तो इस बार भी अफसरों की लापरवाही से डूबेगा शहर Gorakhpur News
पिछले वर्ष बारिश से देवरिया शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। मोहल्लों में जलभराव से स्थिति नारकीय हो गई थी। आठ माह बाद भी जलनिकासी के अवरोधों को दूर नहीं किया जा सका। बरसात का सीजन शुरू होने में दो माह का समय बचा हुआ है।
गोरखपुर, जेएनएन : पिछले वर्ष बारिश से देवरिया शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। मोहल्लों में जलभराव से स्थिति नारकीय हो गई थी। आठ माह बाद भी जलनिकासी के अवरोधों को दूर नहीं किया जा सका। बरसात का सीजन शुरू होने में दो माह का समय बचा हुआ है। यदि अफसर नहीं चेते तो फिर शहर डूबेगा।
चिरैया ढाला के पास नाले से गुजरता है शहर का गंदा पानी
पूरे शहर का गंदा पानी गोरखपुर रोड स्थित रेलवे ओवरब्रिज के नीचे चिरैया ढाला के पास नाले से गुजरता है। उस नाले में सुगर मिल ग्राउंड के पास अवरोध बना है। इस कारण बरसात का पानी पूरी क्षमता से नहीं निकल पाता। मुख्य राजस्व अधिकारी अमृतलाल बिंद ने उसके समाधान के लिए बाइपास नाला बनाने का सुझाव दिया था, जिसका एलाइनमेंट निर्धारित किया गया, लेकिन कार्य नहीं हो सका। फोरलेन के दोनों तरफ बने नालों में अवरोध बने हुए हैं।
अवरोध दूर करने की बजाय दीवार कर दी ऊंची
लोक निर्माण विभाग ने अवरोधों को दूर करने की बजाय नाले की दीवार ऊंची कर कंक्रीट सीट से ढकने की कार्रवाई तेज कर दी है। नाले में मौजूद अवरोध जलनिकासी में बाधक बनेंगे। सुभाष चौक के पास नाला पूरी तरह से ढंका है। अवरोध की वजह से नाले की सफाई कर्मचारी ठीक तरीके से नहीं कर पाते। मशीन से सफाई का सुझाव दिए जाने पर अमल में नहीं लाया गया। शहर में नाले व नालियों पर अतिक्रमण के कारण जलनिकासी में बाधा आती है।
अतिक्रमण हटाने के लिए नगर पालिका प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। लोगों का कहना है कि यदि अफसर अभी नहीं जागे तो आने वाले हालात दुश्वारियों से भरे होंगे। पिछले वर्ष कुर्ना नाले का पानी अली नगर, शहीद नगर, स्वास्तिक नगर, साहू टोला, सोमनाथ नगर वार्ड नंबर पांच के पिडऱा, शांति नगर महुआबारी, आर्यनगर छोटी बभनी, साकेतनगर, दानोपुर आदि जगहों पर भरा था।
अतिक्रमण हटवाने के लिए चलाएंगे विशेष अभियान
देवरिया के डीएम आशुतोष निरंजन ने कहा कि जल निकासी के लिए नालों में बने अवरोध को दूर कराया जाएगा। नाले व नालियों से अवैध अतिक्रमण हटवाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी व लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए गए हैं।