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गोरखपुर विश्‍वविद्यालय का गेस्‍ट हाऊस अब थ्री-स्टार होटल में तब्दील होगा

विश्वविद्यालय की आय बढ़ाने के क्रम में गेस्टहाउस को होटल में तब्दील करने की योजना बनाई गई है। इसे लेकर विभिन्न होटल ग्रुपों से संपर्क साधा जा रहा है। योजना है कि ऐसे होटल ग्रुप को गेस्ट हाउस के संचालन की जिम्मेदारी दी जाए जिसकी शाखाएं देशभर में हों।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 12:32 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 06:21 PM (IST)
दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय का गेस्‍ट हाऊस का चित्र।

गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का गेस्ट हाउस बहुत जल्द थ्री-स्टार होटलों की फेहरिस्त में शामिल होने जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे लेकर योजना बना ली है। गेस्ट हाउस को होटल में तब्दील करने के लिए विश्वविद्यालय ने उसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में चलाने का फैसला किया है। इस बाबत प्रस्ताव को जल्द विश्वविद्यालय के कार्य परिषद में रखा जाएगा।

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विश्वविद्यालय की आय बढ़ाने के क्रम में गेस्टहाउस को होटल में तब्दील करने की योजना बनाई गई है। इसे लेकर विभिन्न होटल ग्रुपों से संपर्क साधा जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की योजना है कि ऐसे होटल ग्रुप को गेस्ट हाउस के संचालन की जिम्मेदारी दी जाए, जिसकी शाखाएं देशभर में हों। इस बात पर भी जोर है कि वह होटल ग्रुप थ्री-स्टार होटलों का संचालन करता हो। होटल ग्रुप को संचालन सौंपने से पहले विश्वविद्यालय उस ग्रुप के मानक के अनुरूप गेस्ट हाउस तैयार करेगा। गेस्ट हाउस को होटल में बदलने में आने वाले खर्च की मांग राज्य सरकार से की जाएगी।

संवाद भवन और कन्वेंशन सेंटर भी होंगे होटल का हिस्सा

गेस्ट हाउस को होटल बनाने के बाद उसका दायरा बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय के संवाद भवन और कन्वेंशन हाल को भी उसका हिस्सा बना दिया जाएगा। इससे थ्री-स्टार होटल के लिए जरूरी जगह की मांग पूरी हो सकेगी। उन दोनों भवनों में भी होटल ग्रुप की मांग मुताबिक बदलाव किया जाएगा।

होटल मैनेजमेंट कोर्स की प्रयोगशाला होगा होटल

विश्वविद्यालय जिस होटल मैनेजमेंट कोर्स को शुरू करने जा रहा है, उसकी प्रयोगशाला के तौर पर भी गेस्ट हाउस/थ्री स्टार होटल का इस्तेमाल किया जाएगा। कोर्स करने वाले विद्यार्थी इस प्रयोगशाला में होटल संचालन के गुर सीखेंगे। इसे लेकर होटल ग्रुप से करार किया जाएगा। करार में यह भी शर्त होगी कि विश्वविद्यालय के अतिथियों को होटल में प्राथमिकता के साथ रियायती दर पर कमरें उपलब्ध कराए जाएंगे। कुलपति प्रो. राजेश सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस को होटल के रूप में संचालित करने के लिए होटल ग्रुपों से बातचीत की जा रही है। इससे गेस्ट हाउस का बेहतर उपयोग हो सकेगा और विश्वविद्यालय की आय में भी इजाफा होगा। होटल मैनेजमेंट कोर्स शुरू होने के बाद विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल करने के लिए किसी अन्य होटल में नहीं जाना पड़ेगा।


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