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आसान हुई राह, इस एक्‍सप्रेस ट्रेन में बढ़ाई गई जनरल बोगियों की संख्‍या

पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वपूर्ण ट्रेन गोरखधाम एक्सप्रेस में जनरल के पांच लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाए जाएंगे। रेलवे प्रशासन ने सात में से चार जनरल कोचों को हटा दिया था।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 01:36 PM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 09:27 AM (IST)
आसान हुई राह, इस एक्‍सप्रेस ट्रेन में बढ़ाई गई जनरल बोगियों की संख्‍या
आसान हुई राह, इस एक्‍सप्रेस ट्रेन में बढ़ाई गई जनरल बोगियों की संख्‍या

गोरखपुर, जेएनएन। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद रेलवे प्रशासन ने सामान्य यात्रियों की सुध ली है। अब पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वपूर्ण ट्रेन 12555/12556 गोरखधाम एक्सप्रेस में जनरल के पांच लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाए जाएंगे। रेलवे प्रशासन ने सात में से चार जनरल कोचों को हटा दिया था। यह तब हुआ था जब शाम 4.35 बजे रवाना होने वाली इस ट्रेन में सीट पाने के लिए दिल्ली जाने वाले लोग सुबह से ही लाइन में बैठ जाते हैं। 

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 परंपरागत की अपेक्षा एलएचबी कोच की लंबाई अधिक होने के चलते ट्रेन के रेक संयोजन में अधिकतम 22 बोगियां ही लग पाती हैं। ऐसे में 14 मार्च से एलएचबी कोच संयोजन से चलने वाली गोरखधाम में भी बोगियों की संख्या कम हो गई। रेलवे प्रशासन ने भी रेक संयोजन में 24 परंपरागत की जगह 22 एलएचबी कोच कर दिया। रेक संयोजन प्रक्रिया में जनरल के चार कोच कम कर एसी थर्ड के दो कोच बढ़ा दिए गए। ऐसे में जनरल के सात की जगह तीन कोच ही बच गए। 

दैनिक जागरण ने 12 मार्च के अंक में इस मामले को प्रमुखता से उठाया। रेलवे प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए दूसरे दिन रेक सामंजस्य को दुरुस्त करते हुए जनरल का दो कोच बढ़ा दिया है। अन्य कोचों की स्थिति यथावत रखा है। सीपीआरओ संजय यादव के अनुसार अब रेक में साधारण श्रेणी के पांच, कुर्सीयान के दो, स्लीपर के आठ, एसी थर्ड के तीन, एसी टू व फस्र्ट के एक-एक सहित कुल 22 कोच लगाए जाएंगे।

एलएचबी के फायदे

- परंपरागत की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित व आरामदायक होते हैं। 

- दुर्घटना के समय कोच एक के ऊपर एक नहीं चढ़ते हैं।

- कोच की लंबाई के साथ सीट व बर्थों की चौड़ाई बढ़ जाती है।

- हल्का होने के चलते रेल पटरियों पर दबाव कम हो जाता है।

- ऊर्जा की बचत होती है। मरम्मत की जरूरत कम पड़ती है।

कल आनंदनगर से ही वापस हो जाएगी नौतनवां पैसेंजर

पूर्वोत्तर रेलवे के आनंदनगर-नौतनवा रेल मार्ग पर सीमित ऊंचाई के सब-वे (अंडरपास) निर्माण के चलते कुछ ट्रेनों का संचलन प्रभावित रहेगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार 55141/55142 गोरखपुर-नौतनवा-गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन 14 मार्च को आनंदनगर स्टेशन पर ही टर्मिनेट हो जाएगी। इसके अलावा 75015 गोरखपुर-नौतनवा डेमू ट्रेन 14 मार्च को ही आंनदनगर स्टेशन पर 24 मिनट नियंत्रित कर चलाई जाएगी।

सप्ताह में पांच दिन चलेगी लखनऊ- काठगोदाम एक्सप्रेस

यात्रियों की परेशानी और मांग को देखते हुए रेल प्रशासन ने 18 मार्च से सप्ताह में तीन दिन चलने वाली 15043/15044 लखनऊ जंक्शन-काठगोदाम-लखनऊ जंक्शन एक्सप्रेस को पांच दिन चलाने का निर्णय लिया है। सीपीआरओ के अनुसार 15043 नंबर की ट्रेन लखनऊ जंक्शन से प्रत्येक सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी। 15044 नंबर की ट्रेन काठगोदाम से सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को चलेगी।

बांद्रा और पनवेल एक्सप्रेस में लगेंगे अतिरिक्त

प्रतीक्षा सूची के यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने मुंबई रूट पर चलने वाली दो एक्सप्रेस ट्रेनों में शयनयान श्रेणी के एक-एक अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय लिया है। सीपीआरओ संजय यादव के अनुसार 13 मार्च को 15067 गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस और 15089 गोरखपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में गोरखपुर से शयनयान श्रेणी के एक-एक अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे।


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