गोरखपुर में पुरानी पेंशन के लिए आक्रोशित हुए शिक्षक व कर्मचारी, भरी हुंकार
पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने मोटरसाइकिल रैली निकालकर हुंकार भरी। सिंचाई विभाग के नलकूप परिसर से निकाली गई मोटरसाइकिल रैली में दो हजार से अधिक शिक्षक कर्मचारी शामिल हुए। कहा कि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : पुरानी पेंशन बहाली सहित कई मांगों को लेकर शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने मोटरसाइकिल रैली निकालकर हुंकार भरी। सिंचाई विभाग के नलकूप परिसर से निकाली गई मोटरसाइकिल रैली में दो हजार से अधिक शिक्षक, कर्मचारी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। रैली में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने के कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई। सुरक्षा के लिहाज से मोटरसाइकिल रैली के साथ पुलिस के जवान भी चल रहे थे। रैली में पहुंचकर अपर नगर मजिस्ट्रेट ने जिला प्रशासन की ओर से ज्ञापन लिया।
28 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर धरना देंगे आंदाेलनकारी शिक्षक व कर्मचारी
आंदोलनकारी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने कहा कि 28 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। कर्मचारी, शिक्षक अधिकारी पेंशनर्स अधिकार मंच के तत्वावधान में प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर दोपहर बाद दो बजे निकाली गई रैली में शामिल शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। रैली का शुभारंभ करते हुए अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष राजेश दुबे ने कहा कि यह सरकार शिक्षक एवं कर्मचारियों की मांगों के प्रति पिछले चार से उदासीन रही है। कई बार अनेक बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद भी शासनादेश जारी नहीं किया गया और कभी उचित मांगों को भी नहीं माना गया। विधानसभा चुनाव के पहले यदि सरकार ने मांगें नहीं मानी तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
मांगों पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
मंच के संरक्षक भक्तराज राम त्रिपाठी एवं रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ रहा है। प्रधान महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सरकार ने यदि हमारी मांग नहीं पूरा किया गया तो 28 अक्टूबर को होने वाले धरने में पूरे जिले के कर्मचारी व शिक्षक कार्य ठप कर शामिल होंगे।
मोटरसाइकिल रैली में ये लोग रहे शामिल
मोटरसाइकिल रैली में वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीधर मिश्रा, दिग्विजय नाथ पांडेय, मीडिया प्रभारी ज्ञानेंद्र ओझा, समीर पांडेय, श्याम नारायन सिंह, सुधांशु मोहन सिंह, हरेंद्र राय, अमरनाथ यादव, ज्ञानेश राय, राजेश पांडेय, अनिल पांडेय, राजेश मिश्रा, गोविंद राय, युगेश शुक्ला, अनिल चंद, ब्रजेश श्रीवास्तव, जन्मेजय पांडेय, राकेश दूबे, सर्वेश्वर तिवारी, जयप्रकाश मद्देशिया, राकेश राय, डा. सीबी तिवारी, नागेंद्र पाल, विनोद राय, अरविंद चंद, बृजेंद्र राय, सुमंत सिंह, धर्मेंद्र सिंह, इजहार अली, महेंद्र चतुर्वेदी, योगेंद्र शर्मा, विनीता सिंह, आशुतोष मिश्रा, गीता सिंह, सत्यावती दूबे, रेनूबाला यादव आदि शामिल रहे।