Lockdown in Gorakhpur : थाने में नहीं आ रहे फरियादी, पुलिस को बुला रहे घर Gorakhpur News
आम दिनों में कैंट थाना परिसर में दर्जनों फरियादी अपनी शिकायत लेकर पहुंचते और मुकदमा दर्ज कराते थे। पुलिस भी आरोपितों को दबोचने के लिए दबिश देती थी। लॉकडाउन में नजारा इसके उलट है।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद फरियादी थाने नहीं आ रहे हैं। जिले के सबसे व्यस्त थाना कैंट में पिछले 11 दिनों में कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर नहीं पहुंचा। आगंतुक रजिस्टर में भी किसी का नाम दर्ज नहीं है। लेकिन दवाई, राशन खत्म होने की सूचना फोन पर देकर मदद के लिए पुलिस को घर बुला रहे हैं। दीवान और मुंशी रोजमर्रा का काम निपटाकर अपने घर चले जा रहे हैं।
आम दिनों में शिकायतकर्ताओं की लगी रहती थी भीड़
आम दिनों में कैंट थाना परिसर में दर्जनों फरियादी अपनी शिकायत लेकर पहुंचते और मुकदमा दर्ज कराते थे। पुलिस भी आरोपितों को दबोचने के लिए दबिश देती थी। लेकिन लॉकडाउन में नजारा इसके उलट है।
लाकडाउन के बाद से अब तक एक भी शिकायत नहीं
थाने के मुंशी 11 दिनों से कुर्सी पर बैठकर गेट की तरफ देख रहे हैं, एक भी फरियादी थाने नहीं आया। गुरुवार भी थाना परिसर में सन्नाटा पसरा था। डे अफसर की कुर्सी पर एसएसआइ संतोष सिंह, हेल्प डेस्क पर महिला दरोगा राजकुमारी शुक्ला अपनी टीम के साथ बैठी थीं।
कोर्ट-कचहरी से मिल गई है छुटकारा
लॉकडाउन के बाद आने वाले फरियादियों के बारे पूछने पर सभी एक स्वर में बोल पड़े काश ऐसे ही लोग प्रेम पूर्वक रहे और थाना, कोर्ट और कचहरी से बचें। उन्होंने कहा कि घरों से निकलने की अनुमति न मिलने के कारण ही किसी से कोई विवाद नहीं हो रहा है। सभी लोग आराम से अपने घरों में बैठे हुए हैं।
एक भी फरियादी नहीं पहुंचा
मुंशी जीडी (जनरल डायरी) में चौबीस घंटे गतिविधियों का ब्यौरा लिखते रहे। कैंट थाने में आमद से लेकर रवानगी व अन्य काम का उल्लेख तो किया गया है लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
अब रोजमर्रा के सामान के लिए आ रहे टेलीफोन
प्रभारी निरीक्षक कैंट रवि राय ने बताया कि लॉकडाउन के बाद कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर थाने नहीं आया है। लेकिन थाने के सीयूजी नंबर पर रोजाना 10 से 12 लोग फोन करके राशन, दवा खत्म होने की सूचना दे रहे हैं। पुलिस उनकी मदद कर रही है।