बिहार जाने वाली ट्रेनों पर सुरक्षा एजेंसियों की विशेष नजर, जानें- क्या है कारण
चुनाव में पूर्वोत्तर रेलवे से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की निगरानी बढ़ा दी गई है। चुनाव तक नेपाल बार्डर नौतनवां और बढऩी रूट तथा बिहार जाने वाली ट्रेनों में ऑपरेशन बॉक्स चलाया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। चुनाव में पूर्वोत्तर रेलवे से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की निगरानी बढ़ा दी गई है। चुनाव तक नेपाल बार्डर नौतनवां और बढऩी रूट तथा बिहार जाने वाली ट्रेनों में ऑपरेशन बॉक्स चलाया जाएगा। इसके लिए आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम गठित कर दी गई है।
ऑपरेशन बॉक्स अभियान के लिए प्रत्येक दिन एक ट्रेन का चयन किया जाएगा। टीम रास्ते में ट्रेन को रोककर औचक निरीक्षण करेगी। एसएलआर यानी लगेज बोगियों, एसी कोच के अटेंडेंट और पेंट्रीकार की विशेष जांच की जाएगी। सूत्रों के अनुसार चुनाव के दौरान ट्रेनों के एसएलआर बोगियों और पेंट्रीकार में करेंसी, आम्र्स और अन्य अनधिकृत सामान एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से पहुंचाए जाते हैं। एसी कोच अटेंडेंट की भी जांच कराई जाएगी।
संयुक्त टीम बनाई गई
आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त डॉ. श्रेयांस ने कहा कि आपरेशन बॉक्स अभियान के लिए आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम बनाई गई है। परिचालन और वाणिज्य विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। निगरानी बढ़ा दी गई है।
प्रभारी निरीक्षक व हेड कांस्टेबल को महानिदेशक पुरस्कार
रेलवे स्टेशन स्थित आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक रणजीत और हेड कांस्टेबल अभिलाषा गुप्ता को मानव तस्करी रोकने एवं महिला व बाल कल्याण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए महानिदेशक पुस्कार मिला है। दोनों को महानिदेशक ने प्रशस्ति पत्र और आठ हजार रुपये नकद प्रदान किया गया है। प्रभारी निरीक्षक की टीम ने वर्ष 2018-19 में चार सौ से अधिक ब'चों को बचाकर उन्हें मुख्य धारा में जोडऩे का प्रयास किया है। इनके उत्कृष्ट कार्य और उपलब्धि पर विभागीय अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।