आज निरस्त रहेंगी इस रूट की कई ट्रेनें, कई देरी से चलेंगी
अंडरपास निर्माण के चलते बढऩी और नौतनवां रेलमार्ग पर 16 जनवरी को दस ट्रेनों का संचलन प्रभावित रहेगा। तीन जोड़ी पैसेंजर व डेमू ट्रेनें निरस्त रहेंगी। तीन गाडिय़ां विलंब से चलेंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। कैंपियरगंज-पीपीगंज स्टेशन के बीच अंडरपास निर्माण के चलते बढऩी और नौतनवां रेलमार्ग पर 16 जनवरी को दस ट्रेनों का संचलन प्रभावित रहेगा। तीन जोड़ी पैसेंजर व डेमू ट्रेनें निरस्त रहेंगी। 75008 गोंडा-गोरखपुर डेमू नौगढ़-कैंपियरगंज के बीच 50 मिनट नियंत्रित रहेगी। तीन गाडिय़ां री-शिड्यूल (विलंब) से चलेंगी।
निरस्त रहने वाली ट्रेनें
- 75003/75004 गोरखपुर-बढऩी-गोरखपुर डेमू ट्रेन।
- 55077/55078 गोरखपुर-बढऩी-गोरखपुर सवारी गाड़ी।
- 75014/75015 गोरखपुर-नौतनवा-गोरखपुर डेमू ट्रेन।
विलंब से चलने वाली ट्रेन
- 55142 नौतनवा-गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन एक घंटे की देरी से चलेगी।
- 75007 गोरखपुर-गोंडा डेमू ट्रेन एक घंटे की देरी से चलेगी।
- 55119 गोरखपुर-वाराणसी सिटी पैसेंजर एक घंटे विलंब से चलेगी।
फेल हुआ मालगाड़ी का इंजन, जाम
गोरखपुर से छपरा जा रही मालगाड़ी का इंजन सोमवार को नंदानगर रेलवे क्रासिंग के पास फेल हो गया। अन्य ट्रेनों का संचलन तो प्रभावित नहीं हुआ लेकिन क्रासिंग के दोनों तरफ कुछ देर के लिए जाम लग गया। लोग परेशान रहे। सुबह 8.30 बजे के आसपास जैसे ही मालगाड़ी कैंट स्टेशन से कुसम्ही के लिए रवाना हुई, इंजन जवाब दे गया। हालांकि, लोको पायलटों ने कड़ी मशक्कत के बाद इंजन को ठीक कर लिया। 9.00 बजे के आसपास ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। पादरी बाजार संवाददाता के अनुसार मालगाड़ी को पास कराने के लिए क्रासिंग पहले से ही बंद थी। मालगाड़ी जबतक खड़ी रही क्रासिंग भी बंद ही रही। इसके चलते लोग क्रासिंग के दोनों तरफ फंसे रहे। स्कूल जाने वाले छात्र, नौकरीपेशा और मरीज आदि घंटों परेशान रहे।
कल तक चलेंगी खिचड़ी मेला स्पेशल गाडिय़ां
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 16 जनवरी तक गोरखपुर-बढऩी और गोरखपुर-नौतनवां के बीच खिचड़ी मेला स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी। स्पेशल ट्रेनें सभी स्टेशनों पर रुकते हुए चल रही हैं।
- अप स्पेशल ट्रेन संख्या 55095 गोरखपुर से रात नौ बजे से रवाना होकर 1.30 बजे बढऩी पहुंच रही है।
- डाउन स्पेशल ट्रेन 55098 गोरखपुर से रात 2.30 बजे से चलकर सुबह 5.45 बजे नौतनवा पहुंच रही है।
- गोरखपुर-बढऩी-गोंडा रेलमार्ग पर चलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों में दो-दो अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं।