पुलिस पर पथराव, वाहनों में तोडफ़ोड़ के मामले में 150 पर मुकदमा Gorakhpur News
गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने ग्रामीणों के साथ गांव के सामने देवरिया मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उसके बाद सरकारी बसों और पुलिस पर पथराव कर दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। चचेरे भाइयों दिवाकर और कृष्णा की हत्या करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस पर पथराव और वाहनों में तोडफ़ोड़ करने वालों पर पुलिस ने छह नामजद सहित 150 के विरुद्ध दो मुकदमा दर्ज किया है। खोराबार इंस्पेक्टर की तहरीर पर रास्ता जाम करने और लो व्यवस्था भंग करने रोडवेज बस के एक चालक की तहरीर पर तोडफ़ोड़, मारपीट और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि चचेरे भाइयों दिवाकर और कृष्णा की हत्या करने वालों की 72 घंटे बाद भी गिरफ्तारी न होने से खफा परिजन व ग्रामीण बुधवार को उग्र हो गए। उन्होंने देवरिया मार्ग पर रामनगर कडज़हां गांव के पास दिन में ढाई बजे से जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। खोराबार पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया, तो ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव इतना जबरदस्त था कि पुलिस कर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पहुंचे एसएसपी और एसपी सिटी ने लाठी भांजकर स्थिति को काबू किया। पथराव में सीओ सहित कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। पुलिस की दो गाडिय़ां, रोडवेज की चार बसें और दो निजी कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। रोडवेज बस में सवार कुछ यात्रियों को भी चोटें आई हैं। जाम लगाने और पथराव करने के आरोप में 10 लोग हिरासत में लिए गए थे।
शराब पार्टी के दौरान चचेरे भाइयों की गोली मारकर हुई थी हत्या
रामनगर कडज़हां निवासी चचेरे भाइयों की रविवार को झंगहा इलाके में नदी किनारे शराब पार्टी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में आरोपितों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने ग्रामीणों के साथ गांव के सामने देवरिया मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ ही देर में दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब एक घंटे बाद पहुंची खोराबार पुलिस ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास करने लगी। इसी बीच सीओ कैंट सुमित शुक्ल भी पहुंचे और बदमाशों की जल्दी गिरफ्तारी का भरोसा देकर जाम खुलवाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच प्रदर्शन में शामिल लोगों ने पुलिस वालों पर पथराव शुरू कर दिया। जान बचाने के लिए पुलिस वालों को करीब एक किलोमीटर पीछे भागना पड़ा।