नेपाल में प्रतिमा विसर्जन को लेकर तनाव, भारत की चौकस नजर
नेपाल के सीमावर्ती कस्बा कृष्णानगर में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं हो सका है। इसको लेकर भारत सतर्क है
By Edited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 01:51 PM (IST)
गोरखपुर, (जेएनएन)। नेपाल के सीमावर्ती कस्बा कृष्णानगर में बिगड़े हालात पर भारत की चौकस नजर है। 48 घंटों से प्रतिमा विसर्जन न होने पर सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। सीमावर्ती थानों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। सीमा पर आवाजाही करने वालों की चे¨कग करने का निर्देश जारी किया है। विवाद के मद्देनजर दुर्गा पूजा को संपन्न कराने के लिए जिले में बाहर से आई एक प्लाटून पीएसी को रोक लिया गया। 48 घंटे से चले आ रहे विवाद का पटाक्षेप रविवार की शाम को हुआ। श्रद्धालु, बुद्धजीवी वर्ग, राजनेता व प्रशासन के बीच कई दौर में वार्ता का क्रम चलता रहा। कई बार तनाव पूर्ण स्थिति भी उत्पन्न होती रही। पूजा समितियो ने मांग किया कि अराजकतत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सड़क पर उतरे श्रद्धालु
इसी बीच श्रद्धालु महिलाओं का एक जत्था भी आ गया। महिलाएं सड़क पर विरोध जताने लगीं। इसके बाद प्रशासन भी थोड़ा नर्म हुआ। कार्रवाई के लिए लिखित आश्वासन दिया गया है। सहमति बनने के बाद प्रतिमा विसर्जन के लिए पदाधिकारी तैयार हुए। शाम पांच बजे के करीब नेपाल पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच प्रतिमाएं रवाना की गईं। नगर भ्रमण के दौरान सड़कें सन्नाटे में डूबी रही। नेपाल में दो दिनों से रुकीं प्रतिमाओं का विसर्जन डबरा पोखरा में करने के लिए ले जाया गया। सिद्धार्थनगर जिले के एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने कहा कि नेपाल की स्थिति को देखते हुए सीमा पर चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया गया है। सीमावर्ती थानों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। नेपाल की स्थिति पर निगाह रखी जा रही है। शासन को स्थिति से अवगत कराया गया है। दुर्गा पूजा संपन्न कराने के लिए जिले में आई पीएसी की टीम को अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है।
यह था मामला
नेपाल के कृष्णानगर में शुक्रवार की रात से ही विवाद चल रहा है। दुर्गा प्रतिमाओं की जुलूस पर पथराव कुछ अराजकतत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश किया। कुछ हद तक वह अपनी योजनाओं में सफल भी हो गए। वहीं पूजा समिति के पदाधिकारियों ने प्रतिमाओं को खड़ा कर दिया था। इसको लेकर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। नेपाल पुलिस ने पहले मामले को संभालने की कोशिश किया। बात नहीं बनते देख, सख्ती का रूख अख्तियार किया। वहीं पूजा समिति ने कार्रवाई की मांग को लेकर प्रतिमाओं को गोलघर तिराहा पर खड़ा कर दिया। इसके बाद एक बार फिर नेपाल पुलिस ने दबाव बनाने के लिए लाठियां पटकी। लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। शनिवार को दूसरे दिन एक बार फिर से पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। दस बजे के करीब नेपाल पुलिस ने वार्ता का क्रम शुरू किया। लेकिन समिति के पदाधिकारी अड़े रहे। इसके बाद एक बार फिर पुलिस ने लाठियां भांजी। सीमा को सील कर दिया।
वाहनों के आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दिया। आवाजाही पर सख्ती कर दी गई। इसको देखते हुए भारत की सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई। एसएसबी ने भी आने-जाने वालों को रोकना शुरू कर दिया। कृष्णानगर के गर्म माहौल का असर बढ़नी कस्बा पर भी पड़ता दिखा। शाम पांच बजने तक दुकानें बंद होने लगी थीं।
सड़क पर उतरे श्रद्धालु
इसी बीच श्रद्धालु महिलाओं का एक जत्था भी आ गया। महिलाएं सड़क पर विरोध जताने लगीं। इसके बाद प्रशासन भी थोड़ा नर्म हुआ। कार्रवाई के लिए लिखित आश्वासन दिया गया है। सहमति बनने के बाद प्रतिमा विसर्जन के लिए पदाधिकारी तैयार हुए। शाम पांच बजे के करीब नेपाल पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच प्रतिमाएं रवाना की गईं। नगर भ्रमण के दौरान सड़कें सन्नाटे में डूबी रही। नेपाल में दो दिनों से रुकीं प्रतिमाओं का विसर्जन डबरा पोखरा में करने के लिए ले जाया गया। सिद्धार्थनगर जिले के एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने कहा कि नेपाल की स्थिति को देखते हुए सीमा पर चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया गया है। सीमावर्ती थानों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। नेपाल की स्थिति पर निगाह रखी जा रही है। शासन को स्थिति से अवगत कराया गया है। दुर्गा पूजा संपन्न कराने के लिए जिले में आई पीएसी की टीम को अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है।
यह था मामला
नेपाल के कृष्णानगर में शुक्रवार की रात से ही विवाद चल रहा है। दुर्गा प्रतिमाओं की जुलूस पर पथराव कुछ अराजकतत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश किया। कुछ हद तक वह अपनी योजनाओं में सफल भी हो गए। वहीं पूजा समिति के पदाधिकारियों ने प्रतिमाओं को खड़ा कर दिया था। इसको लेकर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। नेपाल पुलिस ने पहले मामले को संभालने की कोशिश किया। बात नहीं बनते देख, सख्ती का रूख अख्तियार किया। वहीं पूजा समिति ने कार्रवाई की मांग को लेकर प्रतिमाओं को गोलघर तिराहा पर खड़ा कर दिया। इसके बाद एक बार फिर नेपाल पुलिस ने दबाव बनाने के लिए लाठियां पटकी। लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। शनिवार को दूसरे दिन एक बार फिर से पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। दस बजे के करीब नेपाल पुलिस ने वार्ता का क्रम शुरू किया। लेकिन समिति के पदाधिकारी अड़े रहे। इसके बाद एक बार फिर पुलिस ने लाठियां भांजी। सीमा को सील कर दिया।
वाहनों के आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दिया। आवाजाही पर सख्ती कर दी गई। इसको देखते हुए भारत की सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई। एसएसबी ने भी आने-जाने वालों को रोकना शुरू कर दिया। कृष्णानगर के गर्म माहौल का असर बढ़नी कस्बा पर भी पड़ता दिखा। शाम पांच बजने तक दुकानें बंद होने लगी थीं।
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