जंगल से आबादी में आया तेंदुआ- छह घंटे तक मचाया उत्पात, एक घायल
महराजगंज में जंगल से भटककर एक तेंदुआ शुक्रवार की सुबह परसामलिक थानाक्षेत्र के विशुनपुरा गांव में पहुंच गया। इस दौरान उसने एक व्यक्ति को घायल कर दिया।
गोरखपुर/महराजगंज, जेएनएन। सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के मधवलिया रेंज के जंगल से भटक कर शुक्रवार की सुबह पांच बजे परसामलिक थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव में पहुंचे तेंदुए ने एक व्यक्ति को हमला कर लहूलुहान कर दिया। तेंदुआ के गांव में घुसने की सूचना मिलते ही भगदड़ मच गई। साढ़े छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को वनकर्मियों ने कब्जे में कर पिंजड़े में बंद किया। सुबह गांव में तेंदुआ आने की खबर सुनकर योगेंद्र चौधरी जैसे ही घर के अंदर चारपाई पर सो रही बेटी प्रीती को जगाने पहुंचे, उसी समय चारपाई के नीचे बैठे तेंदुए ने उन पर हमला बोल दिया। हमले में योगेंद्र बुरी तरह से घायल हो गए।
योगेंद्र चौधरी को घायल करने के बाद तेंदुआ भागकर समीप के वीरेंद्र मणि त्रिपाठी के घर में घुस गया। तेंदुए के घर में घुसते ही वीरेंद्र मणि के परिजनों ने किसी तरह घर से भाग कर अपनी जान बचाई। मौका देख ग्रामीणों ने घर का फाटक बंद कर दिया। इस बीच वन विभाग व परसामलिक थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। लक्ष्मीपुर रेंजर सरजू प्रसाद जाल लेकर गांव में अपनी टीम के साथ पहुंचे, फिर भी तेंदुआ पकड़ में नहीं आ सका। इस बीच पिंजरा मंगवाकर रसोईघर के दरवाजे पर लगाया गया। छत से कुछ साहसी युवकों ने भी प्रयास किया।
साढ़े छह घंटे के अथक प्रयास के बाद तेंदुआ को पिंजरे में कैद किया जा सका। घायल योगेंद्र चौधरी को इलाज के लिए रतनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। गांव में मौजूद उपजिलाधिकारी जसधीर सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजु कुमार साव, एसडीओ मधवलिया घनश्याम राय, प्रभारी थानाध्यक्ष रामशरण मणि त्रिपाठी आदि अधिकारयों ने तेंदुआ के पकड़े जाने के बाद राहत की सांस ली।
डीएफओ मनीष सिंह ने कहा कि तेंदुए को सकुशल पकड़ लिया गया है। तेंदुए को छोडऩे के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही तेंदुए को जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
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