उपलब्धि : नीति आयोग की रैंकिंग में सिद्धार्थनगर को देश में तीसरा स्थान
नीति आयोग की डेल्टा (सुधार में बढ़ोतरी) रैंकिंग में सिद्धार्थनगर जिले ने 98 स्थानों की छलांग लगाते हुए देश में तीसरा और प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। पिछड़ेपन के दंश से सिद्धार्थनगर उबरने लगा है। नीति आयोग की डेल्टा (सुधार में बढ़ोतरी) रैंकिंग में सिद्धार्थनगर जिले ने 98 स्थानों की छलांग लगाते हुए देश में तीसरा और प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। रैंकिंग में नीति आयोग की ओर से जारी सभी बिंदुओं पर उल्लेखनीय प्रदर्शन करने पर अंक प्रदान किया गया है। जून में जारी पहली रैंकिंग में 101वां स्थान था। उस सूची में प्रदेश के पिछड़े आठ जिले शामिल थे। इनमें श्रावस्ती, बलरामपुर, चंदौली, बहराइच, चित्रकूट, फतेहपुर, सोनभद्र के साथ सिद्धार्थनगर भी था। गुरुवार को दूसरी डेल्टा रैंकिंग जारी हुई है।
रैंकिंग में प्रथम स्थान तमिलनाडु के वीरूधुन नगर व दूसरा उड़ीसा के नौपाड़ा और तीसरा स्थान सिद्धार्थनगर को मिला है। यह रैंकिंग स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन, कौशल विकास, वित्तीय समावेशन के छह विकासात्मक क्षेत्र में प्रगति के मूल्यांकन पर आधारित है। यह मूल्यांकन एक जून से 31 अक्टूबर के बीच कराए गए कार्यों व गुणवत्ता के आधार पर किया गया है। इसमें केंद्रीय व राज्य की योजनाएं शामिल हैं। नोडल अधिकारी के रूप में शासन स्तर के अधिकारी नियुक्त हैं। जिलाधिकारी की भी जिम्मेदारी निर्धारित है।
जो कमियां हैं उन्हें भी शीघ्र दूर करेंगे
सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने कहा कि डेल्टा रैंकिंग में देश में जिले को तीसरा एवं प्रदेश में पहला स्थान मिलना गर्व की बात है। जल्द ही यहां के लोग पिछड़ेपन की दंश से बाहर निकलेंगे। जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है। स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हुईं हैं। शिक्षा का स्तर भी ऊपर उठा है। थोड़ी बहुत कमियां है, जल्द उसे भी दूर किया जाएगा। प्रशासनिक टीम के सार्थक प्रयास का बेहतर नतीजा प्राप्त हुआ है।