कोरोना को लेकर हवाई जहाज के यात्रियों पर निगरानी तेज Gorakhpur News
कोरोना वायरस पशुओं में पाया जाता है। यह जानवरों के संपर्क में आने पर इंसानों में फैलता है तथा खांसने छींकने व हाथ मिलाने से एक से दूसरे इंसान में पहुंच सकता है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना व स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने हवाई यात्रियों की निगरानी तेज कर दी है। विभाग ने एयरपोर्ट पर अपना बोर्ड (स्टैंडी) लगाकर हेल्पलाइन नंबर भी डिस्प्ले कर दिया है ताकि कोई भी यात्री जरूरत पडऩे पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सके।
स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट पर लगाया बोर्ड
एयरपोर्ट पर लगे बोर्ड पर लोगों की जागरूकता के लिए कोरोना क्या है, यह कैसे फैलता है और इससे बचाव के क्या उपाय हैं, यह सब लिखा हुआ है। इसके पूर्व बाहर से आने वाले यात्रियों की सूची प्रतिदिन उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण को पत्र भी लिखा है। नेपाल सीमा पर भी भारत में प्रवेश करने वाले लोगों के संक्रमण की थर्मल स्कैनर के जरिए जांच की जा रही है।
चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस दिल्ली तक पहुंचा
चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस जापान, सिंगापुर, थाईलैंड के रास्ते दिल्ली तक पहुंच चुका है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
स्वास्थ्य विभाग ने इन देशों से आने वाले लोगों की निगरानी तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने हवाई यात्रियों को जागरूक करने के लिए बोर्ड व पोस्टर लगाया। इनमें जिला अस्पताल का हेल्पलाइन नंबर 0551-2225145 और 8005192660 डिस्प्ले किया गया है।
किसी तरह की परेशानी पर तत्काल संपर्क करने की अपील
यात्रियों के लिए सलाह लिखी है कि यदि उन्हें सिरदर्द, सर्दी, जुखाम, बुखार, सिर में भारीपन या किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो हो तो तुरंत इन नंबरों पर कॉल कर सहायता मांगें। सीएमएओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि गोरखपुर हवाई अड्डे पर किसी भी देश से यात्री सीधे नहीं आते, वे विभिन्न एयरपोर्ट से होकर आते हैं, इसलिए उनकी पहले ही जांच हो चुकी होती है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग एहतियात बरत रहा है। साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों व अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की भी निगरानी की जा रही है।
यह पशुओं में पाया जाने वाला वायरस
इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी श्रीकांत तिवारी ने कहा है कि कोरोना वायरस पशुओं में पाया जाता है। यह जानवरों के संपर्क में आने पर इंसानों में फैलता है तथा खांसने, छींकने व हाथ मिलाने से एक से दूसरे इंसान में पहुंच सकता है। इसके मुख्य लक्षणों में नाक बहना, कफ व खांसी, गले में दर्द, सिरदर्द, कई दिनों तक रहने वाला बुखार, निमोनिया, ब्रांकाइटिस आदि हैं। कुछ भी खाने से पहले हाथ ठीक से धो लें, मांस खाने से बचें और खांसते-छींकते वक्त मुंह जरूर ढंक लें।