एडीजी ने कहा-सिर्फ माफिया के चिह्निीकरण से काम नहीं चलेगा, मकान और दुकान को करें ध्वस्त
मीटिंग के जरिये उन्हें यह भी कहा है पुलिस सिर्फ माफियाओं को चिन्हित कर रही है। लेकिन गैंगस्टर एक्ट 14(1) के तहत उनके घर मकान व व्यवसायिक फर्म के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पर ध्यान नहीं दे रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर जोन में 392 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। 385 व्यक्तियों का गैंग चार्ट खुल चुका है, लेकिन इनमें से किसी के मकान ध्वस्तीकरण की कार्रवाइ नहीं हुई है। अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है। एडीजी ने शुक्रवार रात में जोन के सभी एसएसपी, एसपी के साथ आनलाइन मीटिंग की है।
आनलाइन मीटिंग एडीजी ने एसएसपी, एसपी पर जताई नाराजगी
मीटिंग के जरिये उन्हें यह भी कहा है पुलिस सिर्फ माफियाओं को चिन्हित कर रही है। लेकिन गैंगस्टर एक्ट 14(1) के तहत उनके घर, मकान व व्यवसायिक फर्म के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पर ध्यान नहीं दे रही है, जबकि वह प्रदेश के वाराणसी, लखनऊ, कानपुर जिलों को देखें। वहां माफियाओं को चिन्हित करने के साथ-साथ उनके द्वारा अपराध के बल पर कमाई गई संपत्तियों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी तेजी से हो रही है। पुलिस को इस पर भी ध्यान देना होगा। मीटिंग के दौरान एडीजी ने लंबित मामलों के निस्तारण पर भी जोर देने को कहा है। एडीजी ने कहा कि जब तक माफियाओं को नुकसान नहीं पहुंचेगा। अपराध में कमी कैसे आएगी। माफियाओं ने अपराध किया है तो उन्हें इसका खामियाजा भी तो भुगतना चाहिए।
जानिए किस जिले में गैंगस्टर की कितनी कार्रवाई हुई
गोरखपुर में 68 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है। इसी तरह से देवरिया में 50, कुशीनगर में 50, महराजगंज में 25, बस्ती में 43, संतकबीरनगर में 32, सिद्धार्थनगर में 25, गोंडा- में 22, बलरामपुर में 15, बहराइच में 56, श्रावस्ती में छह अपराधियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जा चुकी है।
जिलाधिकारियों द्वारा अब तक 385 मामलों में गैंगचार्ट का अनुमोदन किया गया है। इसमें गोरखपुर में 68, देवरिया में 50, कुशीनगर में 50, महराजगंज में 24, बस्ती में 38, संतकबीरनगर में 31, सिद्धार्थनगर में 25, गोंडा में 22, बलरामपुर में 15, बहराइच में 56 और श्रावस्ती में छह अपराधियों पर गैंगचार्ट का अनुमोदन किया गया है।