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मेडिकल कालेज में अत्याधुनिक सुविधाएं रोकेगी तीसरी लहर की रफ्तार

डा. मनोज कुमार प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज ने बताया कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका में बच्चों पर ज्यादा असर के संकेत मिले हैं। शासन के दिशा-निर्देश के क्रम में पीआइसीयू में बेड की संख्या बढ़कर 50 किया गया है। कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड है जिसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जरूरी उपकरण व संसाधन जुटाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 06:39 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 12:21 AM (IST)
मेडिकल कालेज में अत्याधुनिक सुविधाएं रोकेगी तीसरी लहर की रफ्तार

बस्ती : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर अस्पतालों में तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज के चिकित्सा इकाई ओपेक चिकित्सालय कैली में बच्चों को कोविड से बचाव की तैयारियां चल रही हैं। अत्याधुनिक सुविधाएं कोविड की तीसरी लहर पर ब्रेक लगाएगा। यहां भर्ती से लेकर इलाज की सुविधा आदि को व्यवस्थित कर लिया गया है। कुछ कार्य अधूरे हैं जिसे पूर्ण करने में मेडिकल कालेज प्रशासन तेजी से कार्य करा रहा है।

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कोविड अस्पताल में शामिल कैली में तीसरी लहर से लड़ने के लिए जरूरी संसाधन जुटा लिए गए हैं। पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) में 50 बेड तैयार किया गया है। कोरोना की दूसरी लहर में कैली अस्पताल प्रभावित हुआ था। यहां समय से बेड और आक्सीजन की कमी को लेकर मरीजों को खूब समस्याएं झेलनी पड़ी थी। आक्सीजन का भी अभाव था। तमाम स्वजन व्यवस्था पर भी सवाल उठाए थे। तीसरी लहर के समय कोई समस्या न आए, इसके लिए मेडिकल कालेज प्रशासन ने इन सभी बिदुओं को ध्यान में रखते हुए जरूरी जीवनरक्षक उपकरणों को मुहैया कराने में जुटा है। प्रशासनिक अधिकारी डा.अनिल यादव के अनुसार अधिकतर तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। पीडियाट्रिक वार्ड में बच्चों को भर्ती किए जाने के लिए 50 बेड बनाया गया है। सभी बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा कोरोना की दूसरी लहर में आइसोलेशन का 50 बेड था। अब इसे बढ़ाकर 60 कर दिया गया है। 26 मानीटर, 90 इंफ्यूजन पंप, दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं, जितने बेड बनाए गए हैं, सभी पर मानीटर, वेंटिलेटर, आक्सीजन पाइप लाइन उपलब्ध रहेगा।

दूसरे जिले पर है अभी आक्सीजन की उपलब्धता

कैली अस्पताल में संतकबीरनगर, गोरखपुर व टांडा आदि जगहों से आक्सीन की आपूर्ति की जा रही है। अस्पताल में एक आक्सीजन प्लांट शुरू है, लेकिन अभी उत्पादन शुरू नहीं हो पाया है। एक आक्सीजन प्लांट और लगाने की तैयारी है, जिससे 200 सिलेंडर प्रतिदिन भरा जा सकेगा। बेड-टू-बेड आक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी। अस्पताल में 100 बेड का आइसीयू सुविधा है। हाल ही में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक एंबुलेंस भी मिली है। इसके अलावा इकोकार्डियोग्राफी मशीन भी उपलब्ध है। दूसरी लहर में रेमडेसिविर और फेरापिराविर जैसी अहम दवाओं को लेकर हो-हल्ला मचा था। इस बार जरूरी दवाएं पहले से मंगाई जा रही हैं। बच्चों के लिए सी-पैप नैबोलाइजर पहले पांच थी, अब इसे बढ़कर 20 किया गया है। इसके अलावा डिजिटल एक्स-रे मशीन आ गई है।

डा. मनोज कुमार, प्रधानाचार्य, मेडिकल कालेज ने बताया कि

कोविड की तीसरी लहर की आशंका में बच्चों पर ज्यादा असर के संकेत मिले हैं। शासन के दिशा-निर्देश के क्रम में पीआइसीयू में बेड की संख्या बढ़कर 50 किया गया है। कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड है, जिसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जरूरी उपकरण व संसाधन जुटाए जा रहे हैं।


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