सख्त हुअा प्रशासन, बंद कराए जाएंगे अवैध पैथालॉजी सेंटर
एक नाम से चल रहे कई पैथालॉजी सेंटर। अपर निदेशक स्वास्थ्य ने दिए अवैध रूप से चल रहे पैथालॉजी सेंटरों को सील करने के निर्देश।
गोरखपुर, (जेएनएन)। जांच के नाम पर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले अवैध पैथालॉजी सेंटर अब कार्रवाई के दायरे में होंगे। जागरण में इसको लेकर चलाए गए समाचारीय अभियान के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सख्त रुख अख्तियार किया है। खुद अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. पुष्कर आनंद ने मामले का संज्ञान लेते हुए सभी सीएमओ को इस संबंध में न केवल कड़े निर्देश जारी किए गए है बल्कि इस पर कारगर रणनीति बनाने के लिए बैठक भी बुलाई है।
गोरखपुर मंडल के मुख्य चिकित्साधिकारियों को जारी किए गए निर्देश में अपर निदेशक ने कहा कि सभी सीएमओ अपने-अपने जिलों में ऐसे पैथालॉजी केंद्रों को चिंहित करें जिनका पंजीकरण नहीं है। साथ ही एक ही चिकित्सक के नाम पर चल रही कई पैथालॉजी या मानक के विपरीत संचालित होने वाले सेंटरों को सील करें।
बता दें कि जागरण द्वारा अवैध पैथालॉजी सेंटरों को लेकर चलाए जा रहे समाचारीय अभियान में बताया गया था कि सीएमओ कार्यालय में जितने पैथालॉजिस्ट का पंजीकरण है, उससे तीन से चार गुना अधिक तादाद में पैथालॉजी सेंटरों के संचालित होने की बात सामने आई है। बड़ी तादाद में ऐसे सेंटर संचालित हो रहे हैं जो पंजीकृत नहीं है और किसी तरह से मशीनों व रसायनों की व्यवस्था कर जांच की जा रही हैं। जांच की उचित व्यवस्था तथा पैथालॉजिस्ट न होने से यह सेंटर जैसे-तैसे रिपोर्ट तैयार कर दे देते हैं जिससे कि सही इलाज प्रभावित हो रहा है और लोगों की जान खतरे में है।
दूसरों के नाम पर चले रहे हैं कई सेंटर
कई सेंटर ऐसे भी हैं जिन्होंने फर्जी तरीके से दूसरे पैथालॉजिस्ट के नाम पर पंजीकरण करा रखा है। गंभीर तो यह है कि जिन पैथालॉजिस्ट के नाम पर सेंटर चल रहा है उनको पता तक नहीं है। अगस्त महीने में बीआरडी मेडिकल कालेज के पैथालॉजी विभाग के दो चिकित्सकों के नाम पर शहर व आसपास ऐसे ही सेंटरों के संचालित होने की बात सामने आई है। जांच के बाद मुकदमा कर दोषियों को गिरफ्तार किया गया।
अल्ट्रासाउंड सेंटरों की तरह पैथालॉजी सेंटरों का रिकार्ड आन-लाइन नहीं होने से समस्या आ रही है। दिक्कत यह है कि सेंटर का नाम पता चलने पर भी इससे जुड़े कर्मचारी व अधिकारियों को यह पता नहीं चल पाता है सेंटर अवैध है या नहीं। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को मौके पर जाकर पड़ताल करनी पड़ती है।
डीएम भी हुए सख्त
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया है। विकास भवन सभागार में मंगलवार को बुलाई गई बैठक में उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि अवैध पैथालॉजी संचालकों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जाए। यह भी हिदायत दी कि अस्पतालों में दलालों का प्रवेश कत्तई न हो।
अपर निदेशक ने दिए सील करने का निर्देश
अपर निदेशक स्वास्थ्य गोरखपुर मंडल डा. पुष्कर आनंद ने कहा कि बिना पंजीकरण या मानक के वितरीत संचालित कराए जा रहे पैथालॉजी सेंटरों को सील करने के लिए सभी सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सीएमओ की बैठक बुलाकर भी इस बारे में चर्चा की जाएगी।