..ताकि बदमाशों पर बीस पड़ें बेटियां, सिखाए गए आत्मरक्षा गुर
कस्तूरबा व जूनियर विद्यालयों की 133 छात्राओं को दिया गया प्रशिक्षण।
गोरखपुर : जनपद के कस्तूरबा व जूनियर विद्यालयों की बेटियों को प्रशिक्षण देकर 'पावर एंजल' बनाया गया। 'पावर एंजिल' बनकर ये छात्राएं अपने विद्यालयों की अन्य छात्राओं को महिला सुरक्षा व महिलाओं से जुड़े अन्य बिन्दुओं पर प्रशिक्षित करेंगी। नार्मल परिसर में संपन्न दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में नौ कस्तूरबा व 62 जूनियर विद्यालयों की 71 छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत आयोजित शिविर में छात्राओं को आत्मरक्षा व महिला अधिकारों के विषय में जानकारी दी गई। विधि विशेषज्ञ के रूप में एडवोकेट ललिता पाडेय ने छात्राओं को जानकारी दी। खोराबार की छात्रा मुस्कान व उरुवा से आई स्वेता ने बताया कि प्रशिक्षण काफी अच्छा रहा। मास्टर ट्रेनर के रूप में नीतू श्रीवास्तव, अंजना गिरि, कामिनी गिरि व रंजना द्विवेदी ने प्रशिक्षण प्रदान किया। सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक विवेक जायसवाल ने बताया कि एक व दो मई को एक और प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।
क्या है पावर एंजल
छेड़खानी, दुष्कर्म, घरेलू ¨हसा या अन्य किसी तरह के उत्पीड़न से महिलाओं को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने वर्ष 2013 में 1090 योजना की शुरुआत की थी। 1090 टोल फ्री नंबर है। किसी तरह की मुश्किल में पड़ने की स्थिति में महिला के इस नंबर पर फोन करने पर पुलिस तत्काल मदद में पहुंचती है। पावर एंजल योजना भी 1090 योजना से ही जुड़ी थी। इसके तहत प्रदेश के सभी जिलों में छात्राओं को पावर एंजल चुना जाना था। इनमें से कुछ को विशेष पुलिस अधिकारी का दर्जा दिया जाना था।
सुगमकर्ता प्रशिक्षण में दी गई मीना मंच के गठन की जानकारी
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के राधाकृष्णन हाल में शिक्षकों को सुगमकर्ता प्रशिक्षण दिया गया। इसमें मास्टर ट्रेनर द्वारा इस बात की जानकारी दी गई कि किस तरह से विद्यालयों में मीना मंच का गठन करना है और मंच के क्या-क्या काम होते हैं। लक्ष्मी शशिबाला, मदन सिंह आदि ने प्रशिक्षण दिया। इसमें 124 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।