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एसआइटी ने ओवरलोड ट्रकों से वसूली केे मामलेे में 21 जिलों के आरटीओ को लिखा पत्र Gorakhpur News

आरटीओ कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की जानकारी देने के लिए संबंधित जिलों को चिट्ठी लिखी गई थी। दो बार स्मरण पत्र भी भेजा गया लेकिन जवाब नहीं मिला।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 07:45 AM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 02:17 PM (IST)
एसआइटी ने ओवरलोड ट्रकों से वसूली केे मामलेे में 21 जिलों के आरटीओ को लिखा पत्र Gorakhpur News

गोरखपुर,जेएनएन। धनउगाही कर ओवरलोड ट्रकों को पार कराने के मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी ने इस नेटवर्क से जुड़े 21 जिलों के आरटीओ को पत्र लिखकर उनके कार्यालय में तैनात अधिकारियों और  कर्मचारियों का विवरण मांगा है। इससे पहलेे जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर विवरण उपलब्‍ध कराने के लिए कहा गया था। जवाब न मिलने पर एसआइटी ने एसएसपी से अनुमति लेकर सीधे आरटीओ को पत्र लिखने का निर्णय लिया।

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एसटीएफ ने किया था मामले का पर्दाफाश

एसटीएफ ने पिछले माह बेलीपार इलाके से मधुबन होटल के संचालक सहित छह को गिरफ्तार कर ओवरलोड ट्रकों के पार कराने वाले नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। एसटीएफ की छानबीन में इस नेटवर्क से प्रदेश के 21 जिलों के आरटीओ विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के जुड़े होने की बात भी सामने आई है। इस मामले में बेलीपार थाने में दर्ज मुकदमे की जांच के लिए सीओ कैंट सुमित शुक्ल के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है।

कोर्ट से हासिल किया दस्तावेज

होटल संचालक व अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के समय एसटीएफ ने नेटवर्क से जुड़े कई अहम दस्तावेज बरामद किए थे। इन दस्तावेजों को सील कर कोर्ट के सुपुर्द कर दिया था। मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी ने इन दस्तावेजों को देखने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी। बताते हैं कि इन दस्तावेजों में उन ट्रकों का नंबर दर्ज है, जिनसे वसूली कर ओवरलोडिंग कराई जाती थी। इसके अलावा नेटवर्क से जुड़े आरटीओ कर्मचारियों और दूसरे लोगों के बारे में भी अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है।

आरटीओ कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की जानकारी देने के लिए संबंधित जिलों को चिट्ठी लिखी गई थी। दो बार स्मरण पत्र भी भेजा गया, लेकिन जवाब नहीं मिला। अब सीधे आरटीओ को पत्र भेजकर कर्मचारियों का ब्योरा मांगा गया है।

सुमित शुक्ला, सीओ कैंट (प्रभारी एसआइटी)


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