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STF गोरखपुर ने मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश को दबोचा Gorakhpur News

एसटीएफ ने कौवाबाग अंडर पास के पास संदिग्ध युवक की घेराबंदी करनी चाही तो टीम पर गोली चलाते हुए वह भागने की कोशिश करने लगा लेकिन एसटीएफ ने उसे दबोच लिया।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 12:56 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 05:00 PM (IST)
STF गोरखपुर ने मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश को दबोचा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर एसटीएफ ने कैंट क्षेत्र में स्टेशन रोड पर मंगलवार की रात हुई मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक तमंचा, एक खोखा और दो कारतूस बरामद हुआ है। छह माह पहले फीरोजाबाद में हत्या करने के बाद से ही वह फरार चल रहा था। वहीं की पुलिस ने उस पर इनाम घोषित कर रखा था। आम्र्स एक्ट और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराकर एसटीएफ ने उसे कैंट पुलिस के हवाले कर दिया है।

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एसटीएफ को दूसरे जिलों से फरार चल रहे शातिर बदमाशों के गोरखपुर तथा आसपास के जिलों में ठिकाना बनाकर रहने की सूचना मिली थी। गोरखपुर फील्ड यूनिट के प्रभारी, इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ऐसे बदमाशों की तलाश लगी थी। इसी बीच फीरोजाबाद से फरार इनामी बदमाश के मंगलवार की रात रेलवे स्टेशन रोड पर मौजूद होने की सूचना मिली। बदमाश की तलाश में पहुंची एसटीएफ ने कौवाबाग अंडर पास के पास संदिग्ध युवक की घेराबंदी करनी चाही तो टीम पर गोली चलाते हुए वह भागने कोशिश करने लगा। हालांकि एसटीएफ ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि फरारी के बाद से ही वह महराजगंज जिले में आ गया था और नेपाल सीमा से लगने वाले इलाके में ठिकाना बदल-बदल कर रह रहा था।

हत्या व हत्या के प्रयास के मामले में सजायाफ्ता है देवेंद्र

फीरोजाबाद में नारखी क्षेत्र के कपावली में 28 अगस्त, 2019 को भूमि विवाद में अनूप नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में नारखी गांव का ही रहने वाला देवेंद्र नामजद अभियुक्त था। हत्या के बाद से ही वह फरार चल रहा था। काफी तलाश के बाद भी उसे गिरफ्तार न कर पाने पर वहां की पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। इससे पहले वर्ष 2003 में गांव के ही दरब सिंह को गोली मार दी थी। इस मामले में उसे सात साल की सजा सुनाई गई थी। बाद में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। जेल से छूटने के बाद लेनदेन के विवाद में उसने 2005 में गांव के ही ब्रजेश यादव की हत्या कर दी थी। इस मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई है। वर्ष 2014 में हाईकोर्ट से जमानत मिलने पर जेल से बाहर आया था। नारखी थाने में उसके विरुद्ध हत्या व हत्या के प्रयास सहित पांच मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस का दबाव बढऩे पर भाग जाता था नेपाल

फीरोजाबाद पुलिस को पता चल गया था कि देवेंद्र ने महराजगंज जिले में रह रहा है। उसकी लोकेशन ट्रेस कर वहां की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी का कई बार प्रयास किया लेकिन दबाव बढऩे पर वह सीमा पार कर नेपाल भाग जाता था। फीरोजाबाद पुलिस को हर बार खाली हाथ लौटना पड़ता था। मंगलवार की रात आखिरकार एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर ही लिया। उससे पूछताछ के लिए फीरोजाबाद पुलिस की टीम गोरखपुर आ रही है। 


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