Lockdown 3: मुंबई से बेटे ने किया Tweet, UP Police ने 55 किलोमीटर जाकर मां को पहुंचाई दवा Gorakhpur News
Lockdown 3 मुंबई से एक व्यक्ति नेे यूपी पुलिस को Tweet कर हेल्प मांगी तो UP Police ने 55 किलोमीटर जाकर उस व्यक्ति के घर दवा पहुंचाया।
गोरखपुर, जेएनएन। मुंबई में रहने वाले युवक ने ट्वीट कर यूपी पुलिस से मां तक दवा पहुंचाने की गुजारिश की। अधिकारियों के निर्देश पर पीआरवी के सिपाहियों ने कैंपियरगंज में रिश्तेदार के घर रुकी महिला के पास दवा पहुंचाई। दवा पाते ही महिला ने पुलिस वालों को आशीर्वाद दिया तो, बेटे ने ट्वीट कर यूपी पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया। युवक ने पुलिस के इस काम की सराहना की और कहा कि उसे उम्मीद भी नहीं था कि पुलिस इस तरह से मदद करेगी। महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी यूपी पुलिस को धन्यवाद दिया है।
डायबिटीज की मरीज हैं
मुंबई में रहने वाले मंधार ने यूपी पुलिस को ट्वीट कर बताया कि उनकी मां डायबिटीज की मरीज हैं, उनकी दवाएं खत्म हो गई है। लॉकडाउन से पहले ही वह शादी में शामिल होने के लिए गोरखपुर के कैंपियरगंज इलाके में रिश्तेदार के घर गई थीं। लॉकडाउन में फंस गईं और आसपास की दुकानों पर दवा नहीं मिल पा रही है। महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे को भी मंधार ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने भी यूपी पुलिस से महिला की मदद करने की अपील की। डॉयल 112 के प्रभारी ने सूचना का संज्ञान लेते हुए मंधार से वाट्सएप पर पर्चा मंगवाया और फिर मेडिकल कॉलेज के पास से दवा खरीदी। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता के निर्देश पर पीआरवी 3882 पर तैनात सिपाहियों ने 55 किलोमीटर दूर जाकर महिला को दवा पहुंचाई।
कोरोना भले बख्श दे, पहले नहीं मिलेगी छुट्टी
कोरोना संक्रमित व्यक्ति को अनिवार्य रूप से 14 दिन आइसोलेशन वार्ड में रहना होगा। इस दौरान भले ही वह स्वस्थ हो जाए, लेकिन उसकी जांच 12 दिन से पहले नहीं होगी। 12वें व 13वें दिन जांच कराई जाएगी। दोनों रिपोर्ट निगेटिव आने पर 14वें दिन उसे अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी। परिस्थिति के अनुसार उसे एक-दो दिन और रोका जा सकता है। केंद्र सरकार ने पहले दस दिन में कोरोना संक्रमित व्यक्ति को बिना जांच ही डिस्चार्ज करने की गाइड लाइन जारी की थी। बाद में उसे संशोधित कर 17 दिन किया गया। हालांकि संशोधित गाइड लाइन में भी स्पष्ट उल्लेख है कि यदि 10 दिन तक बुखार नहीं है, तो बिना जांच कराए मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। फिलहाल इस संबंध में प्रदेश सरकार की ओर से कोई गाइड लाइन जारी नहीं हुई है, इसलिए पुराने निर्देश के क्रम में संक्रमित व्यक्ति को 14 दिन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही रहना होगा, भले ही उसे बुखार या अन्य कोई दिक्कत न हो।
रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी डिस्चार्ज नहीं हुए दो मरीज
बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती दो कोरोना संक्रमितों की 14 दिन से पहले 24 घंटे के अंतराल पर दो जांच कराई गई, दोनों रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज नहीं किया जा सका। सोमवार को उन्हें डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन 14 दिन पूरा न होने के चलते प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने इस पर रोक लगा दी। भैंसा रानी, बांसगांव की महिला की 29 अप्रैल व बिछिया निवासी एक व्यक्ति की रिपोर्ट दो मई को पॉजिटिव आई थी। यह दोनों कोरोना मुक्त हो चुके हैं।
प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार संक्रमित व्यक्ति को 14 दिन आइसोलेशन वार्ड में रखना जरूरी है। इसलिए रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी दोनों मरीजों को सोमवार को डिस्चार्ज नहीं किया गया। दो से चार दिन में चार मरीजों को डिस्चार्ज किया जाएगा। - डॉ. श्रीकांत तिवारी, सीएमओ।