टोल प्लाजा पर भी लगाए जाएंगे रेडियो तरंग वाले टैग
वाणिज्य कर विभाग अब टोल प्लाजा और ट्रांसपोर्टनगर में भी रेडियो फ्रिक्वेंसी के टैग लगाने का काम होगा। इसकी तैयारी हो रही है।
By Edited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 02:07 PM (IST)
गोरखपुर (जेएनएन)। वाणिज्य कर विभाग अब टोल प्लाजा और ट्रांसपोर्टनगर में भी रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआइडी) टैग लगवाने की तैयारी में है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के चार प्रवेश द्वार पर अब तक सिर्फ 1486 वाणिज्यिक वाहनों पर ही टैग लगने के कारण विभाग के अफसर नई व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं। एक नवंबर से बिना आरएफआइडी टैग लगे वाणिज्यिक वाहनों को प्रदेश में नहीं आने दिया जाएगा। ई वे बिल युक्त माल ले जाने वाले वाहनों को एक नवंबर 18 से पहले अपने विंड स्क्रीन पर आरएफआइडी टैग लगवाना ही होगा।
यूपी डेस्को को मिली जिम्मेदारी
वाणिज्य कर विभाग ने यूपी डेस्को को टैग लगाने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रति वाहन सौ रुपये शुल्क तय कर दिया गया है। विभाग के अफसर ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों के साथ बैठक कर टैग लगवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं लेकिन आठ दिन से भी कम समय बाकी है और अब तक काफी कम वाहनों पर ही टैग लग सका है। चार स्थानों से प्रदेश में आते हैं वाहन: गोरखपुर जोन में कुशीनगर के तमकुहीराज, महराजगंज के सोनौली, सिद्धार्थनगर के बढ़नी और देवरिया के मेहरौना में यह व्यवस्था लागू होगी। जिन वाहनों पर आरएफआइडी टैग लगे होंगे वह इन बार्डरों से प्रदेश में आते या जाते समय आरएफआइडी सिस्टम के दायरे में आ जाएंगे। उनकी पूरी जानकारी कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। एक बार प्रवेश के बाद प्रदेश में इन वाहनों की चेंकिंग भी नहीं होगी।
टैग नहीं तो लगेगा जुर्माना
एसजीएसटी या सीजीएसटी अधिनियम की धारा 129 के तहत माल एवं वाहन जब्त किए जा सकते हैं। साथ ही अर्थदंड भी लगाया जा सकता है।
- धारा 129 के तहत अर्थदंड की राशि माल के मूल्य तथा देय जीएसटी के योग के बराबर हो सकती है।
- एसजीएसटी या सीजीएसटी अधिनियम की धारा- 120 के तहत माल एवं वाहन जब्त किया जा सकता है।
- जब्त माल को नीलाम भी किया जा सकता है।
- एसजीएसटी या सीजीएसटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत कर निर्धारण, अर्थदंड आदि की कार्यवाही संभव है।
अधिकारी कर रहे हैं बैठकें
एआरटीओ संग हो रही बैठक सभी वाणिज्यिक वाहनों पर आरएफआइडी टैग लगाने के लिए वाणिज्य कर विभाग के अफसर एआरटीओ संग बैठक भी कर रहे हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों के एआरटीओ को टैग के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। एडिशनल कमिश्नर बीएन द्विवेदी ने कहा कि आरएफआइडी टैग गोरखपुर-बस्ती मंडल के चार स्थानों पर लगाए जा रहे हैं। अब तक सिर्फ 1486 वाहनों पर ही टैग लग सका है। ज्यादा से ज्यादा वाणिज्यिक वाहनों पर टैग लगवाने के लिए टोल प्लाजा और ट्रांसपोर्टनगर में भी वेंडर तैनात करने पर विचार चल रहा है।
यूपी डेस्को को मिली जिम्मेदारी
वाणिज्य कर विभाग ने यूपी डेस्को को टैग लगाने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रति वाहन सौ रुपये शुल्क तय कर दिया गया है। विभाग के अफसर ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों के साथ बैठक कर टैग लगवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं लेकिन आठ दिन से भी कम समय बाकी है और अब तक काफी कम वाहनों पर ही टैग लग सका है। चार स्थानों से प्रदेश में आते हैं वाहन: गोरखपुर जोन में कुशीनगर के तमकुहीराज, महराजगंज के सोनौली, सिद्धार्थनगर के बढ़नी और देवरिया के मेहरौना में यह व्यवस्था लागू होगी। जिन वाहनों पर आरएफआइडी टैग लगे होंगे वह इन बार्डरों से प्रदेश में आते या जाते समय आरएफआइडी सिस्टम के दायरे में आ जाएंगे। उनकी पूरी जानकारी कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। एक बार प्रवेश के बाद प्रदेश में इन वाहनों की चेंकिंग भी नहीं होगी।
टैग नहीं तो लगेगा जुर्माना
एसजीएसटी या सीजीएसटी अधिनियम की धारा 129 के तहत माल एवं वाहन जब्त किए जा सकते हैं। साथ ही अर्थदंड भी लगाया जा सकता है।
- धारा 129 के तहत अर्थदंड की राशि माल के मूल्य तथा देय जीएसटी के योग के बराबर हो सकती है।
- एसजीएसटी या सीजीएसटी अधिनियम की धारा- 120 के तहत माल एवं वाहन जब्त किया जा सकता है।
- जब्त माल को नीलाम भी किया जा सकता है।
- एसजीएसटी या सीजीएसटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत कर निर्धारण, अर्थदंड आदि की कार्यवाही संभव है।
अधिकारी कर रहे हैं बैठकें
एआरटीओ संग हो रही बैठक सभी वाणिज्यिक वाहनों पर आरएफआइडी टैग लगाने के लिए वाणिज्य कर विभाग के अफसर एआरटीओ संग बैठक भी कर रहे हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों के एआरटीओ को टैग के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। एडिशनल कमिश्नर बीएन द्विवेदी ने कहा कि आरएफआइडी टैग गोरखपुर-बस्ती मंडल के चार स्थानों पर लगाए जा रहे हैं। अब तक सिर्फ 1486 वाहनों पर ही टैग लग सका है। ज्यादा से ज्यादा वाणिज्यिक वाहनों पर टैग लगवाने के लिए टोल प्लाजा और ट्रांसपोर्टनगर में भी वेंडर तैनात करने पर विचार चल रहा है।
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