महामारी में दिया प्रशासन का साथ, की लोगों की मदद
पांच हजार लंच पैकेट बंटवाया होटल व्यवसाय बंद होने के बाद सभी कर्मचारियों व अपने लोगों के साथ पांच हजार लंच पैकेट श्याम जायसवाल ने बंटवाए। इसमें दो किग्रा आटा दो किग्रा चावल आधा किग्रा दाल तेल बिस्किट नमक आदि खाद्य सामग्री मौजूद थी।
देवरिया: कोरोना महामारी के दौरान जब होटल व रेस्त्रां व्यवसायी परेशान थे और अपनी आय व होटल को कैसे चलाया जाए, इसे लेकर चितित थे। उस समय जिले का एक होटल ऐसा भी, जो सरकार व प्रशासन के साथ कंधा से कंधा मिला कर चल रहा है। शहर के सिविल लाइन रोड स्थित होटल रेनूका इन। विपरीत परिस्थितियों में न सिर्फ जरूरतमंदों को निश्शुल्क भोजन कराया बल्कि कोविड ड्यूटी के दौरान डाक्टरों को रहने के लिए पूरा होटल प्रशासन को समर्पित कर दिया।
बरहज के विधायक रहे रामप्रसाद जायसवाल ने एक होटल खोलने और उसे स्वयं संचालित करने का सुझाव दिया। वर्ष 2008 से इस कारोबार में जुड़ गए। शुरू में अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और ग्राहकों को बेहतर सेवा मिलने के कारण कुछ ही दिनों होटल का नाम सभी की जुबां पर तैरने लगा। कोरोना संक्रमण में बंद हुआ होटल तो गरीबों को कराया भोजन
कोरोना महामारी के दौरान होटल बंद कर दिया गया। ऐसे में दिल्ली, मुंबई, गुजरात आदि महानगरों से आने वाले लोगों को श्याम होटल के कर्मचारियों के साथ पूरा दिन व रात बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सिविल लाइन्स रोड में लंच पैकेट, पानी व भोजन उपलब्ध कराया गया।
पांच हजार लंच पैकेट बंटवाया
होटल व्यवसाय बंद होने के बाद सभी कर्मचारियों व अपने लोगों के साथ पांच हजार लंच पैकेट श्याम जायसवाल ने बंटवाए। इसमें दो किग्रा आटा, दो किग्रा चावल, आधा किग्रा दाल, तेल, बिस्किट, नमक आदि खाद्य सामग्री मौजूद थी। देवरिया व बरहज क्षेत्र के ऐसे गरीब, मजदूरों के बीच यह पैकेट बांटा गया, जिन्हें भोजन के लिए परेशानी थी।
महामारी में खुल कर की प्रशासन की मदद
कोरोना महामारी के दौरान जब सभी होटल बंद थे उस समय होटल उन लोगों की सेवा करता रहा जो कोरोना के मरीजों की जांच बचाने में लगे थे। कोविड अस्पताल में ड्यूटी करने वाले डाक्टरों के रहने के लिए होटल के 31 में से 25 कमरे दिया। आज भी डाक्टर के लिए यहां रूम बुक है।
डिजिटल भुगतान पर रहता है फोकस
होटल में ग्राहकों को यूपीआइ की सुविधा दी जाती है। गूगल पे फोन, आनलाइन पेंमेंट, स्वाइप कार्ड मशीन पर सर्वाधिक जोर रहता है। होटल में जो भी ग्राहक इस माध्यम से पेंमेंट करना चाहते हैं, उसके लिए पूरा आप्शन दिया गया है। अधिकांश भुगतान गूगल पे से ही होता है। कर्मचारियों को दिया वेतन
श्याम जायसवाल ने बताया कि जब होटल खोला तो मैं 25 साल का था । उस समय से होटल में 80 कर्मचारी कार्य करते हैं। पूरा स्टाफ एक परिवार की तरह है। जब से होटल खुला तभी से सभी कर्मचारी कार्य कर रहे हैं किसी को बदला नहीं गया। लाकडाउन में बस किचन में 15 से 20 कर्मचारी कार्य किए। अन्य सभी को घर रहने के बाद भी मैंने वेतन दिया।