रतियोगिता आज
मोहर्रम की छठवीं तारीख (सोमवार) को हुसैनी अखाड़ा इस्माईलपुर तकिया के तत्वावधान में लाठी फेंक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में दर्जनों अखाड़ों के खिलाड़ी शामिल होंगे। यह जानकारी कार्यक्रम के संयोजक हाजी कलीम अहमद फरजंद ने दी। उन्होंने बताया कि अस्करगंज, अफगान हाता तुर्कमानपुर, रेती, झाऊ दादा खूनीपुर, कंकड़ शाह, कोतवाली, इस्माईलपुर आदि मोहल्लों के जुलूस निकलेंगे।